पिछले कुछ वर्षों से मुश्किलों का सामना कर रही सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) का इस वर्ष के अंत तक पूरे देश में 4G सर्विस शुरू करने का टागरेट है। अगले वर्ष कंपनी 5G सर्विस भी लॉन्च कर सकती है। Bharti Airtel और Reliance Jio जैसी बड़े प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां अपनी 5G सर्विस शुरू कर चुकी हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट में
BSNL के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया है, "दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के चारों मेट्रो शहरों में 4G साइट्स शुरू हो गई हैं। इसके अलावा अहमदाबाद, हैदराबाद, जयपुर, रायपुर, लखनऊ और चंडीगढ़ जैसी राज्यों की राजधानियों में भी साइट्स इंस्टॉल हो चुकी हैं।" उन्होंने कहा कि उत्तराखंड, सिक्किम और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में BSNL अपने मौजूदा बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशंस (BTS) में से अधिकतर को 4G साइट्स में तब्दील करने का प्रयास कर रही है। BTS किसी मोबाइल नेटवर्क में एक फिक्स्ड रेडियो ट्रांसरिसीवर होता है। यह अक्सर एक टावर के तौर पर रहता है।
केंद्र सरकार ने संसद में बताया था कि मार्च के अंत तक देश भर में BSNL के लगभग 67,340 टावर्स थे। इसने 12,502 टावर्स को प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को लीज पर दिया है। इस वर्ष के बजट में BSNL को 82,916 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। बजट में टेलीकॉम प्रोजेक्ट्स और टेलीकॉम मिनिस्ट्री के तहत आने वाली सरकारी कंपनियों के लिए लगभग 1.28 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। इसमें से एक बड़ा हिस्सा BSNL को मिला है।
राजधानी दिल्ली और मुंबई में टेलीकॉम सर्विसेज उपलब्ध कराने वाली महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) का कामकाज सरकार एक एग्रीमेंट के जरिए BSNL को सौंप सकती है। इससे पहले BSNL में MTNL के मर्जर के विकल्प पर भी विचार किया गया था। इस बारे में अंतिम फैसला जल्द हो सकता है। हाल ही में कंपनी की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से निवेदन किया गया था। भारतीय मजदूर संघ (BMS) ने कहा था कि प्राइवेट
टेलीकॉम कंपनियों के प्राइसिंग में दबदबे पर नियंत्रण के लिए BSNL की मौजूदगी महत्वपूर्ण है। BMS ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में निवेदन किया था कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि BSNL को स्वदेशी टेक्नोलॉजी के डिवेलप होने तक इंटरनेशनल वेंडर्स से 4G और 5G से जुड़े इक्विपमेंट के इस्तेमाल की अनुमति मिले।