वर्ल्ड स्लीप डे 2023 (World Sleep Day 2023) इस बार 17 मार्च को यानि आज मनाया जा रहा है। अच्छी नींद लेना सेहत को बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी माना जाता है। यहां तक कि चिकित्सकों का कहना है कि व्यक्ति भले ही शारीरिक रूप से कितना ही हष्ट-पुष्ट हो, अगर वह अच्छी नींद नहीं ले पा रहा है तो उसे स्वस्थ नहीं कहा जा सकता है। डॉक्टर्स का मानना है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम 8 घंटे की नींद लेनी ही चाहिए। वर्ल्ड स्लीप डे के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं कि भारतीयों की नींद लेने की क्वालिटी कैसी है।
वर्ल्ड स्लीप डे 2023 (World Sleep Day 2023) के मौके पर Local Circles की ओर से एक सर्वे रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें कहा गया है कि 55% भारतीय रोजाना 6 घंटे से भी कम की अच्छी नींद ले पा रहे हैं। वहीं, 28 प्रतिशत लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद उनकी नींद की क्वालिटी खराब हो गई है, यानि कि वो गहरी, चैन की नींद अब नहीं ले पा रहे हैं।
सर्वे में कहा गया है कि 21% भारतीय केवल 4 घंटे से कम की अच्छी नींद रात को ले पा रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले इस बार 6 घंटे से कम की नींद लेने वाले लोगों की संख्या में 10 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं, एक चिंताजनक आंकड़ा ये भी है कि केवल 2% लोग ही ऐसे हैं जो रात में 8 से 10 घंटे की अच्छी क्वालिटी वाली नींद ले पा रहे हैं। 6 से 8 घंटे की नींद लेने वाले लोगों का प्रतिशत 43 है। जबकि 4 से 6 घंटे की नींद लेने वाले लोगों की संख्या केवल 34% ही है।
सर्वे में देश के 309 जिलों में से 39 हजार लोगों को शामिल किया गया है। जिनमें जवाब देने वालों में पुरूषों की संख्या 64% है और महिलाओं की संख्या 39% है। इनमें से 43% लोग टियर 1 जिलों से ते जबकि 35% टियर 2 जिलों से थे। जबकि 22% लोग टियर 3 और टियर 4 जिलों से शामिल किए गए थे। वर्ल्ड स्लीप डे हर साल लोगों की नींद की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक प्रयास के रूप में मनाया जाता है ताकि लोग अच्छी नींद लेने के प्रति जागरूक हो पाएं और स्वस्थ रह सकें।
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