• होम
  • ऐप्स
  • ख़बरें
  • WhatsApp और iMessage में यूजर की प्राइवेसी कितनी सेफ, जानिए नई रिपोर्ट में क्‍या है

WhatsApp और iMessage में यूजर की प्राइवेसी कितनी सेफ, जानिए नई रिपोर्ट में क्‍या है

यह जानकारी FBI (फेडरल ब्‍यूरो ऑफ इन्‍वेस्टिगेशन) के एक लीक डॉक्‍युमेंट से आई है।

WhatsApp और iMessage में यूजर की प्राइवेसी कितनी सेफ, जानिए नई रिपोर्ट में क्‍या है

आसान शब्‍दों में इसका मतलब है कि FBI अपने 'टारगेट' और उनके कॉन्‍टैक्‍ट्स दोनों से अड्रेस बुक डेटा हासिल करने में सक्षम है।

ख़ास बातें
  • दोनों ऐप ने FBI को "लिमिटेड" मेसेज कंटेंट की पेशकश की : रिपोर्ट
  • इन प्लैटफॉर्म्‍स ने स्वेच्छा से 'कुछ' डेटा की भी पेशकश की
  • Signal, Telegram जैसे ऐप्‍स ने मेसेज कंटेंट का खुलासा नहीं किया
विज्ञापन
सोशल मीडिया से लबरेज जिंदगी में लोग किसी एक प्‍लैटफॉर्म तक सिमटे हुए नहीं हैं। हर कोई तीन-चार सोशल मीडिया प्‍लैटफॉर्म्‍स पर रोजाना एक्टिव होता ही है, जहां वो अपनों का हाल जानता है। दूसरों की एक्टिविटी टटोलता है और थोड़ा-बहुत मनोरंजन कर लेता है। इन सोशल मीडिया प्‍लैटफॉर्म्‍स में से कुछ ऐप सिर्फ मेसेजिंग के लिए हैं। जहां चैट्स होती हैं। फोटो-विडियो शेयर होते हैं। लेकिन इन ऐप्‍स में कई बार यूजर्स की संवेदनशील जानकारी होती है, जिसे वो प्राइवेट रखना चाहते हैं। लीक हुए एक डॉक्‍युमेंट से पता चला है कि दो प्रमुख चैटिंग ऐप, वॉट्सऐप WhatsApp और आईमेसेज iMessage- अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी FBI के साथ काफी डेटा शेयर करते हैं।     

Rolling Stone की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह जानकारी FBI (फेडरल ब्‍यूरो ऑफ इन्‍वेस्टिगेशन) के एक लीक डॉक्‍युमेंट से आई है। डॉक्‍युमेंट से पता चला है कि फेसबुक के स्‍वामित्‍व वाला वॉट्सऐप और ऐपल का आईमेसेज एफबीआई को सबसे अधिक जानकारी देता है, जिसे FBI कानूनी रूप से किसी भी मेसेजिंग ऐप से हासिल कर सकती है। 

डॉक्‍युमेंट में बताया गया है कि वॉट्सऐप, आईमेसेज और लाइन ऐप, इन सभी ने FBI की कानूनी रिक्‍वेस्‍ट पर "लिमिटेड" मेसेज कंटेंट की पेशकश की। इसके अलावा इन प्लैटफॉर्म्‍स ने स्वेच्छा से 'कुछ' डेटा की भी पेशकश की। वहीं, Signal, Telegram, Threema, Viber, WeChat और Wickr जैसे ऐप्‍स ने मेसेज कंटेंट का खुलासा नहीं किया। जानकारी के मुताबिक, पॉपुलर एंड्रॉयड मेसेजिंग ऐप यानी वॉट्सऐप सिर्फ बेसिक सब्‍सक्राइबर रिकॉर्ड को शेयर करता है।  

आसान शब्‍दों में इसका मतलब है कि FBI अपने 'टारगेट' और उनके कॉन्‍टैक्‍ट्स दोनों से अड्रेस बुक डेटा हासिल करने में सक्षम है। FBI ऐप से भेजे गए मेसेज के सोर्स और उसकी डेस्टिनेशन को भी ट्रैक कर सकती है। मतलब, अगर आपने FBI के टारगेट की कॉन्‍टैक्‍ट इन्‍फर्मेशन सेव कर ली है, तो आपकी अड्रेस बुक भी FBI के पास जासूसी करने के लिए उपलब्ध है। iMessage सर्विस के मामले में तो स्थिति और भी बदतर है। अगर iMessage यूजर्स iCloud पर अपने मेसेजेस का बैकअप लेते हैं, तो FBI के पास उनका मेसेज कंटेंट पहुंच जाता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. OnePlus 13T के डिस्प्ले में होंगे ये खास फीचर्स, 16GB रैम, 90W चार्जिंग के साथ 24 अप्रैल को है लॉन्च
  2. iPhone 16e की गिरी कीमत, यहां से 7110 सस्ता खरीदें
  3. Asus Vivobook S14, S14 Flip लैपटॉप 16GB रैम, Intel Core i5 चिप के साथ भारत में Rs 67,990 से शुरू, जानें फीचर्स
  4. HMD Skyline 2 फोन लॉन्च से पहले ऑनलाइन लीक, जुलाई में देगा दस्तक!
  5. iQOO की Z10 Turbo सीरीज अगले सप्ताह होगी लॉन्च, 7,000mAh की बैटरी
  6. AKAI ने भारत में लॉन्च की PM1 फिल्ट्रेशन, 5-स्टार तक रेटिंग वाली नई AC रेंज, जानें कीमत
  7. Insta360 X5 भारत में लॉन्च, 8K रिकॉर्डिंग और AI चिप के साथ आया नया 360° कैमरा, जानें कीमत
  8. Lyne Originals ने भारत में लॉन्च किए चार नए ऑडियो प्रोडक्ट्स, कीमत Rs 199 से शुरू
  9. Ola Electric को बड़ा झटका, महाराष्ट्र में सरकार ने बंद किए कंपनी के 75 स्टोर्स
  10. Rs 20 हजार से कम होगी CMF Phone 2 Pro की कीमत? लॉन्च से पहले स्पेसिफिकेशन्स भी हुए लीक
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »