चीन के मार्स सैंपल रिटर्न मिशन का लक्ष्य मंगल ग्रह से नमूनों को इकट्ठा करना और उन्हें 2031 तक पृथ्वी पर वापस लाना है। ये NASA और ESA के संयुक्त मिशन से दो साल जल्दी है। एजेंसी के मुख्य डिजाइनर ने 20 जून को एक प्रेजेंटेशन के जरिए इसकी पुष्टि की थी। कहा जा रहा है कि इस मल्टी-लॉन्च मिशन में संयुक्त नासा-ईएसए प्रोजेक्ट की तुलना में सरल आर्किटेक्चर होगा, जिसमें सिंगल मार्स लैंडिंग होगी और विभिन्न साइटों से सैंपल कलेक्शन करने वाले कोई रोवर नहीं होंगे।
Space News ने चीनी एसेंजी के Tianwen-1 मार्स ऑर्बिटर और रोवर मिशन के मुख्य डिजाइनर सन ज़ेझोउ (Sun Zezhou) की एक प्रेजेंटेशन का हावाला देते हुए
जानकारी दी है कि चीन अपने मार्स सैंपल रिटर्न मिशन को 2031 तक समाप्त कर लेगा।
प्रेजेंटेशन (चीनी भाषा में) में चीन के इस मिशन के लिए एक नए मिशन प्रोफाइल की जानकारी दी गई है, जिसमें ज़ेझोउ ने दो लॉन्च प्रोफाइल की योजना शेयर की। इसमें 2028 के अंत में रोवर को भेजना और जुलाई 2031 में पृथ्वी पर नमूनों को वापस लाने की बात कही गई है।
रिपोर्ट कहती है कि इस मल्टी-लॉन्च मिशन में संयुक्त नासा-ईएसए प्रोजेक्ट की तुलना में सरल आर्किटेक्चर होगा, जिसमें सिंगल मार्स लैंडिंग होगी और विभिन्न साइटों से सैंपल कलेक्शन करने वाले कोई रोवर नहीं होंगे। यदि यह मिशन सफल होता है, तो यह पृथ्वी पर मंगल ग्रह के पहले इकट्ठा किए गए नमूनों को वापस लाएगा। चीनी स्पेस एजेंसी के लिए यह बेहद बड़ी उपलब्धि इसलिए होगी, क्योंकि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए दुनियाभर की कई बड़ी स्पेस एजेंसी कई वर्षों से महनत कर रही हैं।
रिपोर्ट आगे बताती है कि मार्च में, NASA ने अपने मार्स सैंपल रिटर्न अभियान के अगले चरण में देरी करने और इवेंट के जोखिम को कम करने के लिए एक लैंडर मिशन को दो अलग-अलग अंतरिक्ष यान में विभाजित करने की योजना की घोषणा की थी। वहीं, ESA का अर्थ रिटर्न ऑर्बिटर 2027 में लॉन्च होगा, और नमूने इकट्ठा करने के बाद 2033 तक पृथ्वी पर लौटेगा।
चीन के Tianwen-3 नाम के मिशन में दो कॉम्बिनेशन शामिल होंगे - एक लैंडर और चढ़ाई वाला वाहन, और एक ऑर्बिटर और रिटर्न मॉड्यूल। ये कॉम्बिनेशन क्रमशः Long March 5 और Long March 3B रॉकेट पर अलग-अलग लॉन्च होंगे।