पिछले कुछ वर्षों से मुश्किलों का सामना कर रही सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को 4G नेटवर्क के लिए केंद्र सरकार से 6,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड मिल सकता है। BSNL और दिल्ली और मुंबई में टेलीकॉम सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली MTNL को 2019 से सरकार की ओर से लगभग 3.22 लाख करोड़ रुपये का फंड मिला है।
एक बिजनेस न्यूजपेर की
रिपोर्ट के अनुसार, डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT) ने 4G के लिए इक्विपमेंट खरीदने में हो रही कैपिटल एक्सपेंडिचर में कमी की वजह से BSNL को यह फंड देने की योजना बनाई है। इस प्रपोजल को जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल की स्वीकृति के लिए पेश किया जाएगा। BSNL ने 4G सर्विसेज की शुरुआत कर दी है। इसका लक्ष्य अगले वर्ष की पहली छमाही तक देश भर में इस नेटवर्क को लॉन्च करने का है। कंपनी ने 4G नेटवर्क के लिए इक्विपमेंट खरीदने का ऑर्डर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और सरकारी टेलीकॉम इक्विपमेंट मेकर ITI को दिया है।
हाल ही में कम्युनिकेशंस मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया था कि BSNL ने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत 15,000 से अधिक 4G साइट्स बनाई हैं। कंपनी की बाद में इन साइट्स को 5G में कन्वर्ट करने की योजना है।
DoT ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर BSNL के 5G SIM कार्ड की इमेज शेयर की थी। इससे स्वदेशी टेक्नोलॉजी के साथ BSNL की 5G सर्विस के लॉन्च की तैयारी का संकेत मिला था। सिंधिया ने इसकी 5G एनेबल्ड फोन कॉल का ट्रायल भी किया है।
पिछले कुछ महीनों में BSNL के सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ी है। इसका कारण प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के टैरिफ में हुई बढ़ोतरी है। सिंधिया ने कहा था कि 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत, स्वदेशी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल वाला 4G नेटवर्क तैयार है और कुछ महीनों में BSNL के जरिए इसकी सर्विस पूरे देश में उपलब्ध होगी। उनका कहना था, "Reliance Jio और Bharti Airtel के 4G नेटवर्क लॉन्च करने पर बहुत से लोगों ने पूछा था कि BSNL क्यों नहीं? यह प्रधानमंत्री का संकल्प था कि अगर हमें सरकारी टेलीकॉम कंपनी के नेटवर्क को डिवेलप करना है तो हम चीन या किसी अन्य देश के इक्विपमेंट का इस्तेमाल नहीं करेंगे।" यह फैसला हुआ था कि एक स्वदेशी टेक्नोलॉजी को डिवेलप किया जाएगा।