डॉक्टरों को अक्सर कहते सुना जाता है कि अच्छी सेहत के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी होती है। इतना ही नहीं, डॉक्टर्स का कहना है कि कई तरह की बीमारियां भी नींद से जुड़ी होती हैं। यानि कि हमारा स्वास्थ्य कई मायनों में नींद पर भी निर्भर करता है। अब वैज्ञानिकों ने एक और शोध प्रस्तुत किया है जिसमें कहा गया है कि अच्छी नींद, यानि कि क्वालिटी स्लीप लेने से वयस्कों में अस्थमा का रिस्क बहुत कम हो जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि इस नई रिसर्च में क्या सामने आया है।
स्टडी को BMJ ओपन रेस्पिरेट्री रिसर्च जर्नल में
प्रकाशित किया गया है। जिसमें अस्थमा का
नींद से काफी गहरा संबंध बताया गया है। स्टडी के लिए 17,836 अस्थमा पीड़ित लोगों को शामिल किया गया। 10 साल तक उनके साथ फॉलोअप किया गया। स्टडी में कहा गया है कि खराब नींद और ज्यादा संवेदनशीलता अस्थमा के रिस्क को बढ़ा सकती है। वहीं, क्वालिटी स्लीप अस्थमा की रोकथाम में मददगार साबित हो सकती है। भले ही उस व्यक्ति की जेनेटिक स्थिति कुछ भी हो।
इस अध्य्यन से जुड़े लेखकों ने निष्कर्ष निकाला है कि जो लोग अच्छी तरह से
नींद नहीं लेते हैं और जिनमें जेनेटिक संवेदनशीलता ज्यादा होती है, उनमें अस्थमा रिस्क ज्यादा हो सकता है। इसके लिए एक्सपर्ट सुझाव देते हैं कि स्लीप पैटर्न से यानि हमारी सोने की आदतों से जुड़े डिसॉर्डर्स के बारे में समय रहते पता लगाया जाना चाहिए। जिससे कि अस्थमा होने के चांसेज को कम किया जा सके।
आपको बता दें कि अस्थमा लम्बे समय तक चलने वाली सांस संबंधी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत सामने आती है। इसमें वायु का फेफड़ों में अंदर तक पहुंचना बाधित हो जाता है। इस बीमारी से दुनियाभर में करोडों लोग पीड़ित हैं। यह जेनेटिक और नॉन जेनेटिक, दोनों कारणों से हो सकती है।