ग्रोफर्स (Grofers) जिसे ब्लिंकिट (Blinkit) के नाम से भी जाना जाता है, एक क्विक कॉमर्स कंपनी है। इसे जोमैटो (Zomato) ने खरीद लिया था। घर का राशन ऑर्डर करने के लिए बड़ी संख्या में लोग ब्लिंकिट की सर्विस को इस्तेमाल करते हैं। बताया जा रहा है कि ब्लिंकिट ने प्रिंटआउट सर्विस की भी शुरुआत की है। यह सुनने में थोड़ा अलग लगता है। आमतौर पर लोग प्रिंटआउट के लिए नजदीकी कॉपी शॉप्स पर जाते हैं, पर ब्लिंकिट आपके घर तक प्रिंटआउट की डिलिवरी पहुंचाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ब्लैक एंड वाइट प्रिंटिंग के लिए प्रति पेज 9 रुपये और कलर्ड प्रिंटआउट के लिए प्रति पेज 19 रुपये चार्ज कर रही है। ऐसे हर ऑर्डर के लिए 25 रुपये का डिलीवरी चार्ज भी लिया जाएगा। फिलहाल यह सर्विस गुरुग्राम में शुरू हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्लिंकिट के प्रवक्ता ने कहा कि हमने हाल ही में गुड़गांव के कुछ जगहों में अपना प्रिंट पायलट लॉन्च किया है। इनमें सेक्टर-43 और गोल्फ कोर्स रोड शामिल हैं। कंपनी आने वाले समय में और अधिक जगहों पर इसे लॉन्च करेगी, जिनमें दिल्ली भी शामिल हो सकता है, बशर्ते कि कंपनी कस्टमर्स के लिए उपयोगी सेवा को महसूस करे। पिछले साल Zomato के बोर्ड ने एक ऑल-स्टॉक डील में Blinkit के 4,447 करोड़ रुपये (करीब 567 मिलियन डॉलर) के अधिग्रहण को मंजूरी दी थी।
कहा जा रहा है कि ब्लिंकिट छात्रों और प्रोफेशनल कस्टमर्स को अकैडमिक प्रिंटिंग सर्विसेज देने पर फोकस कर रहा है। इनमें रेंटल एग्रीमेंट, वीजा और पासपोर्ट से जुड़ी सेवाएं शामिल हैं। ब्लिंकिट के प्रवक्ता ने कहा है कि फर्म का इरादा एक ऐसा संगठन बनने का है, जो कस्टमर्स के लिए हमेशा इनोवेशन करता रहे और ऐसी सर्विसेज देने में सक्षम हो जो उन्हें बेहतर जीवन जीने में मदद करे।
जोमैटो के फाउंडर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपिंदर गोयल ने कहा है कि भारत में कुल कॉमर्स मार्केट 1.3 ट्रिलियन डॉलर का है। लंबे समय के लिए देखें तो कम से कम टॉप सिटीज में क्विक कॉमर्स कस्टमर्स की डिमांड के महत्वपूर्ण चैनल के रूप में उभर रहा है। गौरतलब है कि ब्लिंकिट कस्टमर्स को उनका ऑर्डर 10 से 15 मिनट के अंदर डिलिवर करने का वादा करती है।