• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • Chandrayaan 3 : दो हिस्‍सों में बंटा चंद्रयान 3! विक्रम लैंडर हुआ प्रोपल्‍शन मॉड्यूल से अलग, आगे क्‍या होगा? जानें

Chandrayaan-3 : दो हिस्‍सों में बंटा चंद्रयान-3! विक्रम लैंडर हुआ प्रोपल्‍शन मॉड्यूल से अलग, आगे क्‍या होगा? जानें

Chandrayaan-3 : लैंडर अब मिशन पर खुद आगे बढ़ेगा। इसरो ने बताया है कि कल शाम 4 बजे यह थोड़ी निचली कक्षा में उतरने की कोशिश करेगा।

Chandrayaan-3 : दो हिस्‍सों में बंटा चंद्रयान-3! विक्रम लैंडर हुआ प्रोपल्‍शन मॉड्यूल से अलग, आगे क्‍या होगा? जानें

Photo Credit: ISRO

प्रोपल्शन मॉड्यूल अपनी मौजूदा कक्षा में चंद्रमा की परिक्रमा करता रहेगा।

ख़ास बातें
  • चंद्रयान-3 का एक और अहम पड़ाव पूरा
  • लैंडर मॉड्यूल हुआ प्रोपल्‍शन मॉड्यूल से अलग
  • अब खुुद आगे बढ़ेगा लैंडर मॉड्यूल
विज्ञापन
भारत का तीसरा मून मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) एक और अहम पड़ाव को पार करके आगे बढ़ गया है। चंद्रयान-3 के साथ गया विक्रम लैंडर जिसे लैंडर मॉड्यूल भी कहते हैं (LM), वह प्रोपल्‍शन मॉड्यूल (PM) से सफलतापूर्वक अलग हो गया है। लैंडर अब मिशन पर खुद आगे बढ़ेगा। इसरो ने बताया है कि कल शाम 4 बजे यह थोड़ी निचली कक्षा में उतरने की कोशिश करेगा। 
 

एक और ट्वीट में भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) ने बताया है कि विक्रम लैंडर से अलग होने के बाद प्रोपल्शन मॉड्यूल अपनी मौजूदा कक्षा में चंद्रमा की परिक्रमा करता रहेगा। यह महीनों से लेकर वर्षों तक अपना सफर जारी रखेगा। 
 

प्रोपल्‍शन मॉड्यूल से ना सिर्फ विक्रम लैंडर अलग हुआ है, बल्कि इसके साथ प्रज्ञान रोवर भी अलग हो गया है। विक्रम और प्रज्ञान अभी साथ-साथ हैं। अभी तक सबकुछ योजना के मुताबिक हुआ है। आगे भी कोई मुश्किल नहीं आई तो 23 अगस्‍त की शाम 5 बजकर 47 मिनट पर विक्रम लैंडर, चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश करेगा।  

इससे पहले बुधवार को चंद्रयान-3 ने पांचवीं और अंत‍िम बार अपनी कक्षा में बदलाव किया। चंद्रयान-3 अब चांद की सतह के सबसे करीब आ गया है। इसकी चांद से सबसे कम दूरी 153 किलोमीटर और अधिकतम दूरी 163 किलोमीटर रह गई है। 

14 जुलाई को लॉन्‍च होने के बाद चंद्रयान-3 ने 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। उसके बाद 6, 9 और 14 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में बदलाव कर उसे चांद के करीब ले जाया गया था। योजना के अनुसार, चंद्रयान-3 के 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है।

इसरो को पूरी उम्‍मीद है कि यह मिशन सफल होगा। लैंडर ‘विक्रम' को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि बड़ी गड़बड़ी भी मिशन को बर्बाद नहीं कर पाएगी। इसरो अध्‍यक्ष एस. सोमनाथ कह चुके हैं कि चंद्रयान-3 का लैंडर ‘विक्रम' 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट-लैंडिंग' करने में सक्षम होगा, भले ही इसके सभी सेंसर और दोनों इंजन काम न करें। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Realme P4 Pro 5G vs Nothing Phone 3a vs Poco X7 Pro 5G: 25 हजार में कौन सा है बेहतर
  2. Pixel मोबाइल पर कनेक्ट होंगे 1 साथ 2 हेडफोन
  3. 10 हजार रुपये में आने वाली टॉप 5 स्मार्टवॉच, 10 दिनों तक चलेगी बैटरी, जानें सबकुछ
  4. डेटिंग में भी घुसा AI, 50 प्रश्न पूछेगा और मिलाएगा आपके पार्टनर से! जानें इस ऐप के बारे में
  5. हाइवे पर फ्री AC रूम, Wi-Fi और शॉवर, बस भरवाना है फ्यूल; बुकिंग सीधा मोबाइल ऐप से
  6. Vivo T4 Pro vs Realme 15 5G vs Nothing Phone 3a: 30 हजार में कौन सा है बेस्ट
  7. Samsung की AI वाली वॉशिंग मशीन, कपड़ों को गीला किए बिना करेगी साफ, प्रेस करने का भी झंझट खत्म!
  8. ऑनलाइन डिजिटल स्कैम के शिकार तो नहीं हुए आप? ऐसे करें ऑनलाइन शिकायत
  9. Gmail पर Spam Email को ऐसे करें Block, स्टोरेज भी हो जाएगी खाली, फॉलो करें ये स्टेप्स
  10. Motorola G06 में मिल सकता है MediaTek Helio G81 Extreme चिपसेट
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »