एस्टरॉयड को लेकर स्पेस एजेंसियां हमेशा से उत्साहित रही हैं। हाल ही में नासा का एक स्पेसक्राफ्ट एस्टरॉयड का सैंपल लेकर लौटा है। अब एजेंसी ने एक और नई खोज एस्टरॉयड के बारे में की है। इसका स्पेसक्राफ्ट Lucy एस्टरॉयड मिशन पर गया है। यह एस्टरॉयड Dinkinesh के बारे में जानकारी जुटाने गया है। मिशन के दौरान स्पेसक्राफ्ट ने एस्टरॉयड Dinkinesh के बारे में हैरान करने वाली जानकारी दी है। इस एस्टरॉयड का अपना एक चंद्रमा भी है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
NASA के स्पेसक्राफ्ट Lucy ने एस्टरॉयड दिनकिनेश के चंद्रमा को स्पॉट किया है। यह 220 मीटर चौड़ा है। यह लगातार एस्टरॉयड का चक्कर लगा रहा है लेकिन इससे 434 किलोमीटर की दूरी पर है। रोचक बात ये है कि
एस्टरॉयड दिनकिनेश केवल 790 मीटर बड़ा है। और इसका चंद्रमा 220 मीटर बड़ा है। नासा का कहना है कि यह मुख्य एस्टरॉयड बेल्ट में मौजूद सबसे छोटा एस्टरॉयड है जो इतने करीब से देखा गया है। लूसी प्रोजेक्ट से जुड़े साइंटिस्ट कीथ नॉल ने कहा है कि सिंगल एस्टरॉयड की बजाए दो खगोलीय पंडों का एक सिस्टम मिल जाना वाकई में बहुत उत्साहित करने वाला है।
Dinkinesh एस्टरॉयड अपने चंद्रमा के साथ मेन एस्टरॉयड बेल्ट में मौजूद है। यह बेल्ट मंगल और बृहस्पति के बीच पाई जाती है। यह धरती से लगभग 48 करोड़ किलोमीटर दूर है। साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से प्रोजेक्ट के मुख्य जांचकर्ता हेन लेविन्सन ने कहा कि दिनकिनेश अपने नाम के साथ पूरी तरह से न्याय करता है। उन्होंने बताया कि इथोपिया की एमहारिक भाषा में दिनकिनेश का मतलब अद्भुत होता है, और दिनकिनेश सच में अद्भुत है।
नासा के अनुसार, प्रोजेक्ट से जुड़ी टीम को अभी स्पेसक्राफ्ट से बचा हुआ डेटा निकालने में लगभग एक हफ्ते का समय और लगेगा। इस डेटा से टीम स्पेसक्राफ्ट और एस्टरॉयड के एनकाउंटर से जुड़ी और जानकारी जुटाएगी। इसके बाद स्पेसक्राफ्ट फिर से एस्टरॉयड के साथ एनकाउंटर करेगा जो कि 2025 में होगा। यह एस्टरॉयड बेल्ट डोनाल्डजोहान्सन में मौजूद है।
दरअसल लूसी को नासा ने दिनकिनेश के पास एक रिहर्सल के तौर पर भेजा हुआ है। क्योंकि इसके बाद वह लूसी को जुपिटर के पास मौजूद इससे कहीं ज्यादा बड़े एस्टरॉयड्स के लिए भेजने वाली है। इस मिशन में 8 एस्टरॉयड के बारे में पता लगाना है जिन्हें Trojans कहा जाता है। Trojans एस्टरॉयड के बारे में कहा जाता है कि ये उसी पदार्थ के बने हुए हैं जिनसे हमारा बाहरी सोलर सिस्टम बना है जिसके अंतर्गत जुपिटर, सेटर्न, यूरेनस, नेप्च्यून जैसे प्लेनेट आते हैं।