YouTube ने पिछले साल 'Made on YouTube' इवेंट में Dream Screen फीचर को पेश किया था, जिससे यूजर्स AI-जनरेटेड बैकग्राउंड बना सकते थे। अब Veo 2 की मदद से यह फीचर और एडवांस हो गया है। कंपनी ने जानकारी दी है कि नए अपडेट के तहत यूजर्स सिर्फ बैकग्राउंड ही नहीं, बल्कि पूरे AI-जनरेटेड वीडियो क्लिप बना सकते हैं। यह उन क्रिएटर्स के लिए फायदेमंद होगा जो यूनिक कंटेंट क्रिएट करना चाहते हैं लेकिन उनके पास सही फुटेज नहीं होता।
यूट्यूब ने टेम्प्लेट जैसे फीचर्स जोड़े हैं जिससे यूट्यूब वीडियोज को सीधे Shorts के साथ मिक्स किया जा सकेगा। यह आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल वाला एक वीडियो जेनरेशन मॉडल है। इसके साथ ही यूट्यूब पर कंटेंट को सर्च के नए तरीके भी मिलेंगे। यूट्यूब बताया कि वह 15 अक्टूबर से Shorts की अवधि को बढ़ाकर तीन मिनट करेगी। यह बदलाव स्क्वेयर या टॉलर ऑस्पेक्ट रेशो में बनाए गए वीडियोज पर लागू होगा।
YouTube क्रिएटर्स के लिए शॉर्ट्स में कैप्शन जोड़ना और एडिट करना आसान बना दिया गया है। क्रिएटर्स अब अपने कैप्शन को विभिन्न फॉन्ट और कलर के साथ स्टाइल कर सकते हैं और वे उन्हें स्क्रीन पर कहीं भी रख सकते हैं।
HMD ने बुधवार, 13 दिसंबर को घोषणा की थी कि वह Nokia 110 4G और Nokia 106 4G में नए इंटिग्रेटेड क्लाउड ऐप्स पेश कर रहा है, जिनकी वर्तमान में भारत में कीमत क्रमश: 2,399 रुपये और 2,199 रुपये है।
YouTube अपने प्लेटफॉर्म के Shorts क्रिएटर्स के साथ अपने विज्ञापन से होने वाली कमाई को शेयर करना भी शुरू कर रही है, जो रिपोर्ट के अनुसार टिकटॉक की तुलना में सर्विस को अधिक आकर्षक बना देगा।
YouTube अपने प्लेटफॉर्म के Shorts क्रिएटर्स के साथ अपने विज्ञापन से होने वाली कमाई को शेयर करना भी शुरू कर रही है, जो रिपोर्ट के अनुसार टिकटॉक की तुलना में सर्विस को अधिक आकर्षक बना देगा।
TikTok भारत में बैन है, लेकिन भारत में भी शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म की कमी नहीं है। टिकटॉक के भारत से जाने के बाद यहां, Instagram Reels, YouTube Shorts, Moj, Josh, Chingari, Roposo, MX Taka Tak जैसे कई प्लेटफॉर्म ने कब्जा कर लिया है।