भारतीय मार्केट में
शाओमी का सफर करीब चार साल का है। इस दौरान कंपनी सैमसंग के बाद सेल के लिहाज से दूसरे नंबर की स्मार्टफोन कंपनी बन गई। टॉप पर जाने के मकसद से यह चीनी कंपनी लगातर अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करती रही है। पिछले कुछ महीनों में फ्लैगशिप
Xiaomi Mi Mix 2 और एंड्रॉयड वन हैंडसेट
Xiaomi Mi A1 (
रिव्यू) लॉन्च करने के बाद अब कंपनी युवाओं के लिए नई रेडमी वाई सीरीज़ लाई है। इस सीरीज़ के ज़रिए शाओमी ग्राहकों को सेल्फी केंद्रित प्रोडक्ट देना चाहती है। इस सीरीज़ का शुरुआती मॉडल है Xiaomi Redmi Y1। कागज़ी तौर पर इसके स्पेसिफिकेशन अच्छे हैं। लेकिन क्या यह आपकी पहली पसंद बनने लायक है? आइए जानते हैं।
Xiaomi Redmi Y1 डिज़ाइन
शाओमी रेडमी वाई1 को देखने के बाद भरोसे के साथ कहा जा सकता है कि शाओमी परिवार की छाप साफ नज़र आती है। अगर आप पहली नज़र में इसे शाओमी रेडमी 4 मान बैठे तो इसमें कुछ भी चौंकाने वाला नहीं होगा। फोन को हाथों में लीजिए और आपको एहसास होगा कि यह शाओमी रेडमी 4 से बड़ा है। इसमें 5.5 इंच का डिस्प्ले है। रेडमी वाई1 में आपको सेल्फी फ्लैश के साथ 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। स्क्रीन के नीचे नैविगेशन के लिए कैपसिटिव टच बटन हैं।
153 ग्राम वाला यह फोन काफी हलका है और वज़न कम रखने के लिए शाओमी ने प्लास्टिक का इस्तेमाल किया है। क्रोम हाइलाइट्स, मेटल बैक प्लैट होने का एहसास देते हैं। लेकिन रियर और किनारे प्लास्टिक के बने हैं। पावर और वॉल्यूम बटन भी प्लास्टिक के हैं। 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा और फ्लैश टॉप पर किनारे में है और फिंगरप्रिंट सेंसर को मध्य में जगह मिली है। स्कैनर की पोज़ीशन सुविधाजनक है। बायें किनारे पर सिम ट्रे है। आपको 2 नैनो सिम स्लॉट मिलेंगे। इसके अलावा स्टोरेज बढ़ाने के लिए माइक्रोएसडी कार्ड के लिए भी अलग स्लॉट है।
निचले हिस्से पर माइक्रोयूएसबी पोर्ट है, जबकि टॉप पर आईआर ब्लास्टर के अलावा नॉयज कैंसिलेशन के लिए सेकेंडरी माइक और हेडफोन जैक है। हमें रेडमी वाई1 की बिल्ड क्वालिटी पसंद आई। शाओमी ने अच्छी क्वालिटी के प्लास्टिक का इस्तेमाल किया है जो प्रीमियम होने का एहसास देता है। हैंडसेट का रिटेल बॉक्स साधारण सा है। बॉक्स में एक सिम इजेक्टर टूल, 10 वॉट का चार्जर और एक माइक्रो-यूएसबी केबल है।
Xiaomi Redmi Y1 के स्पेसिफिकेशन और फीचर
इस फोन को रफ्तार देने के लिए कंपनी ने स्नैपड्रैगन 435 प्रोसेसर को इस्तेमाल में लाया है। इसी प्रोसेसर का इस्तेमाल
Xiaomi Redmi 4 (
रिव्यू) में हुआ है। इस ऑक्टा-कोर प्रोसेसर की सर्वाधिक क्लॉक स्पीड 1.4 गीगाहर्ट्ज़ है। Redmi Y1 के दो वेरिएंट हैं। एक 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज के साथ आता है। वहीं, दूसरा 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाला है। चाहे आप कोई भी वेरिएंट चुनें। आपके पास 128 जीबी तक के माइक्रोएसडी कार्ड को इस्तेमाल करने की सुविधा है।
इस फोन का 5.5 का स्क्रीन एचडी 720x1280 रिज़ॉल्यूशन वाला है। प्रोटेक्शन के लिए 2.5डी कर्व्ड कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास है। रेडमी वाई1 की अहम खासियत 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है जो सेल्फी फ्लैश से लैस है। मार्केट में फ्रंट पैनल पर इस किस्म के सेंसर वाले बेहद ही कम फोन हैं। फ्रंट फ्लैश के कारण फोन और लुभावना हो जाता है। रियर हिस्से पर पीडीएएफ और एफ/2.2 अपर्चर वाला 13 मेगापिक्सल का सेंसर है।
