मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को लगभग 0.55 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 28,433 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन का प्राइस 258 डॉलर बढ़ा है। बिटकॉइन स्पॉट ETF के बारे में गलत रिपोर्ट के बाद मंगलवार को इसमें भारी तेजी आई थी। इसके बाद भी बिटकॉइन का प्राइस 28,000 डॉलर के लेवल से अधिक बना हुआ है।
हालांकि, दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 1.45 प्रतिशत की गिरावट थी। इसका प्राइस 1,566 डॉलर पर था। CoinDCX की टीम ने Gadgets 360 को बताया, "बिटकॉइन ने 200 डे का सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) दोबारा हासिल किया है और यह इससे ऊपर के प्राइस पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, इसमें तेजी जारी रहने के लिए 28,600 डॉलर का रेजिस्टेंस लेवल पार करना महत्वपूर्ण है। Ether में कमजोरी के संकेत दिख रहे हैं। इसके लिए बड़ा सपोर्ट लेवल 1,530 डॉलर का है। इस लेवल से गिरने के बाद इसके प्राइस में गिरावट बढ़ सकती है।"
तेजी वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Bitcoin SV, Solana, Bitcoin Cash और Nem शामिल थी। Tether, USD Coin, Ripple, Cardano, Polygon, Tron और Litecoin के प्राइसेज गिरे हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट वैल्यूएशन लगभग 1.09 लाख करोड़ डॉलर पर बरकरार है।
बिटकॉइन से जुड़ी CoinTelegraph की एक भ्रामक पोस्ट X पर आने के बाद इसका प्राइस 30,000 डॉलर की ओर बढ़ा था। इसके बाद BlackRock और अन्य एंटिटीज के तुरंत इस दावे को गलत बताने से CoinTelegraph को गलत जानकारी देने के लिए माफी मांगनी पड़ी। इससे
बिटकॉइन का प्राइस वापस 28,000 डॉलर से कुछ अधिक पर आ गया था। बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी क्रिप्टो मार्केट में गिरावट आई थी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने पर जोर दिया था। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। कुछ देशों में रेगुलेटर्स इस सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट में इनवेस्टर्स की संख्या बढ़ सकती है।