रूस (Russia) ने फेसबुक (Facebook) की मूल कंपनी मेटा (Meta) को "आतंकी और चरमपंथी" संगठन करार दिया है। यूक्रेन के साथ युद्ध (Russia Ukraine War) कर रहे देश ने इससे पहले भी विदेशी ग्लोबल कंपनियों को लेकर कई चौंकाने वाले फैसले लिए है। मेटा एक अमेरिकी कंपनी है और इसके स्वामित्व में कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आते हैं, जैसे Facebook, WhatsApp और Instagram आदि।
NDTV के
अनुसार, रूस ने मंगवार को अमेरिका की बड़ी टेक कंपनी Meta को अपनी फेडरल सर्विस फॉर फाइनेंशियल मॉनिटरिंग (Rosfinmonitoring) के डेटाबेस में "आंतकी और चरमपंथी" के तौर पर लिस्ट किया। मेटा इससे पहले फेसबुक के नाम से ऑपरेट करता था। जैसा कि हमने बताया, यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook, Instagram और WhatsApp की पेरेंट कंपनी है।
रूस ने इस साल मार्च के आखिर में फेसबुक और इंस्टाग्राम को बैन कर दिया था। इस बैन के पीछे भी देश ने प्लेटफॉर्म द्वारा "चरमपंथी गतिविधियों" का हवाला दिया था। रूस का आरोप था कि
Mark Zuckerberg की Meta Platforms, Inc ने यूक्रेन में जारी उसके कथित सैन्य अभियान के दौरान "रूसोफोबिया" फैलाया। हालांकि, मेटा के वकील ने उस समय आरोपों को खारिज कर दिया था और अदालत से कहा था कि उनका संगठन कभी भी चरमपंथी गतिविधियों में शामिल नहीं हुआ।
यह भी बताते चलें कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखनी शुरू कर दी थी, जिसके बाद कई बड़ी टेक कंपनियों ने रूसी मीडिया पर पाबंदी लगा दी थी। हाल ही में, यूरोपियन यूनियन (EU) ने भी इसी कड़ी में रूस से जुड़ी सभी क्रिप्टोकरेंसी
ट्रांजैक्शंस पर पूरी तरह बैन लगा दिया था। इसके बाद से, रूस भी किसी न किसी वजह से टेक दिग्गजों को
अपना निशाना बना रहा है।
कुछ दिनों की शांति के बाद, सोमवार को, रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव में ताबड़तोड़ मिसाइलें गिराई। रूस ने क्रीमिया पुल उड़ाए जाने के बाद यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी बमबारी भी की है।