Jio, Airtel, VI, BSNL सिम यूज करने वाले यूजर्स के लिए आया SMS का नया नियम, आप भी जान लें!

SMS New Rule : माना जा रहा है कि इस फैसले से SIM स्वैप फ्रॉड को रोकने में मदद मिलेगी।

Jio, Airtel, VI, BSNL सिम यूज करने वाले यूजर्स के लिए आया SMS का नया नियम, आप भी जान लें!

SMS New Rule : नियम का पालन करने के लिए टेलिकॉम ऑपरेटर्स को 15 दिन का टाइम मिला है।

ख़ास बातें
  • नया सिम जारी करने से जुड़ा है न‍ियम
  • कस्‍टमर को देनी होगी जानकारी
  • SIM स्वैप फ्रॉड को रोकने में मिलेगी मदद
विज्ञापन
क्‍या आपने SIM स्वैप फ्रॉड के बारे में सुना है? एक ऐसा फर्जीवाड़ा, जो मोबाइल फोन यूजर्स को टार्गेट करता है। अब दूरसंचार विभाग ने इस फ्रॉड को रोकने के लिए SMS से जुड़ा एक नया रूल बनाया है। Jio, Airtel, Vi और BSNL जैसे टेलिकॉम ऑपरेटर्स को इस नियम का पालन करना होगा। इसके तहत जब भी ऑपरेटर कोई नया सिम जारी करेगा, तो पहले 24 घंटों के लिए SMS की इनकमिंग और आउटगोइंग सेवाएं बंद रहेंगी। माना जा रहा है कि इस फैसले से SIM स्वैप फ्रॉड  को रोकने में मदद मिलेगी। 

खबर पर आगे बढ़ें, उससे पहले SIM स्वैप फ्रॉड के बारे में जान लेते हैं। यह फ्रॉड उन लोगों के साथ किया जाता है, जिनकी पर्सनल डिटेल फ्रॉड करने वालों तक पहुंच जाती है। यूजर की पर्सनल जानकारी हासिल करने के बाद फ्रॉड करने वाले बदमाश टेलिकॉम ऑपरेट से कॉन्‍टैक्‍ट कर नया सिम मांगते हैं। वही सिम जो यूजर इस्‍तेमाल कर रहा है। जैसे ही नया SIM कार्ड रिलीज होता है, यूजर के फोन में चल रहा सिम बंद हो जाता है। इसके बाद सारी डिटेल नए सिम में आने शुरू हो जाती हैं, जो फ्रॉड करने वाले बदमाशों के पास होता है। 

आप सोच रहे होंगे कि फ्रॉड करने वालों के पास कस्‍टमर की निजी जानकारी पहुंचती कैसे है। इसके लिए फ‍िशिंग लिंक का इस्‍तेमाल किया जाता है। यह लिंक आपको SMS के रूप में भेजा जा सकता है या फ‍िर ई-मेल पर भी। फ्रॉड करने वाले जब पुख्‍ता कर लेते हैं कि उनके पास किसी शख्‍स की पर्सनल डिटेल आ गई है, तब वह उसके नाम पर चल रहे पुराने सिम की जगह नए सिम की डिमांड करते हैं। 

चिंता की बात है कि फ्रॉड करने वालों तक ओटीपी भी पहुंचने लगते हैं। इनका इस्‍तेमाल कर वित्तीय धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा सकता है। इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए ही दूरसंचार विभाग ने नया रूल निकाला है। जानकारी के अनुसार, इसके लिए टेलिकॉम ऑपरेटर्स को 15 दिन का टाइम मिला है। कहा गया है कि नया SIM या नंबर अपग्रेड करने की रिक्‍वेस्‍ट मिलने पर टेलिकॉम कंपनियों को यूजर्स को इसकी जानकारी देनी होगी। फोन करने कन्‍फर्म करना होगा कि यूजर ही नया SIM या नंबर अपग्रेड करना चाहता है। 

अगर कस्‍टमर इससे इनकार करता है, तो टेलिकॉम कंपनियों को फौरन प्रोसेस रोकना होगा। इससे धोखाधड़ी करने वालों तक यूजर के नंबर वाला नया सिम नहीं पहुंच पाएगा। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 20 हजार वाले Samsung Galaxy A35 5G, Vivo T4 5G और Moto G96 5G जैसे स्मार्टफोन्स पर जबरदस्त डील
  2. Ola Electric ने लॉन्च किया S1 Pro Sport, जानें प्राइस, रेंज
  3. Oppo K13 Turbo Pro की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  4. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
  5. Flipkart Freedom Sale: 7 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का पिक्सल फोन
  6. Lava Blaze AMOLED 2 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 15 हजार में कौन है बेस्ट
  7. घर के बाहर कूड़े का ढेर लगा है या गंदे हैं सार्वजिक शौचालय तो इस सरकारी ऐप पर करें रिपोर्ट, जल्द मिलेगा समाधान
  8. प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देगी BSNL, सरकार से मिलेंगे 47,000 करोड़ रुपये
  9. Honor X7c 5G अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 5,200mAh की बैटरी
  10. 79th Independence Day: सुबह 7:30 बजे शुरू होगा समारोह, मोबाइल, टीवी, लैपटॉप पर ऐसे देखें LIVE
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »