मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने गुरुवार को 4.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ शुरुआत की है। बिटकॉइन का प्राइस लगभग 18,208 डॉलर पर था। इस वर्ष यह पहली बार है कि जब बिटकॉइन ने 18,000 डॉलर का लेवल पार किया है। इसके साथ ही तीन महीने में पहली बार इसने देश और विदेश के एक्सचेंजों पर अपने रेजिस्टेंस लेवल को तोड़ा है। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू 820 डॉलर से अधिक बढ़ी है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी 5.37 प्रतिशत की तेजी थी। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस लगभग 1,402 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसकी वैल्यू में लगभग 75 डॉलर की तेजी आई है। इसके अलावा Binance Coin, Cardano, Polygon, Litecoin, Solana, Polkadot, Tron, Avalanche, Cosmos और Wrapped Bitcoin के प्राइसेज भी बढ़े हैं। क्रिप्टो मार्केट का वैल्यूएशन भी पिछले एक दिन में लगभग चार प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 890 अरब डॉलर पर है।
मीमकॉइन्स Dogecoin और Shiba Inu में लगातार तीसरे दिन तेजी रही। क्रिप्टो मार्केट में तेजी का एक बड़ा कारण दिवालिया हो चुके क्रिप्टो एक्सचेंज FTX से लगभग पांच अरब डॉलर की रिकवरी है।
FTX के दिवालिया होने का इस मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो।
कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया था कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से दिया गया था। एक्सचेंज के लिए मुश्किलों की शुरुआत पिछले वर्ष नवंबर में हुई थी जब इसकी बैलेंस शीट पर सवाल उठे थे।