इस साल का आखिरी सुपरमून (supermoon) भारत में आज शाम यानी 12 अगस्त को दिखाई देगा। अब से कुछ घंटों बाद आप पूर्णिमा के चांद का शानदार नजारा देख सकेंगे। दुनिया के कई हिस्सों में इस सुपरमून को गुरुवार से ही देखा जा रहा है। भारत में यह आज दिखाई देगा, जो अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखने वालों के लिए बेहद खास मौका होगा। इससे पहले जून और जुलाई में भी सुपरमून को देखा गया था। जैसे पिछले दो सुपरमून के नाम ‘स्ट्रॉबेरी मून' और ‘थंडर मून' थे, उसी तरह इस बार हम ‘फुल स्टर्जन मून' (Full Sturgeon Moon) को देखेंगे। यह लगातार चार सुपरमून में से चौथा होगा। आइए जानते हैं क्या होता है सुपरमून और भारत में इसे कितने बजे से देखा जा सकेगा।
क्या है सुपरमून
सुपरमून उस स्थिति को कहा जाता है, जब चंद्रमा की कक्षा पृथ्वी के सबसे करीब होती है। वैज्ञानिक नजरिए से समझें तो चंद्रमा इस दिन पृथ्वी की कक्षा में अपने निकटतम बिंदु पेरिगी पर पहुंच जाएगा। इसकी वजह से वह आम पूर्णिमा के मुकाबले सामान्य से थोड़ा बड़ा दिखाई देगा। एक सुपरमून औसत रात की तुलना में 14 से 30 फीसदी ज्यादा चमकदार दिखाई दे सकता है। यह लगातार दिखाई देने वाले चार सुपरमून में से चौथा होगा। इस दौरान पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी करीब 26 हजार किलोमीटर कम हो जाएगी।
कैसे पड़ा ‘फुल स्टर्जन मून' नाम
नासा के अनुसार, स्टर्जन शब्द की उत्पत्ति अमेरिकी जनजाति अल्गोंक्विन (Algonquin) से हुई है। हर साल यह जनजाति इस सीजन में स्टर्जन मछली को पकड़ती है, जिस वजह से इस पूर्णिमा को स्टर्जन मून कहा गया है।
सुपरमून देखने का सही वक्त
भारत में आज शाम के बाद से सुपरमून का नजारा दिखाई देगा। देश की राजधानी दिल्ली की बात करें, तो शाम 7 बजकर 41 मिनट के बाद सुपरमून दिखाई देना शुरू होगा। इसे सुबह तक देखा जा सकेगा।
अगला सुपरमून कब
स्पेसडॉटकॉम की
रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल यानी 2023 और उसके बाद 2024 में भी चार सुपरमून दिखाई देंगे। जबकि 2025 में 3 सुपरमून देखे जा सकेंगे। वैसे तो इस नजारे को आंखों से देखा जा सकता है, लेकिन अगर आपके पास बेहतर क्वॉलिटी की दूरबीन है, तो यह नजारा और दिलचस्प हो सकता है।