पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी
क्रिप्टो का ग्लोबल मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले एक दिन में 1.93 प्रतिशत बढ़ा है। यह 838 अरब डॉलर से अधिक का है। क्रिप्टो मार्केट में प्रॉफिट दर्ज करने वाले अन्य टोकन Binance Coin, Ripple और Cardano रहे
पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने 67,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से इसमें काफी गिरावट आई है। इसका प्राइस गिरने से इनवेस्टर्स के साथ ही इस सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को भी बड़ा नुकसान हुआ है
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether के प्राइस में बिटकॉइन से अधिक तेजी रही। इसका प्राइस लगभग 1,322 डॉलर पर था। Ethereum ब्लॉकचेन के एनर्जी एफिशिएंट अपग्रेड Merge के लॉन्च का Ether को फायदा मिल रहा है
एक्सचेंज ने स्टेबलकॉइन TerraUSD में भारी गिरावट के बाद जून में अपने प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दी थी। Flipvolt इसकी भारत में यूनिट है
प्रमुख स्टेबलकॉइन्स को बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के लिए एक्सचेंज करना आसान है। ग्लोबल रेगुलेटर्स का कहना है कि स्टेबलकॉइन्स को पेमेंट्स के सामान्य जरियों के समान रूल्स का पालन करना चाहिए
ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है। USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़े हैं