Defence

Defence - ख़बरें

  • S-400 'सुदर्शन चक्र': इस एयर डिफेंस सिस्टम ने रोके पाकिस्तानी हमले! जानें इसके बारे में सब कुछ...
    देर रात (7-8 मई) भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बड़ी घटना सामने आई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से कथित तौर पर कुछ हवाई हमले किए गए, जिनका भारतीय डिफेंस सिस्टम ने जवाब दिया। इस पूरे घटनाक्रम में भारत के एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम - S-400 की भूमिका अहम बताई जा रही है। अब जब हर तरफ S-400 की चर्चा हो रही है, तो आइए जानते हैं कि आखिर ये सिस्टम है क्या और क्यों इसे दुनिया के सबसे घातक एयर डिफेंस सिस्टम्स में गिना जाता है।
  • पाकिस्तानी हैकर्स का भारतीय डिफेंस वेबसाइट्स पर अटैक, कई साइट्स को हैक करने का दावा!
    आज, 5 मई 2025 को, पाकिस्तानी हैकिंग ग्रुप 'Pakistan Cyber Force' ने दावा किया है कि उन्होंने भारतीय डिफेंस वेबसाइट्स को हैक कर लिया है। इनमें Military Engineer Services (MES) और Manohar Parrikar Institute of Defence Studies and Analysis (MP-IDSA) शामिल हैं। हैकर्स ने 10GB से ज्यादा डेटा एक्सेस करने का दावा किया है, जिसमें 1,600 से अधिक यूजर्स की लॉगिन डिटेल्स और पर्सनल इंफॉर्मेशन शामिल हो सकती है। हालांकि, MP-IDSA ने इन दावों को खारिज किया है।
  • IIT हैदराबाद ने 3D प्रिंट किया भारत का पहला हाई-ऑल्टिट्यूड मिलिट्री बंकर, सिर्फ 14 घंटे में हुआ प्रिंट!
    भारतीय सेना और IIT हैदराबाद ने मिलकर लद्दाख के लेह में दुनिया का सबसे ऊंचाई पर बना ऑन-साइट 3D प्रिंटेड मिलिट्री बंकर तैयार किया है। इस बंकर को बनाने में सिर्फ 5 दिन लगे और प्रिंटिंग का कुल समय 14 घंटे रहा। यह प्रोजेक्ट ‘प्रबल’ नाम से जाना जा रहा है और इसे 11,000 फीट की ऊंचाई पर तैयार किया गया है। बंकर को डिजाइन करने और प्रिंट करने का काम हैदराबाद की डीपटेक स्टार्टअप कंपनी Simpliforge Creations ने किया है।
  • भारतीय नौसेना की बड़ी उपलब्धि! देश की पहली स्वदेशी नेवल एंटी-शिप मिसाइल का हुआ सफल परीक्षण
    भारतीय नौसेना और DRDO ने पहली बार स्वदेशी नेवल एंटी-शिप मिसाइल (NASM-SR) का सफल परीक्षण किया है। यह टेस्ट ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से किया गया। यह मिसाइल एक इंडियन नेवल सी किंग हेलीकॉप्टर से लॉन्च की गई और इसने अपनी अधिकतम रेंज में सी-स्किमिंग मोड में छोटे शिप टारगेट को सटीक हिट किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सफलता पर DRDO और नौसेना को बधाई दी। इस मिसाइल में मैन-इन-लूप टेक्नोलॉजी, स्वदेशी इमेजिंग इंफ्रा-रेड सीकर और हाई-बैंडविड्थ टू-वे डेटा लिंक जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है।
  • चीन ने बनाए जंग लड़ने वाले रोबोट डॉगी और ड्रोन, सामने आया Video, देखें
    चीन से आए एक वी‍डियो ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है। वीडियो में एक रोबोट डॉगी और ड्रोन को आतिशबाजी से भरी जंग लड़ते हुए देखा जा सकता है। डॉगी आगे-पीछे चलकर खुद को हमले से बचाता है, जबकि ड्रोन, डॉगी को घेरने के लिए उसके चारों ओर मंडाराने लगता है। सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स (X) पर यह वीडियो शेयर किया गया है।
  • ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइल्स की इंडोनेशिया को बिक्री कर सकता है भारत
    भारत और इंडोनेशिया के बीच ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की बिक्री के लिए लगभग एक दशक से बातचीत चल रही है। इस मिसाइल को भारत और रूस ने संयुक्त तौर पर डिवेलप किया है। इस डील के लिए बातचीत में रूस की सरकार के मालिकाना हक वाली मिलिट्री हार्डवेयर सप्लायर Rosoboronexport भी शामिल है। दक्षिण एशिया के देश अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत कर रहे हैं।
  • देश का डिफेंस एक्सपोर्ट एक दशक में 10 गुणा बढ़कर 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हुआ
    भारत से मिलिट्री इक्विपमेंट खरीदने में अमेरिका का पहला स्थान है। देश से ऑपरेट कर रही बोइंग,, कमिंस टेक्‍नॉलजीज, एवेंटेल जैसी कंपनियों के प्रोडक्‍ट्स अमेरिका को सप्‍लाई किए जा रहे हैं। इनमें बुलेट प्रूफ जैकेट, हेलमेट, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स इक्विपमेंट शामिल हैं। इजरायल भी भारत से मिलिट्री इक्विपमेंट खरीदने में आगे है और इस लिस्ट में यह दूसरे स्थान पर है।
  • वायु सेना को 12 एडवांस्ड Sukhoi जेट्स की सप्लाई करेगी HAL, 13,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर 
    वायु सेना को अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों से लैस करने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ बड़ी डील की हैं। इसी कड़ी में Hindustan Aeronautics Ltd (HAL) को 12 Sukhoi-30MKI लड़ाकू विमानों और इनसे जुड़े इक्विपमेंट की सप्लाई का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। यह कॉन्ट्रैक्ट लगभग 13,500 करोड़ रुपये का है। भारतीय वायु सेना के लिए इसकी लाइसेंस के तहत मैन्युफैक्चरिंग HAL कर रही है.
  • भारतीय सेना ने बनाया ‘खरगा’ ड्रोन, पल भर में ठिकाने लगा देगा दुश्‍मन को! जानें इसके बारे में
    भारतीय सेना के बेड़े में नए और हाईटेक ड्रोन्‍स लगातार शामिल हो रहे हैं। 'खरगा' कामिकेज ड्रोन ('Kharga' Kamikaze drone) एक और ड्रोन है, जिसे इंडियन आर्मी ने डेवलप किया है। इसे खु‍फ‍िया और सर्विलांस जैसे कामों में इस्‍तेमाल किया जा सकता है। यह ड्रोन अपने साथ विस्‍फोटक ले जाने में भी सक्षम है। यह ड्रोन तेज स्‍पीड में करीब 40 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से उड़ान भर सकता है।
  • क्‍या है 3500km रेंज वाली K-4 बैलिस्टिक मिसाइल, जिसके टेस्‍ट से चीन-पाकिस्‍तान ‘सदमे’ में
    इंडियन नेवी ने उसकी न्‍यूक्लियर सबमरीन आईएनएस अरिघाट (INS Arighaat) से एक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। 3,500 किलोमीटर रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइल का नाम K-4 है। नेवी इस मिसाइल सिस्‍टम के और टेस्‍ट करेगी। इसकी जद में सीधे-सीधे चीन और पाकिस्‍तान आते हैं।
  • चीन की चुनौती! हाईटेक फाइटर जेट ‘J-35’ को दिखाया, अमेरिका के F-35 की है कॉपी
    चीन, दुनिया के हर देश के लिए चुनौती बन रहा है, खासतौर पर अमेरिका के लिए। एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन का पांचवीं पीढ़ी का दूसरा स्टील्थ लड़ाकू विमान वहां के सबसे बड़े एयर शो में पहली बार पेश किया जा रहा है। यह इस इवेंट का बड़ा हाइलाइट होगा। यही नहीं, अमेरिका के बाद चीन दुनिया का दूसरा ऐसा देश बन जाएगा जिसके पास एक से ज्‍यादा पांचवीं जेनरेशन के लड़ाकू विमान होंगे।
  • ईरान के सुप्रीम लीडर का खमेनी का X पर बंद हुआ एकाउंट, इजरायल को दी थी धमकी
    हाल ही में इजरायल ने ईरान पर एक बड़ा हमला भी किया था। फलस्तीन ईरान के सुप्रीम लीडर Ayatollah Ali Khamenei ने इजरायल को सबक सिखाने की चेतावनी दी है। हालांकि, सोशल मीडिया मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर खमेनी का हिब्रू भाषा में एकाउंट निलंबित कर दिया गया है। खमेनी के इस सोशल मीडिया एकाउंट पर केवल दो पोस्ट्स के बाद रोक लग गई है।
  • हर मौसम उड़ने की महारत, कितना खास है C-295 एयरक्राफ्ट, जानें इसके बारे में
    C-295 की क्षमता 5 से 10 टन है। यह इंडियन एयरफोर्स के Avro-748 विमानों को रिप्‍लेस करेगा। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, C-295 को एक बेहतर विमान माना जाता है। इसकी मदद से 71 सैनिकों या 50 पैराट्रूपर्स को रसद के साथ उन इलाकों में पहुंचाया जा सकता है, जहां भारी एयरक्राफ्ट नहीं पहुंच सकते।
  • क्‍या है THAAD डिफेंस सिस्‍टम? अमेरिका ने इस्राइल को दिया, बिना विस्‍फोटक खत्‍म कर देता है दुश्‍मन की मिसाइल
    अमेरिका ने अपना सबसे एडवांस मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम इस्राइल को दिया है। THAAD का पूरा नाम है ‘टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस’। ये सिस्‍टम किसी भी देश को, दुश्‍मन की शॉर्ट, मीडियम और इंटरमीडिएट रेंज वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से बचा सकता है। ये हमारे वायुमंडल के अंदर और बाहर से आने वाली मिसाइलों को ट्रैक कर सकता है। दुश्‍मन की मिसाइल खत्‍म करने के लिए ये विस्‍फोटक के बजाए गतिज यानी kinetic एनर्जी का इस्‍तेमाल करता है।
  • फतह-2, गदर, इमाद… Iran की 3 मिसाइलों के बारे में जानें सबकुछ
    जब से ईरान ने इस्राइल पर 180 से ज्‍यादा मिसाइलें दागी हैं, पूरी दुनिया में इसकी चर्चा है। इस्राइल पर हमले के लिए ईरान ने कई बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्‍तेमाल किया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें इमाद, गदर और फतह-2 शामिल थीं। इमाद एक मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी मैक्सिमम रेंज 1700 किमी. है। वहीं, गदर अपने साथ हजार किलो वॉरहेड ले जा सकती है। फतह 2 तो साउंड की स्‍पीड से तेज दौड़ती है।

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