पृथ्वी पर हम अक्सर भूकंप महसूस करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मंगल ग्रह पर भी भूकंप आते हैं। नासा के इनसाइट लैंडर ने मंगल ग्रह पर एक जोरदार भूकंप का पता लगाया है, जिसने इस ग्रह को हिलाकर रख दिया। 4 मई को मंगल ग्रह पर 5 तीव्रता का भूकंप आया। पृथ्वी के इस तरह के भूकंप मिड कैटिगरी में आते हैं, लेकिन मंगल ग्रह के लिए यह बेहद तीव्र था। पृथ्वी के अलावा किसी भी ग्रह पर यह अबतक पता लगाया गया सबसे तेज भूकंप बताया जा रहा है।
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रिपोर्ट के अनुसार, इस भूकंप ने मंगल ग्रह पर आए पिछले भूकंप के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। अगस्त 2021 में यहां 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। नासा इनसाइट की टीम और उसके पार्टनर्स को मंगल ग्रह से शुरुआती डेटा मिला है, जिसके आधार पर यह कहा जा रहा है कि पृथ्वी को छोड़कर यह किसी ग्रह पर अबतक की सबसे बड़ी भूकंपीय गतिविधि है! नासा के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर फॉर साइंस थॉमस जुर्बुचेन ने ट्विटर पर कहा कि शुरुआती अनुमान में यह तीव्रता 5 थी। हालांकि उन्होंने धैर्य रखने की बात कही, क्योंकि टीमें अभी आंकड़ों का विश्लेषण कर रही हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि 5 तीव्रता का भूकंप पृथ्वी के लिहाज से सामान्य है। यहां इस तरह के साल में 5 लाख भूकंप आते हैं। उनमें शायद ही कभी कोई गंभीर नुकसान होता है। लेकिन मंगल ग्रह टेक्टोनिकली बहुत अधिक शांत है और 5 तीव्रता वहां के हिसाब से काफी ज्यादा है।
इनसाइट लैंडर साल 2018 से मंगल ग्रह पर एक्टिव है। वैज्ञानिकों ने दिसंबर 2018 में वहां सीस्मोमीटर को सेट किया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि तभी से वह एक बड़े भूकंप का इंतजार कर रहे हैं। हालिया भूकंप के बारे में भी वैज्ञानिकों की टीम को बहुत कम जानकारी है। वह यह पता लगा रहे हैं कि किस जगह पर भूकंप आया था।
इनसाइट लैंडर को 26 नवंबर 2018 को मंगल ग्रह पर लैंड कराया गया था। इसके साथ भेजे गए सीस्मोमीटर को फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी CNES ने तैयार किया है। यह मंगल ग्रह पर आने वाले भूकंप और वहां की भूगर्भीय एक्टिविटी को एक्स्प्लोर करता है। मंगल पर लगभग 1300 दिनों में इनसाइट ने 1,313 से अधिक भूकंपों का पता लगाया है। लैंडर का प्राइमरी मिशन आधिकारिक तौर पर साल 2020 में खत्म हो गया था, लेकिन नासा ने यह मिशन अभी भी जारी रखा है। हालांकि इसे ऑपरेट करने के कई तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं।