दुनियाभर के देश और उनकी
अंतरिक्ष एजेंसियां चंद्रमा पर मिशन भेज रहे हैं। इनमें दक्षिण कोरिया भी शामिल है। वहां की साइंस मिनिस्ट्री के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के मानव रहित अंतरिक्ष यान दानुरी (Danuri) ने सेलेनोग्राफिक डेटा जुटाने के अपने मिशन के दौरान चंद्रमा के सुदूर हिस्से की पहली तस्वीर भेजी है। चंद्रमा का विमुख फलक (far side of the Moon) एक गोलार्ध है जो हमेशा पृथ्वी से दूर रहता है। दानुरी अंतरिक्ष यान, चंद्रमा की सतह से 100 किलोमीटर ऊपर चक्कर लगा रहा है। ऑर्बिटर ने 22 और 24 मार्च को चंद्रमा के 3 क्रेटरों की तस्वीरें अपने एचडी कैमरों की मदद से ली थीं।
योनहाप न्यूज एजेंसी की
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया के स्पेसक्राफ्ट ने पहली बार चंद्रमा के विमुख फलक की तस्वीर ली है। दानुरी स्पेसक्राफ्ट पर लगे वाइड-एंगल पोलरिमेट्रिक कैमरा, पोलकैम फॉर शॉर्ट जैसे उपरकणों को चंद्रमा की सतह की संरचना और उसके ज्वालामुखी से संबंधित अध्ययनों के लिए डिजाइन किया गया है।
दक्षिण कोरिया ने इस मिशन को आम लोगों से भी जोड़ा है। ऑर्बिटर की वेबसाइट पर जाकर लोग यह जान सकते हैं कि Danuri की रियल टाइम लोकेशन क्या है। करीब 145 दिनों की यात्रा के बाद दानुरी ने 27 दिसंबर को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। इस स्पेसक्राफ्ट ने 4 फरवरी को अपना कामकाज शुरू किया था।
दानुरी कई और जानकारियां चंद्रमा पर जुटाने वाला है। इसमें लगे उपकरणों के जरिए इस साल के आखिर तक चंद्रमा के इलाकों, चुंबकीय शक्ति, गामा किरणों आदि को स्टडी किया जाएगा। यही नहीं, यह ऑर्बिटर उन इलाकों की भी पहचान करेगा, जहां भविष्य में मून मिशन को लैंड कराया जा सकता है।
चंद्रमा पर मिशन भेजने वाले देशों में अमेरिका सबसे प्रमुख है। पिछले साल आर्टिमिस 1 (Artemis1) मिशन की कामयाबी के बाद वह आर्टिमिस II मिशन की तैयारी कर रहा है। साल 2024 में इस मिशन को लॉन्च किए जाने का लक्ष्य है। नासा अपने मिशन में 4 अंतरिक्ष यात्रियों को भी चंद्रमा की परिक्रमा करने के लिए भेजने जा रहा है।