• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • मोबाइल टैब खूब देख रहा है बच्‍चा? हो जाएं अलर्ट, हो रही बड़ों वाली ‘बीमारी’, जानें

मोबाइल-टैब खूब देख रहा है बच्‍चा? हो जाएं अलर्ट, हो रही बड़ों वाली ‘बीमारी’, जानें

इसे अनदेखा किया जाए, ठीक से इलाज नहीं किया जाए तो खुजली, लाल आंखें, संवेदनशील आंखें समेत कई परेशानियां होने लगती हैं।

मोबाइल-टैब खूब देख रहा है बच्‍चा? हो जाएं अलर्ट, हो रही बड़ों वाली ‘बीमारी’, जानें

Photo Credit: Unsplash

बच्‍चों में ड्राई आंखों के केस का मिलना वाकई गंभीर है। बच्‍चे अपना खयाल भी खुद नहीं रख सकते हैं। ऐसे में पैरंट्स को ज्‍यादा सजह होने की जरूरत है।

ख़ास बातें
  • 6 साल की उम्र के बच्‍चे भी आ रहे चपेट
  • ड्राई आंखों की समस्‍या कर रही परेशान
  • स्‍क्रीन टाइम बढ़ने से होती है परेशानी
विज्ञापन
कोविड महामारी ने लोगों की जिंदगी बदल दी है। ऑफ‍िस धीरे-धीरे खुलने हैं, लेकिन करीब 2 साल तक वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन क्‍लास ने लोगों को स्‍क्रीन का आदी बना दिया है। बच्‍चे सबसे ज्‍यादा प्रभावित हुए हैं। पढ़ाई ने उनके हाथ में स्‍मार्टफोन और टैबलेट थमा दिए, जो अब आदत बन गए हैं। इससे बच्‍चों का स्‍क्रीन टाइम पहले से ज्‍यादा बढ़ गया है। हाल ही में विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि इस बढ़े हुए स्क्रीन टाइम के कारण 6 साल से कम उम्र के बच्चों को आंखों की परेशानी होती है। इसे आसान भाषा में समझें तो लाल आंखों की परेशानी जो आमतौर पर वयस्‍कों को प्रभावित करती है, बच्‍चों को भी अपनी चपेट में ले सकती है। 

मेल ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, आंख की परेशानियां आमतौर पर किसी व्यक्ति को 50-60 साल की उम्र में परेशान करती हैं। इसे अनदेखा किया जाए, ठीक से इलाज नहीं किया जाए तो खुजली, लाल आंखें, संवेदनशील आंखें समेत कई परेशानियां होने लगती हैं। बीमारी की गंभीरता से मरीज ऐसी स्थिति तक पहुंच जाता है, जिसमें आंखों को हमेशा के लिए कुछ नुकसान हो जाते हैं। 

एक ऑप्टोमेट्रिस्ट और ड्राई आई स्पेशलिस्ट सारा फरेंट ने बताया है कि अब कई बच्चे भी उनके पास आंखों की समस्या की वजह से आ रहे हैं। साराह ने बताया कि 5 से 6 साल पहले उनके पास कोई बच्‍चा इलाज के लिए नहीं आता था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। कुछ साल में उनके पास छोटे बच्‍चे भी आते हैं। इनमें से जिसकी उम्र सबसे कम थी, वह एक 6 साल की छोटी बच्‍ची थी। 

ड्राई आई एक्‍सपर्ट डॉ. मैथ्यू ऑलसेन के अनुसार, ड्राई आई डिजीज का पीड़‍ित व्‍यक्ति की लाइफ की क्‍वॉलिटी पर बड़ा असर पड़ता है। सभी उम्र के लोगों को इस बारे में जागरूक होने की जरूरत है। यह परिस्थिति ऐसी है, जिससे होने वाले कई नुकसान ठीक नहीं किए जा सकते। 

बच्‍चों में ड्राई आंखों के केस का मिलना वाकई गंभीर है। बच्‍चे अपना खयाल भी खुद नहीं रख सकते हैं। ऐसे में पैरंट्स को ज्‍यादा सजह होने की जरूरत है। अगर आपका बच्‍चा भी मोबाइल या टैब पर ज्‍यादा समय बिताता है, तो ध्‍यान रखें। उसके स्‍क्रीन टाइम को कम से कम करने की कोशिश करें। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Elon Musk की टेस्ला को लगा बड़ा झटका, कंपनी के EV की सेल्स में भारी गिरावट
  2. Microsoft ने पाकिस्तान में 25 वर्षों के बाद बंद किया ऑफिस
  3. धरती के घूमने की रफ्तार जुलाई और अगस्त में 3 दिनों पर हो सकती है तेज
  4. Xiaomi दे रहा है फ्री WiFi, स्मार्ट होम और जिम वाला फ्लैट! इतना है किराया
  5. Google के इन स्मार्टफोन मालिकों की बल्ले-बल्ले, मिल रहा है12,800 रुपये का लाभ
  6. 1 इंसान 5 नौकरियां? Mouse Jiggler के जरिए खेला!
  7. Tech News Today: सोहम पारेख मूनलाइटिंग, Poco F7 सेल, YouTube मॉनिटाइजेशन और बहुत कुछ...
  8. अब स्मार्ट चश्मों से मार्केट में गर्दा उड़ाएगा Apple, 2027 से शुरू होगा असली खेल!
  9. iQOO 13 नए  Ace Green कलर में होगा लॉन्च, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  10. अब लॉक स्क्रीन पर दिखेगी रियल-टाइम ट्रैकिंग, Android 16 में आया iPhone जैसा फीचर
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »