मार्केट कैपिटलाइजेशन में सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में शुक्रवारको 3.30 प्रतिशत की तेजी थी। इससे बिटकॉइन का प्राइस बढ़कर 29,190 डॉलर पर पहुंच गया। पिछले कुछ महीनों में यह पहली बार है कि जब इसका प्राइस 29,000 डॉलर के लेवल को पार कर सका है। क्रिप्टो मार्केट के एक्सपर्ट्स का मानना है कि बिटकॉइन का इस मार्केट में दबदबा बढ़ रहा है और इसके प्राइस में तेजी का यह बड़ा कारण है।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether का प्राइस 2.23 प्रतिशत बढ़कर 1,584 डॉलर पर था। तेजी वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Binance Coin, Cardano, Litecoin, Tron, Avalancheand, Polygon, Stellar और Monero शामिल थी। Bitcoin Cash, USD Coin, Solana और Binance USD के प्राइसेज में गिरावट थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो की मार्केट वैल्यू 2.93 प्रतिशत बढ़कर 1.11 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गई।
क्रिप्टो फर्म Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets 360 को बताया, "अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओर से नवंबर में रेट्स में कोई बदलाव नहीं किए जाने का संकेत मिलने के बाद बिटकॉइन 28,600 डॉलर के लेवल से अधिक पर ट्रेड कर रहा है। मार्केट में सेंटीमेंट बुलिश दिख रहा है।" CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क के सीनियर मैनेजर, Shubham Hudda का कहना था, "इनवेस्टर्स की LINK पर नजर है क्योंकि Chainlink ने हाल ही में स्टेकिंग v0.2 को लॉन्च करने की जानकारी दी थी। इससे स्टेकर्स को आसानी हो सकती है। इसके अलावा XRP में भी सात प्रतिशत की तेजी आई है।"
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके
प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट में स्कैम के मामलों में कमी हो सकती है और इनवेस्टर्स का भरोसा भी मजबूत हो सकता है।