इस महीने की शुरुआत में अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद से क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का प्राइस एक लाख डॉलर के निकट ट्रेड कर रहा है। इस सेगमेंट में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स भी दांव लगा रहे हैं। एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी MicroStrategy ने लगभग 55,000 बिटकॉइन की खरीदारी लगभग 5.4 अरब डॉलर में की है।
पिछले कुछ सप्ताह में इस कंपनी ने
बिटकॉइन में काफी इनवेस्टमेंट किया है। अमेरिकी रेगुलेटर SEC को एक फाइलिंग में माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बताया कि उसने 18 से 24 नवंबर के बीच लगभग 5.4 अरब डॉलर के बिटकॉइन खरीदे हैं। इसके लिए 97,862 डॉलर प्रति बिटकॉइन का औसत प्राइस चुकाया गया है। माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बताया कि उसने इस खरीदारी के लिए शेयर्स की बिक्री और कन्वर्टिबल नोट्स से मिले फंड का इस्तेमाल किया है।
इस कंपनी के पास बिटकॉइन का पहले से बड़ा रिजर्व मौजूद है। हालांकि, यह रकम के लिहाज से इसकी बिटकॉइन की दिसंबर 2020 के बाद सबसे बड़ी खरीदारी है। माइक्रोस्ट्रैटेजी के चेयरमैन, Michael Saylor ने इन्फ्लेशन के खिलाफ हेज के लिए बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट करने का फैसला किया था। यह कंपनी शुरुआत में कैश के बदले बिटकॉइन खरीदती थी। इसके बाद से
माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बिटकॉइन खरीदने के लिए शेयर्स और कन्वर्टिबल डेट की बिक्री से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर रही है। पिछले चार वर्षों में इस अमेरिकी कंपनी के शेयर में 2,000 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इस अवधि में बिटकॉइन का प्राइस लगभग 660 प्रतिशत बढ़ा है।
माइक्रोस्ट्रैटेजी के पास बिटकॉइन की कुल होल्डिंग लगभग 29 अरब डॉलर की है। बिटकॉइन का प्राइस सोमवार को 98,000 डॉलर से अधिक पर ट्रेड कर रहा था। अमेरिका में ट्रंप की जीत और क्रिप्टो का समर्थन करने वाले उम्मीदवारों के कांग्रेस में पहुंचने से बिटकॉइन के प्राइस में तेजी आ रही है। इस राजनीतिक बदलाव से क्रिप्टो मार्केट के लिए रेगुलेटरी स्थिति बेहतर होने और कम पाबंदियों की संभावना बढ़ी है। इनवेस्टर्स को इस सेगमेंट में लॉन्ग-टर्म में ग्रोथ और स्थिरता की उम्मीद है। ट्रंप ने चुनावी मैदान में दोबारा उतरने के बाद डिजिटल एसेट्स का समर्थन करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाने का भी वादा किया था। ट्रंप ने इस सेगमेंट के लिए सख्त रेगुलेशन नहीं बनाने का भी संकेत दिया था।