गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने ख़ास बच्चों के लिए बनाया गया वीडियो प्लेटफॉर्म यूट्यूब किड्स भारत में लॉन्च कर दिया है। यह ऐप पूरी तरह मुफ्त है और इसे गूगल प्ले व ऐप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप में कंटेट और यूज़र इंटरफेस को बच्चों को ध्यान में रखकर दिया गया है।
कंपनी ने नए यूट्यूब किड्स प्लेटफॉर्म के लिए वीडियो बनाने के लिए टॉप कंटेट निर्माताओं के साथ साझेदारी की है। यूट्यूब के मुताबिक, एंड्रॉयड और आईओएस ऐप में इंटरफेस में बड़ी तस्वीरों व बोल्ड आइकन दिए गए हैं जिससे ऐप चलाना आसान हो जाता है। नया ऐप वॉयस सर्च भी सपोर्ट करता है ताकि अगर बच्चे किसी स्पेलिंग को ठीक से ना लिख सकें तो भी उन्हें वीडियो मिल जाए।
यूट्यब किड्स ऐप में चार कैटगरी और चैनल हैं। इनमें नेमली शोज़, म्यूज़िक, लर्निंग और एक्सप्लोर शामिल हैं। भारत में इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले यूज़र लिटिल कृष्णा वीडियो, कैट एंड कीट और अप्पू- द योजिक एलिफेंट के नए सीज़न और किड्स टीवी व चूचूटीवी के लोकप्रिय शो देख सकेंगे। इसके अलावा यूट्यूब पर पहले से मौज़ूद गल्ली गल्ली सिम सिम, एग्ज़ाम वीडियो, लिटिलबेबीगम जैसे कई वीडियो भी इस नए ऐप में होंगे।
यूट्यूब किड्स में कई कंट्रोल ऐसे भी हैं जिन्हें माता-पिता द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है। इनमें सर्च सेटिंग (सर्च ऑफ करना ताकि बच्चे सर्च में जाकर नए वीडियो ना तलाश सकें), टाइमर (वीडियो देखने की समयसीमा), पासकोड और बैकग्राउंड म्यूज़िक व साउंड इफेक्ट को बंद करने जैसे कंट्रोल शामिल हैं।
यूट्यूब किड्स ऐप से कंटेट को क्रोमकास्ट, ऐप्पल टीवी और गेमिंग कंसोल के जरिए टीवी पर स्ट्रीम किया जा सकता है। यह स्मार्ट टीवी के साथ भी काम करता है।
गूगल यूट्यूब किड्स ऐप पर मौज़ूद वीडियो पर निगरानी रखता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह कंटेट बच्चों के हिसाब से है। माता-पिता भी अगर इस प्लेटफॉर्म पर किसी कंटेट को अनुचित पाते हैं तो रिपोर्ट कर सकते हैं। इस ऐप को फरवरी 2015 में लॉन्च किया गया था और अभी यह 20 से ज्यादा देशों में उपलब्ध है। गूगल के मुताबिक, इसे अब तक 1 करोड़ से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है और अभी तक 10 अरब वीडियो व्यू हो चुके हैं।