• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • 56 हजार आकाशगंगाओं की पृथ्‍वी से दूरी का मैप तैयार किया खगोलविदों ने, इस शोध में मिलेगी मदद

56 हजार आकाशगंगाओं की पृथ्‍वी से दूरी का मैप तैयार किया खगोलविदों ने, इस शोध में मिलेगी मदद

यह सब ब्रह्मांड के बारे में एक विशेष बात को समझने के लिए किया जा रहा है कि अंतरिक्ष समय (Space time) का विस्तार कितनी तेजी से हो रहा है।

56 हजार आकाशगंगाओं की पृथ्‍वी से दूरी का मैप तैयार किया खगोलविदों ने, इस शोध में मिलेगी मदद

इस डेटा को कॉस्मिकफ्लो-4 कहा जाता है, जिसमें पृथ्‍वी से आकाशगंगाओं की दूरी की सबसे बड़ी जानकारी है।

ख़ास बातें
  • ब्रह्मांड के विस्‍तार को समझने में मिलेगी मदद
  • यह शोध एस्ट्रोफिजिक्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है
  • भविष्‍य की रिसर्च में भी यह शोध मददगार होगा
विज्ञापन
कोई आकाशगंगा (Galaxy) पृथ्वी से कितनी दूर है, इसका पता लगाना आसान नहीं है। विशाल अंतरिक्ष में यह बता पाना मुश्किल हो सकता है कि आकाशगंगा कितनी दूर है, करीब है, छोटी है या बड़ी है। हालांकि आकाशगंगाओं के संयुक्‍त वेग (combined velocity) के साथ उनकी दूरी का आकलन करने से यह जानने में मदद मिल सकती है कि ब्रह्मांड कितना बड़ा है और इसकी शुरुआत के बाद से अबतक कितना समय बीत चुका है। रिसर्चर्स की एक टीम ने हाल ही में आकाशगंगा की दूरियों की एक विशाल लिस्‍ट तैयार की है। इसमें 55,877 आकाशगंगाओं की पृथ्‍वी से दूरी का अनुमान लगाया गया है। दूरी को आठ अलग-अलग तरीकों से मापा गया, जिसमें रंग परिवर्तन से लेकर ब्राइटनैस में उतार-चढ़ाव और गति में होने वाले छोटे बदलाव शामिल हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, हवाई यूनिवर्सिटी के खगोलशास्त्री ब्रेंट टुली ने कहा कि क्‍योंकि 100 साल पहले आकाशगंगाओं को हमारी मिल्‍की-वे से अलग के रूप में पहचाना गया था, तब से ही खगोलविद उनकी दूरी मापने की कोशिश कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान में हमारे पास ज्‍यादा सटीक और पर्याप्‍त टूल हैं, जिनकी मदद से हम आकाशगंगाओं की दूरी और ब्रह्मांड की शुरुआत होने के समय को कुछ फीसदी सटीकता के साथ मापने में सक्षम हैं।

यह सब ब्रह्मांड के बारे में एक विशेष बात को समझने के लिए किया जा रहा है कि अंतरिक्ष समय (Space time) का विस्तार कितनी तेजी से हो रहा है। इसे हबल कॉन्स्टेंट कहा जाता है। दुर्भाग्य से यह उतना स्थिर नहीं है जितना खगोलविद उम्मीद कर सकते हैं। जिस दर से ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है, उसे मापने के तरीकों ने सटीक रिजल्‍ट नहीं दिए हैं। 

लेकिन इसके बावजूद हजारों आकाशगंगाओं की दूरियों को मापना और कई सारे तरीकों से काम करना महत्वपूर्ण है। इस डेटा को कॉस्मिकफ्लो-4 कहा जाता है, जिसमें पृथ्‍वी से आकाशगंगाओं की दूरी की सबसे बड़ी जानकारी है। यह शोध एस्ट्रोफिजिक्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है। ब्रह्मांड के विस्‍तार को समझने के अलावा कॉस्मिकफ्लो-4 का इस्‍तेमाल यह अध्ययन करने के लिए भी किया जा रहा है कि आकाशगंगाएं कैसे मूव करती हैं। यह स्‍टडी भविष्‍य में ब्रह्मांड के बारे में और जानने के लिए मददगार हो सकती है। 
 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Simple OneS इलेक्ट्रिक स्कूटर हुआ लॉन्च, 180 Km की रेंज
  2. Oppo की Find X8s के लॉन्च की तैयारी, 5,700mAh की हो सकती है बैटरी
  3. Jaguar Land Rover ने भारत में EV बनाने की योजना छोड़ी, Tata की प्रीमियम EVs को भी लगेगा झटका!
  4. Vivo X200 Ultra के लॉन्च से पहले फीचर्स और स्पेसिफिकेशंस के बारे में जानें सबकुछ
  5. Poco F7 सीरीज की लॉन्च तारीख हुई लीक, जानें क्या कुछ होगा खास
  6. स्पेस में फंसी NASA की एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की धरती पर वापसी टली
  7. Oben Rozz EZ Price Hike: Rs 10 हजार महंगी हुई 175 Km रेंज देने वाली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल, जानें नई कीमत
  8. Samsung के Galaxy Z Fold 7 में हो सकता है 200 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा
  9. Motorola का Edge 60 Fusion जल्द हो सकता है भारत में लॉन्च, ट्रिपल रियर कैमरा की संभावना
  10. Xiaomi ने भारतीय यूजर्स के लिए Indus Appstore से मिलाया हाथ, इसमें मिलेंगे 5 लाख से ज्यादा ऐप्स और गेम्स!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »