• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • 50 साल पहले लॉन्च हुए NASA के LANDSAT 1 सैटेलाइट ने 2 साल के भीतर खीचीं थी पृथ्वी की 1 लाख तस्वीरें

50 साल पहले लॉन्च हुए NASA के LANDSAT-1 सैटेलाइट ने 2 साल के भीतर खीचीं थी पृथ्वी की 1 लाख तस्वीरें

1972 में लॉन्च किए जाने के बाद LANDSAT-1 ने 1974 तक लगभग 1 लाख फोटो धरती पर भेज दी थीं। इसने धऱती के 75% से ज्यादा हिस्से को अपनी तस्वीरों में कैद कर लिया था।

50 साल पहले लॉन्च हुए NASA के LANDSAT-1 सैटेलाइट ने 2 साल के भीतर खीचीं थी पृथ्वी की 1 लाख तस्वीरें

Photo Credit: NASA

ख़ास बातें
  • LANDSAT-1 ने 1974 तक लगभग 1 लाख फोटो खींचकर धरती पर भेजी थीं।
  • पहले इसे अर्थ रिसोर्स टेक्नोलॉजी सैटेलाइट (ERTS-1) का नाम दिया गया था।
  • सैटेलाइट ने प्रत्येक फोटो 185x185 किलोमीटर के माप की खींची थी।
विज्ञापन
23 जुलाई 1972 का दिन अंतरिक्ष के इतिहास में बेहद खास है। 23 जुलाई 1972 को अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक ऐसे सैटेलाइट को लॉन्च किया था, जिसने पहली बार हमें अंतरिक्ष से धरती के नजारे दिखाए। इस सैटेलाइट ने पृथ्वी को देखने का नजरिया पूरी तरह से बदल दिया। इसकी मदद से वैज्ञानिक देख पाए कि कैसे धरती से जंगल कम होते जा रहे हैं। जंगलों की आग ने कैसे धरती के एक बड़े हिस्से को काला कर दिया, कैसे औद्योगीकरण और खेतों के बढ़ते दायरे ने जंगलों को धरती से कम कर दिया। 

NASA के वैज्ञानिकों ने  US Geological Survey (USGS) के साथ मिलकर 23 जुलाई को LANDSAT-1 को लॉन्च करके सौरमंडल के सबसे खूबसूरत ग्रह, हमारी पृथ्वी को कैमरे में कैद कर लिया। इस सैटेलाइट ने जिस बारीकी से पृथ्वी की सतह को दिखाया, इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। तब से लेकर अब तक LANDSAT सीरीज के 9 सैटेलाइट लॉन्च किए जा चुके हैं। पृथ्वी की कक्षा में इस वक्त लैंडसेट-8 और लैंडसेट-9 सैटेलाइट चक्कर लगा रहे हैं और पृथ्वी के मौसम और जलवायु में होने वाले परिवर्तनों के साथ ही दूसरे बदलावों पर भी नजर रखे हुए हैं। 
 

LANDSAT-1 का इतिहास

1967 में नासा ने एक सैटेलाइट पर काम करना शुरू किया था जिसका नाम अर्थ रिसोर्स टेक्नोलॉजी सैटेलाइट (ERTS-1) रखा गया था। इसे 23 जुलाई 1972 को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया गया। नासा ने इसे वैंडनबर्ग एयरफोर्स स्टेशन से लॉन्च किया था, जो अमेरिका के कैलिफॉर्निया में है। बाद में इस सैटेलाइट का नाम बदल कर LANDSAT-1 कर दिया गया। फिर 6 जनवरी 1978 को इसे रिटायरमेंट दे दिया गया, क्योंकि इसके टेप रिकॉर्ड खराब होना शुरू हो गए थे। हालांकि नासा और USGS ने मिलकर जनवरी 1975 में ही दूसरा LANDSAT सैटेलाइट पृथ्वी की कक्षा में स्थापित कर दिया था। इसका नाम LANDSAT-2 रखा गया। इस तरह से 1972 से लेकर अब तक LANDSAT सैटेलाइट्स लगातार अंतरिक्ष में धरती का चक्कर लगा रहे हैं। 

1972 में लॉन्च किए जाने के बाद LANDSAT-1 ने 1974 तक लगभग 1 लाख फोटो धरती पर भेज दी थीं। इसने धऱती के 75% से ज्यादा हिस्से को अपनी तस्वीरों में कैद कर लिया था। प्रत्येक फोटो 185x185 किलोमीटर के माप की थी। सैटेलाइट अपने काम में इतना अच्छा था कि इसके जरिए धरती पर नई जमीनों का भी पता लग पाया। 

सैटेलाइट्स धरती पर हो रहे बदलावों पर नजर रखने के लिए बहुत उपयोगी हैं। इनकी मदद से ही पता लगाया जाता है कि धरती पर जंगल का क्षेत्र कम हो रहा है या ज्यादा। इसके अलावा ध्रुवों पर जमी बर्फ में क्या बदलाव आ रहे हैं, बर्फ कितने एरिया में और कितनी गति से पिघल रही है, ये सब जानकारी सैटेलाइट्स के द्वारा कैप्चर की जाने वाली इमेज से ली जाती हैं। ये सैटेलाइट लगातार धरातल की फोटो जमा करते रहते हैं जिससे साल दर साल पृथ्वी की सतह पर होने वाले बदलावों को साफ साफ देखा जा सकता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. BrahMos : भारत आज फ‍िलीपीन को देगा ब्रह्मोस मिसाइलों का पहला सेट, जानें इसकी खूबियां
  2. सैटेलाइट इंटरनेट के दिन आ गए! Elon Musk की स्‍टारलिंक को जल्‍द मिल सकती है सरकार से मंजूरी
  3. OnePlus Ace 3 Pro के स्पेसिफिकेशंस, डिजाइन का हुआ खुलासा, जानें क्या होगा खास
  4. Moto E14 में होगी 5000mAh बैटरी, 20W चार्जिंग, TDRA सर्टिफिकेशन में दिखा फोन
  5. लोकसभा चुनाव का बजा बिगुल, Google ने अलग अंदाज में मनाया लोकतंत्र के पर्व का जश्न
  6. Huawei का गजब डिवाइस, पॉकेट में रख लो, एक साथ 16 डिवाइस को देगा इंटरनेट
  7. Vivo V30e 5G भारत में 5500mAh बैटरी, 44W फास्ट चार्जिंग के साथ होगा लॉन्च! जानें सबकुछ
  8. फ्लैगशिप कैमरा फीचर्स के साथ आएगा OnePlus का अपकमिंग फ्लिप फोन! Samsung, Motorola को देगा टक्कर?
  9. Itel Super Guru 4G फीचर फोन YouTube और UPI सपोर्ट के साथ भारत में हुआ लॉन्च, कीमत 1,799 रुपये
  10. AI Girlfriend: कौन होती है ये वर्चुअल गर्लफ्रेंड? कितनी बड़ी है AI-Dating की दुनिया? जानें सब कुछ...
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »