अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) का इन्जनूअटी (Ingenuity) हेलीकॉप्टर लगभग पौने 2 साल से मंगल ग्रह पर जीवन के सबूत तलाश रहा है। ड्रोन के आकार का यह हेलीकॉप्टर समय-समय पर मंगल ग्रह की सतह से उड़ान भरता है। हाल ही में इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर ने अपनी 48वीं उड़ान पूरी की। दिलचस्प बात है कि वैज्ञानिकों ने इन्जनूअटी को इस उम्मीद में मंगल ग्रह पर भेजा था कि वह कम से कम 5 फ्लाइट्स पूरी करेगा, लेकिन इसने 48 उड़ानें पूरी करके रिकॉर्ड बनाया है। इसका वीडियो भी सामने आया है। कैसी थी इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर की लेटेस्ट फ्लाइट आइए जानते हैं।
Ingenuity एक छोटा और सोलर-पावर्ड रोटरक्राफ्ट है। इसने 18 फरवरी 2021 को पर्सवेरेंस (Perseverance) रोवर के साथ मंगल ग्रह पर लैंड किया था। अपनी हलिया
फ्लाइट में इन्जनूअटी ने लगभग 387 मीटर की यात्रा की। इस दौरान यह मंगल ग्रह की सतह से 12 मीटर की ऊंचाई तक ऊपर गया। Ingenuity हेलीकॉप्टर की उड़ान को नासा के पर्सवेरेंस रोवर ने कैमरे में कैद कर लिया। हेलीकॉप्टर ने 4.65 मीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से उड़ान भरी।
रिपोर्टों के अनुसार, हालिया फ्लाइट का मकसद हेलीकॉप्टर की पोजिशन को बदलना था और इस दौरान दिखाई देने वाली चीजों की इमेजिंग करना था। Ingenuity की कामयाबी को देखते हुए नासा ने इस हेलीकॉप्टर के संचालन को बढ़ा दिया है। अब यह पर्सवेरेंस रोवर के साथ मिलकर काम कर रहा है। पर्सवेरेंस रोवर मंगल ग्रह पर माइक्रोबियल जीवन के सबूत देखने की कोशिश कर रहा है।
इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर से जो भी डेटा पर्सवेरेंस की टीम को मिल रहा है, उसका आकलन आने वाले मंगल मिशनों के लिए मददगार हो सकता है। मंगल ग्रह पर हेलीकॉप्टर का लिए उड़ान भरना काफी मुश्किल है, क्योंकि वहां पृथ्वी से एक तिहाई कम गुरुत्वाकर्षण है। ऐसे में इन्जनूअटी हेलीकॉप्टर की हर एक उड़ान मायने रखती है। पिछले साल दिसंबर में इस हेलीकॉप्टर को एक अहम सॉफ्टवेयर अपडेट दिया गया था। इसने इन्जनूअटी को दो नई क्षमताएं दी हैं। वह लैंडिंग के दौरान आने वाले खतरों से खुद को बचाने का प्रयास कर सकता है साथ ही नेविगेट करने के लिए डिजिटल एलिवेशन मैप का उपयोग करने की क्षमता हासिल कर चुका है।
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