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ब्रह्मांड में कई आकाशगंगाएं (Galaxies) हैं, जो अबतक वैज्ञानिकों और टेलीस्कोपों की नजर से ओझल हैं। हालांकि कुछ आकाशगंगाओं को देखा गया है, जिससे यह अनुमान मिलता है कि अन्य का आकार और अंदरुनी मटीरियल किस तरह का हो सकता है। अंतरिक्ष में बीते 30 साल से भी ज्यादा समय से तैनात हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) ने NGC 612 नाम की आकाशगंगा को अलग एंगल से कैमरों में कैद किया। रिपोर्ट के अनुसार, यह एक एक्टिव गैलेक्सी है और हमारी पृथ्वी से करीब 40 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है। इसका द्रव्यमान हमारे सूर्य से लगभग 1.1 ट्रिलियन गुना ज्यादा है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए
बताया है कि यह एक दुर्लभ आकाशगंगा है, जिसे साल 1837 में ब्रिटिश खगोलशास्त्री जॉन हर्शेल ने खोजा था। NGC 612 को पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध से आसानी से देखा जा सकता है।
NGC 612 की एक और खास बात है कि यह एक सेफर्ट आकाशगंगा (Seyfert galaxy) है। एक एक्टिव आकाशगंगाओं का एक प्रकार है। इसका मतलब है कि आकाशगंगा के केंद्र के पास मौजूद मैटर उसके न्यूक्लियस की चारों ओर शांत तरीके से घूमता है। इस आकाशगंगा में कई युवा तारे भी हैं, जिनकी उम्र 4 करोड़ से 10 करोड़ साल के बीच है। इस आकाशगंगा से रेडियो उत्सर्जन भी होता है, जो इसे एक रेडियो गैलेक्सी बनाती है। वैज्ञानिक हमारे ब्रह्मांड में अबतक ऐसी 5 आकाशगंगाओं का पता लगा पाए हैं।
भले ही साल 2021 में लॉन्च किए गए जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने हबल टेलीस्कोप को रिप्लेस कर दिया है, लेकिन हबल अभी भी काम कर रहा है और अगले कई साल तक सर्विस देगा। इसे नासा और यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने साल 1990 में लॉन्च किया था। तब से अबतक हबल ने सुदूर ब्रह्मांड की कई अनदेखी तस्वीरों से दुनिया को रू-ब-रू करवाया है।