'फ्रेंडली' क्रिप्टो स्कैम बना सकते हैं रिकॉर्ड, AI का इस्तेमाल कर रहे स्कैमर्स
'फ्रेंडली' क्रिप्टो स्कैम बना सकते हैं रिकॉर्ड, AI का इस्तेमाल कर रहे स्कैमर्स
पिछले कुछ वर्षों में Bitcoin सहित बहुत सी क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में कई गुना की बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से इस सेगमेंट में स्कैम्स से बड़ी रकम का नुकसान हो रहा है
Written by आकाश आनंद,
अपडेटेड: 18 फरवरी 2025 22:48 IST
क्रिप्टो से जुड़े स्कैम्स में AI का इस्तेमाल बढ़ रहा है
स्कैमर्स के लिए GenAI के इस्तेमाल से धोखाधड़ी करना आसान हो गया है
भारत में भी क्रिप्टो से जुड़े स्कैम बढ़े हैं
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पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज में ट्रेडिंग तेजी से बढ़ी है। इसके साथ ही क्रिप्टो से जुड़े स्कैम्स में भी बढ़ोतरी हुई है। इन स्कैम्स में आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है। इस तरह के बहुत से मामलों में स्कैमर्स अपने शिकार के साथ दोस्ती कर उन्हें जाली स्कीम में रकम लगाने के लिए आश्वस्त करते हैं।
ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म Chainalysis की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले वर्ष दोस्ती कर क्रिप्टो से जुड़े स्कैम में लगभग 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले वर्ष क्रिप्टो से जुड़े स्कैम्स में नौ अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ था। Chainalysis का कहना है कि अधिक डेटा उपलब्ध होने पर यह आंकड़ा बढ़कर 12.4 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। यह इस सेगमेंट में स्कैम का एक रिकॉर्ड होगा। Chainalysis ने बताया है कि स्कैमर्स के लिए GenAI के इस्तेमाल से धोखाधड़ी करना आसान हो गया है।
पिछले कुछ वर्षों में Bitcoin सहित बहुत सी क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में कई गुना की बढ़ोतरी हुई है। इस वजह से इस सेगमेंट में स्कैम्स से बड़ी रकम का नुकसान हो रहा है। भारत में भी इस तरह के क्रिप्टो स्कैम बढ़े हैं। पिछले वर्ष ऐसे एक मामले में राजधानी की महिला से उनकी दोस्त ने लगभग तीन करोड़ रुपये के Bitcoin की ठगी की थी। इस मामले में पीड़ित की करीबी दोस्त ने अपने दो सहयोगियों की मदद से उनके मोबाइल फोन पर क्रिप्टो वॉलेट से छह बिटकॉइन चुरा लिए थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने चुराए गए बिटकॉइन की ट्रेल को छिपाने के लिए कई टंबलर्स का इस्तेमाल किया। टंबलर का अधिकतर इस्तेमाल पहचानी जा सकने वाली क्रिप्टोकरेंसी को अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के साथ मिक्स करने के लिए होता है। इससे चुराई गई क्रिप्टोकरेंसी के सोर्स का पता लगाना मुश्किल होता है।
इस मामले में चुराए गए बिटकॉइन छह वॉलेट्स में ट्रांसफर किए गए थे। इसमें आरोपी महिला अपनी दोस्त के साथ एयरपोर्ट गई थी। एयरपोर्ट के रास्ते में उसने पीड़ित का मोबाइल नेविगेशन के लिए मैप का इस्तेमाल करने के बहाने से लिया था। इसके बाद आरोपी महिला ने पीड़ित के क्रिप्टो वॉलेट से छह बिटकॉइन अन्य वॉलेट्स में ट्रांसफर कर लिए थे। इसके बाद आरोपी ने इन बिटकॉइन को अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में कन्वर्ट किया और इसमें से कुछ क्रिप्टोकरेंसी से कैश हासिल कर लिया था।