सरकारी टेलीकॉम भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) का इस वर्ष 20 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल करने का टागरेट है। पिछले वर्ष कंपनी का मार्केट शेयर 8 प्रतिशत से अधिक का था। इसकी तुलना में Reliance Jio का मार्केट शेयर लगभग 40 प्रतिशत और भारती एयरटेल का 32 प्रतिशत से अधिक का था।
एक मीडिया
रिपोर्ट में BSNL के CMD, P K Purwar के हवाले से बताया गया है, "20 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल किया जा सकता है। यह हमारी सर्विसेज की क्वालिटी के साथ ही इस पर निर्भर करेगा कि हम कितनी तेजी से 4G और 5G सर्विसेज को लॉन्च करते हैं।" कंपनी अपनी 4G सर्विसेज को जल्द ही एक लाख बेस ट्रांसरिसीवर स्टेशंस (BTS) तक बढ़ाएगी। इसने हरियाणा और पंजाब में लगभग 2,000 (BTS) लगाए हैं। BSNL ने अगले वर्ष 5G सर्विसेज लॉन्च करने की तैयारी की है।
देश में लगभग डेढ़ वर्ष पहले 5G सर्विसेज शुरू की गई थी। प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने तेजी से अपने 5G नेटवर्क का दायरा बढ़ाया है। BSNL को प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से मुकाबला करने में मुश्किल हो रही है। कुछ महीने पहले रिलायंस जियो ने घोषणा की थी कि उसने 22 लाइसेंस्ड सर्विस एशिया (LSA) में से प्रत्येक में 5G नेटवर्क के लॉन्च को पूरा कर लिया है। कंपनी ने सभी स्पेक्ट्रम बैंड्स में निर्धारित अवधि से पहले इस लॉन्च को पूरा किया है।
रिलायंस जियो के चेयरमैन, Akash Ambani ने बताया था, "हमने केंद्र सरकार, टेलीकॉम डिपार्टमेंट और 1.4 अरब भारतीयों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए हाई क्वालिटी 5G सर्विसेज को लॉन्च किया है। हमें यह घोषणा करते हुए गर्व है कि हमने देश को 5G सर्विसेज के लॉन्च की स्पीड के लिहाज से दुनिया में अग्रणी स्थिति में पहुंचाया है।"
पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने BSNL को 4G और 5G सर्विसेज शुरू करने के लिए कुछ महीने पहले 89,000 करोड़ रुपये का रिवाइवल पैकेज दिया था। इस बारे में मंत्रिमंडल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया था, "इस पैकेज के साथ BSNL एक मजबूत टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर आगे बढ़ेगी और देश के दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने पर फोकस करेगी।" कंपनी का पिछले वित्त वर्ष में लॉस बढ़कर 8,161 करोड़ रुपये का था। यह इससे पिछले वित्त वर्ष में 6,982 करोड़ रुपये का था। कंपनी का लॉस बढ़ने का बड़ा कारण सरकार को चुकाए जाने वाले एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) के लिए प्रोविजन करना था।