अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी
नासा (Nasa) समय-समय पर ऐसी तस्वीरें रिलीज करती है, जो चौंकाती हैं। इस बार स्पेस एजेंसी ने एक विशालकाय ‘खोपड़ी' को दिखाया है। असल में यह कोई खोपड़ी नहीं, लेकिन वैसी लगती जरूर है। तस्वीर को धरती से 400 किलोमीटर ऊपर पृथ्वी का चक्कर लगा रहे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से क्लिक किया गया था। असल में यह एक ज्वालामुखी का इलाका है, जोकि चाड और लीबिया के क्षेत्र में सहारा रेगिस्तान में फैला हुआ है। 12 फरवरी को खींची गई इस तस्वीर को नासा की अर्थ ऑब्जर्वेट्री ने 31 अक्टूबर को
रिलीज किया।
तस्वीर में दिख रही खोपड़ी जैसी आकृति 3300 फुट चौड़ा ज्वालामुखी काल्डेरा (caldera) है। हजारों साल तक हुए ज्वालामुखी विस्फोट के कारण इसका निर्माण हुआ। खोपड़ी जैसी आकृति में दिखने वाला सफेद रंग असल में सोडियम कार्बोनेट डेकाहाइड्रेट, सोडियम बाइकार्बोनेट, सोडियम क्लोराइड और सोडियम सल्फेट का नमकीन मिश्रण है। तस्वीर में कई पहाड़ियां भी हैं, जिसने इसे खोपड़ी जैसी आकृति दी है।
स्पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, भले यह जगह आज बंजर हो गई है, लेकिन करीब 14 हजार साल पहले यहां बर्फीली झील हुआ करती थी। रिपोर्ट के अनुसार 1960 के दशक में वैज्ञानिकों ने इस इलाके में समुद्री घोंघों (snails) और प्लवक (plankton) के जीवाश्मों की खोज की थी। इस इलाके से लाखों साल पुराने शैवालों (alge) के जीवाश्म भी मिल चुके हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इतने पुराने जीवाश्मों की खोज के बावजूद यह जगह सबसे कम उम्र का ज्वालामुखी वाला क्षेत्र है। इसके आसपास मौजूद ज्वालामुखी इससे भी पुराने बताए जाते हैं। अंतरिक्ष से दिखाई देने वाली यह खोपड़ी देखकर कोई भी हैरान हो सकता है। हालांकि नासा ने तस्वीर खींचने वाले अंतरिक्ष यात्री की जानकारी नहीं दी है।
इस तरह की तस्वीरें अक्सर सामने आती हैं, खासतौर पर मंगल ग्रह से आने वाली फोटोज वैज्ञानिकों और लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती हैं।