सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस पर बुधवार को क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी का असर पड़ा। बिटकॉइन का प्राइस 0.42 प्रतिशत घटकर 19,026 डॉलर पर था। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से इस सबसे अधिक वैल्यू वाली क्रिप्टोकरेंसी का इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर भी प्राइस गिरा है।
Binance और CoinMarketCap पर बिटकॉइन लगभग 0.40 प्रतिशत घटकर लगभग 19,043 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी लगभग एक प्रतिशत की गिरावट हुई। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस लगभग 1,278 डॉलर पर था। Ethereum ब्लॉकचेन के एनर्जी एफिशिएंट 'Merge' अपग्रेड को 15 सितंबर को शुरू किया गया था। इससे ट्रांजैक्शंस में तेजी आने और एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस अपग्रेड में Ethereum के डिवेलपर्स इसके माइनिंग प्रोटोकॉल की प्रूफ-ऑफ-वर्क (PoW) सिस्टम से प्रूफ-ऑफ-स्टेक (PoS) पर दोबारा कोडिंग कर रहे हैं। इससे Ethereum की एनर्जी की खपत बहुत कम होने की संभावना है। इस ब्लॉकचेन पर 100 अरब डॉलर से अधिक के डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) ऐप्स को सपोर्ट मिलता है और इस वजह से अपग्रेड को लेकर सतर्कता बरती गई है। अपग्रेड से stETH कहे जाने वाले क्रिप्टो डेरिवेटिव टोकन के इनवेस्टर्स को भी राहत मिल सकती है।
क्रिप्टो का ग्लोबल मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले एक दिन में लगभग 0.62 प्रतिशत गिरा है। ज्यादातर ऑल्टकॉइन्स के प्राइस में कमी हुई है। इनमें Cardano, Solana, Polygon और Tron शामिल थे। मीम कॉइन्स Dogecoin और Shiba Inu में भी गिरावट रही। हालांकि, Tether, USD Coin, Binance Coin, Stellar, Monero और Elrond के प्राइस में तेजी आई।
पिछले वर्ष नवंबर में
बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। इसका प्राइस गिरने से इनवेस्टर्स के साथ ही इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को भी बड़ा नुकसान हुआ है। बहुत से देशों में रेगुलेटर्स ने भी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर इनवेस्टर्स को चेतावनी दी है। इससे भी मार्केट पर प्रेशर बढ़ा है। चीन ने पिछले वर्ष क्रिप्टो से जुड़ी ट्रांजैक्शंस के साथ ही बिटकॉइन की माइनिंग पर भी पाबंदी लगा दी थी। अमेरिका सहित कुछ देशों में बिटकॉइन माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत का विरोध किया जा रहा है। ईरान ने हाल ही में क्रिप्टो माइनिंग के कारण इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई में रुकावट आने के बाद कड़े नियम लागू किए थे।