मैसेजिंग सर्विस WhatsApp ने बताया है कि उसने भारत में जनवरी में 29 लाख से अधिक एकाउंट्स को बैन किया है। वॉट्सऐप ने कहा कि यूजर्स की शिकायतों का जवाब देने और उन पर कार्रवाई करने के अलावा वॉट्सऐप अपने प्लेटफॉर्म पर नुकसान पहुंचाने वाले व्यवहार को रोकने के लिए टूल्स और रिसोर्सेज का भी इस्तेमाल करता है।
वॉट्सऐप के प्रवक्ता ने
कहा, "वॉट्सऐप एंड-टु-एंड एनक्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विसेज में उत्पीड़न को रोकने में आगे है। हमारे प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए वॉट्सऐप ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य टेक्नोलॉजी, डेटा साइंटिस्ट्स और एक्सपर्ट्स में लगातार इनवेस्टमेंट किया है।" वॉट्सऐप को जनवरी में कुल 1,461 रिपोर्ट्स मिली थी और 195 मामलों को कार्रवाई के लिए चुना गया था। वॉट्सऐप को एकाउंट सपोर्ट पर 51 रिपोर्ट, बैन अपील पर 1,300 से अधिक रिपोर्ट मिली थी। प्रवक्ता ने बताया, "IT रूल्स के तहत, हमने जनवरी के लिए हमारी रिपोर्ट पब्लिश की है। इस यूजर सेफ्टी रिपोर्ट में यूजर्स की ओर से प्राप्त हुई शिकायतों और उन पर की गई कार्रवाई की जानकारी है। जनवरी में वॉट्सऐप ने 29 लाख से अधिक एकाउंट्स पर बैन लगाया है।"
कंपनी का कहना है कि वह रोकथाम पर विशेषतौर पर जोर देती है क्योंकि उसका मानना है कि नुकसान वाली गतिविधि को होने से पहले रोकना नुकसान होने के बाद इसे पकड़ने से बेहतर है। पिछले वर्ष के अंत में वॉट्सऐप के करोड़ों यूजर्स के डेटा को
हैकर्स ने चुरा लिया था। इनमें भारत अमेरिका, सऊदी अरब और मिस्र सहित 84 देशों के यूजर्स शामिल थे। हैकर्स ने इस डेटा को ऑनलाइन बेचने की कोशिश की थी।
Cybernews की रिपोर्ट में बताया गया था कि एक हैकिंग कम्युनिटी फोरम पर विज्ञापन देकर 48.7 करोड़ वॉट्सऐप यूजर्स के मोबाइल नंबर्स की बिक्री का दावा किया गया है। इस जानकारी का इस्तेमाल फिशिंग अटैक्स में किया जाता है। इस वजह से वॉट्सऐप यूजर्स को अज्ञात नंबरों से आने वाली कॉल और मैसेज से बचना चाहिए। यह पहली बार नहीं है कि जब फेसबुक और वॉट्सऐप का मालिकाना हक रखने वाली Meta के प्लेटफॉर्म्स से डेटा की चोरी हुई है। पिछले वर्ष एक हैकर ने 50 करोड़ से अधिक फेसबुक यूजर्स की जानकारी मुफ्त देने की पेशकश की थी। इसमें इन यूजर्स के फोन नंबर और अन्य डिटेल्स शामिल थी।