भारत में भले ही 5G सर्विसेज शुरू हो चुकी हों लेकिन यूजर्स के पास अभी तक 4G की भी पहुंच नहीं है, भले ही वे 5G के लिए पैसे दे रहे हों। एक ताजा रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है। जिसके मुताबिक 32% यूजर्स के पास 4G/5G के पैसे देने के बाद भी नेटवर्क की उपलब्धता नहीं है। वहीं 70 प्रतिशत के लगभग यूजर्स को कॉल कनेक्शन में दिक्कत जैसे कॉल ड्रॉप आदि का सामना करना पड़ता है।
टेलीकॉम कवरेज को लेकर एक ताजा रिपोर्ट सामने आई है जिसमें आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं। IANS की
रिपोर्ट के मुताबिक, LocalCircles ने टेलीकॉम कवरेज को लेकर जो सर्वे किया है उसमें 32% यूजर्स के पास
4G/
5G के लिए पैसे चुकाने के बाद भी नेटवर्क कवरेज नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल 26% उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने कहा है कि उनके पास मोबाइल सर्विसेज के बेहतर नेटवर्क मिल रहे हैं। इसमें 5% लोगों ने कहा है कि उनके ऑफिस या काम करने के स्थान पर नेटवर्क अच्छा है।
इसके अलावा 20% यूजर्स को कनेक्टिविटी की दिक्कत सामने आती है और 50% के लगभग यूजर्स को वॉयस कॉल में परेशानी होती है। रिपोर्ट के अनुसार
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 17 फरवरी को एक मीटिंग की थी जिसमें मोबाइल ऑपरेटर्स को शामिल किया गया था। इसमें यूजर्स को दी जाने वाली वायरलाइन और वायरलेस सर्विसेज को लेकर चर्चा की गई थी। इसमें इस बात पर जोर दिया गया था कि 5G सर्विसेज को कैसे बेहतर किया जाए।
LocalCircles की ओर से सर्वे को TRAI के साथ भी साझा किया गया, ऐसा कहा गया है। जिसके मुताबिक, केवल 16% मोबाइल सब्सक्राइबर्स ने यह कहा है कि 5G नेटवर्क में स्विच करने के बाद उन्हें कॉलिंग में बेहतर एक्सपीरियंस मिला है और ड्रॉप इश्यू कम हुए हैं। वही, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि 5जी इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप होने में अभी समय लगेगा और उसके बाद यह 15 से 20 गुना तक बेहतर हो जाएगा।