• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Global Warming Impact: अगले 5 वर्षों में औसतन 1.5 डिग्री सेल्सियस और गर्म हो जाएगी दुनिया!

Global Warming Impact: अगले 5 वर्षों में औसतन 1.5 डिग्री सेल्सियस और गर्म हो जाएगी दुनिया!

2015 के बाद से, जब यह शून्य के करीब था, अस्थायी रूप से 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना धीरे-धीरे बढ़ गई है।

Global Warming Impact: अगले 5 वर्षों में औसतन 1.5 डिग्री सेल्सियस और गर्म हो जाएगी दुनिया!

वैश्विक औसत तापमान 2021 में पूर्व-औद्योगिक बेसलाइन से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक था

ख़ास बातें
  • 2022 और 2026 के बीच किसी वर्ष में रिकॉर्ड गर्मी होने की 93% संभावना है
  • इससे पहले 2016 में पड़ी थी रिकॉर्ड गर्मी
  • एनुअल अपडेट को क्लाइमेट वैज्ञानिकों के ज्ञान के आधार पर बनाया जाता है
विज्ञापन
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने चेतावनी दी है कि ग्लोबल तापमान अगले पांच वर्षों में पूर्व-औद्योगिक स्तरों पर 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर सकता है। 2015 में पेरिस जलवायु समझौता हुआ था, जहां इसमें हिस्सा लेने वाले देशों ने ग्लोबल वार्मिंग को 1850 और 1900 के बीच के स्तर पर 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे और यदि संभव हो तो 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने पर सहमति जताई थी। अब, संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) द्वारा जारी एक नए क्लाइमेट अपडेट के अनुसार, अगले पांच वर्षों में से कम से कम एक के लिए, 50-50 संभावना है कि वार्षिक औसत ग्लोबल टेंपरेचर पूर्व-औद्योगिक से 1.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर बढ़ जाएगा।

WMO ने कहा है कि 2022 और 2026 के बीच कम से कम एक वर्ष में रिकॉर्ड पर सबसे गर्म होने का 93 प्रतिशत मौका है, जिसके बाद वह संभावित साल 2016 को टॉप पोजीशन से दूसरे नंबर पर ले आएगा।

ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर फैसला लेने वालों के लिए सटीक जानकारी बनाने के लिए, WMO का एनुअल अपडेट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध क्लाइमेट वैज्ञानिकों के ज्ञान और दुनिया भर के प्रमुख क्लाइमेट सेंटर्स के बेस्ट प्रेडिक्शन टूल्स पर आधारित है।

2015 के बाद से, जब यह शून्य के करीब था, अस्थायी रूप से 1.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना धीरे-धीरे बढ़ गई है। 2017 से 2021 के बीच लक्ष्य से 10 प्रतिशत अधिक होने की संभावना थी। 2022-2026 के वर्षों के लिए, यह संभावना लगभग 50 प्रतिशत तक पहुंच गई है।

WMO के महासचिव पेटेरी तालस (Petteri Taalas) ने कहा कि उनके विश्लेषण से पता चलता है कि दुनिया पेरिस जलवायु समझौते के निचले लक्ष्य को अस्थायी रूप से पूरा करने के काफी करीब पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि 1.5 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा एक संयोग नहीं था, लेकिन इस बात का अधिक पूर्वानुमान था कि क्लाइमेट इम्पेक्ट कब व्यक्तियों और पृथ्वी के लिए अधिक विनाशकारी हो जाएगा।

वैश्विक जलवायु की स्थिति पर अस्थायी WMO रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक औसत तापमान 2021 में पूर्व-औद्योगिक बेसलाइन से 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Tata Curvv EV vs Mahindra BE 6: जानें 20 लाख रुपये में कौन सी ईवी है बेस्ट
  2. iPhone न खरीदें ऐसे यूजर्स! ये रहे 3 बड़े कारण
  3. WhatsApp पर लाइव लोकेशन को अपने मुताबिक ऐसे बदलें!
  4. जमीन खरीदने से पहले ऐसे चेक करें बेचने वाला उसका मालिक है या नहीं, ये है स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस
  5. Instagram का यह फीचर होने जा रहा बंद, पोस्ट और रील में नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल
  6. Airtel ने Rs 509 से शुरू होने वाले नए कॉलिंग, SMS प्लान किए पेश
  7. BSNL को 4G में देरी से हो रहा रेवेन्यू का नुकसान, सरकार ने दी जानकारी
  8. भारत में 5G यूजर्स की संख्या 25 करोड़ के पार! 2 लाख से ज्यादा गांवों में पहुंचा ब्रॉडबैंड
  9. Samsung का मजबूत फोन Galaxy XCover 7 Pro 6GB रैम, Snapdragon चिप से होगा लैस! फीचर्स का खुलासा
  10. Xgimi लाई 70 इंच की पोर्टेबल स्क्रीन, आउटडोर में देगी सिनेमा जैसा मजा! जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »