बड़ी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के सब्सक्राइबर्स की संख्या अप्रैल में बढ़ी है। देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio ने अप्रैल में लगभग 26.4 लाख मोबाइल सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। रिलायंस जियो को मार्च में 21.7 लाख नए सब्सक्राइबर्स मिले थे। हालांकि, सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को अप्रैल में यूजर्स की संख्या घटने से झटका लगा है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के डेटा के अनुसार, अप्रैल में रिलायंस जियो ने लगभग 26.4 लाख नए मोबाइल सब्सक्राइबर्स हासिल किए हैं। दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel ने पिछले महीने 1.71 लाख मोबाइल सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। भारती एयरटेल को मार्च में लगभग 12.5 लाख नए सब्सक्राइबर्स मिले थे। पिछले कुछ वर्षों से वित्तीय मुश्किलों का सामना कर रही Vodafone Idea के लिए चुनौती बढ़ गई है। अप्रैल में Vodafone Idea को लगभग 6.47 लाख मोबाइल सब्सक्राइबर्स का नुकसान हुआ है। मार्च में इस कंपनी के लगभग 5.4 लाख सब्सक्राइबर्स घटे थे।
अप्रैल में
BSNL ने लगभग 1.55 लाख मोबाइल सब्सक्राइबर्स गंवाए हैं। हालांकि, मार्च में BSNL को 49,177 नए सब्सक्राइबर्स मिले थे। इस सरकारी टेलीकॉम कंपनी को 4G नेटवर्क का दायरा कम होने और 5G नेटवर्क मौजूद नहीं होने से नुकसान हो रहा है। इससे कंपनी के रेवेन्यू पर भी बड़ा असर पड़ा है। BSNL के
4G नेटवर्क का जल्द देश भर में लॉन्च किया जा सकता है। इस नेटवर्क के लिए 93,450 टावर्स को इंस्टॉल किया जा चुका है। कंपनी के 4G नेटवर्क के लिए स्वदेशी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इस नेटवर्क को अपग्रेड कर 5G में कन्वर्ट किया जाएगा।
हाल ही में टेलीकॉम मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia ने बताया था, "हमने लगभग 93,450 टावर्स को इंस्टॉल किया है। इसमें C-DoT एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी, BSNL एक सरकारी कंपनी, Tejas Networks एक प्राइवेट सेक्टर की कंपनी और Tata Consultancy Services (TCS) ने सिस्टम इंटीग्रेटर के तौर पर शामिल हैं। इन चारों ने एक साथ मिलकर 22 महीनों में देश का पहला स्टैक तैयार किया है।" उन्होंने बताया था कि दुनिया में 4G के लिए भारत स्वदेशी टेलीकॉम स्टैक वाला पांचवां देश बन गया है। इस लिस्ट में चीन, फिनलैंड, दक्षिण कोरिया और स्वीडन शामिल हैं। TCS की अगुवाई वाले एक कंसोर्शियम को BSNL के लिए एक लाख 4G साइट्स को इंस्टॉल करने से जुड़ा लगभग 19,000 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिला था।