रेडमी वाई1 की बैटरी 3080 एमएएच की है। शाओमी रेडमी 4 की 4100 एमएएच की बैटरी की तुलना में यह बेहद ही कम है। कनेक्टिविटी के लिए शाओमी रेडमी वाई1 में ब्लूटूथ 4.2, वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन, जीपीएस, ए-जीपीएस और ग्लोनास है। एक्सेलेरोमीटर, प्रॉक्सिमिटी सेंसर, एंबियंट लाइट सेंसर, इलेक्ट्रॉनिक कंपास, हॉल सेंसर और जायरोस्कोप इसका हिस्सा हैं। दोनों ही सिम स्लॉट 4जी और वीओएलटीई सपोर्ट करते हैं। लेकिन एक वक्त पर सिर्फ एक सिम ही 4जी नेटवर्क को इस्तेमाल में ला पाएगा।
हमें रिव्यू के लिए 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज वाला वेरिएंट मिला है। यह एंड्रॉयड नूगा पर आधारित मीयूआई 9 बीटा पर चल रहा था। MIUI 9 में कई नए फीचर हैं। रेडमी वाई1 के शुरुआती खरीदारों को मीयूआई 8 मिलेगा। आने वाले हफ्तों में मीयूआई 9 का स्टेबल वर्ज़न उपलब्ध हो जाएगा। यूआई तो अपडेट हो जाएगा, लेकिन यह साफ नहीं है कि शाओमी एंड्रॉयड के वर्ज़न को अपडेट करेगी या नहीं। अगर आपने पहले मीयूआई इस्तेमाल किया है तो अपडेट किया गया यूज़र इंटरफेस आसानी से समझ आ जाएगा। लेकिन आपने स्टॉक एंड्रॉयड या फिर किसी और स्किन को इस्तेमाल में लाया है तो आपको इससे रूबरू होने में थोड़ा वक्त लगेगा। सेटिंग्स का इंटरफेस कुछ हद तक बदला हुआ है और मीयूआई ऐप पर्मिशन को भी थोड़े अलग अंदाज़ में हैंडल करता है। आप जैसे ही इस यूज़र इंटरफेस से रूबरू हो जाएंगे, आपको मीयूआई भाने लगेगा।
आपको डुअल ऐप्स जैसे नए फीचर मिलेंगे। इसकी मदद से आप अपने फोन परव्हाट्सऐप और फेसबुक जैसे ऐप में एक साथ दो अकाउंट चला सकेंगे। फोन में रीडिंग मोड भी है जो स्क्रीन के कलर टोन को थोड़ा वार्म बना देता है। इस वजह से फोन को रात में इस्तेमाल करना ज़्यादा सहूलियत भरा हो जाता है। शाओमी के कई ऐप भी पहले से इंस्टॉल मिलेंगे। इसके अलावा कंपनी का अपना स्टोर भी मौज़ूद है। एक थीम सपोर्ट है, जिसकी मदद से आप चंद सेकेंड में फोन के लुक को बदल पाएंगे। बता दें कि हम मीयूआई 9 बीटा इस्तेमाल कर रहे थे। संभव है कि फाइनल बिल्ड में चीजें थोड़ी बहुत बदल जाएं।
Xiaomi Redmi Y1 की परफॉर्मेंस और कैमरा
भरोसेमंद हार्डवेयर को देखते हुए इसमें कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है कि Redmi Y1 इस्तेमाल करने का अनुभव अच्छा रहा। तेज़ी से फिंगरप्रिंट स्कैन करने के बाद फोन झट से अनलॉक हो जाता है। ऐप भी तेज़ी से लॉन्च होते हैं। हमें रेडमी वाई1 की स्क्रीन के सटीक कलर रिप्रोडक्शन और व्यूइंग एंगल पसंद आए। आप अपनी पसंद के हिसाब से डिस्प्ले का कलर टेंप्रेचर बदल सकते हैं। फोन मल्टीटास्किंग को भी मजबूती से हैंडल करता है। कुल मिलाकर हमें शाओमी के इस फोन में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की जुगलबंदी पसंद आई।
टेस्टिंग के दौरान हमने क्लैश रोयाल, आसफाल्ट 8 और प्राइम पीक्स गेम खेले। इन गेम को चलाने में फोन को कोई दिक्कत नहीं हुई। गेम खेलते वक्त भी फोन बहुत ज़्यादा गर्म नहीं हुआ। हालांकि, हमने पाया कि बैटरी की खपत तेज़ी से हुई।
रेडमी वाई1 की बैटरी औसत है। फोन आम इस्तेमाल में करीब एक दिन तक चला। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में इसकी बैटरी 9 घंटे 45 मिनट तक चली जो शाओमी रेडमी 4 की 14 घंटे 20 मिनट की तुलना में यह बेहद ही कम है। अगर आपके लिए बैटरी लाइफ प्राथमिकता है तो रेडमी 4 बेहतर विकल्प नज़र आता है।
रेडमी वाई1 का कैमरा ऐप शाओमी के अन्य फोन वाला ही है। आपके पास चुनने के लिए कई मोड हैं, जैसे कि पनोरमा, ब्यूटीफाई और मैनुअल। ऐप में एचडीआर और फ्लैश के लिए क्विक टॉगल मौज़ूद हैं जो काम का फीचर है। सेल्फी कैमरा में ब्यूटीफाई मोड के लिए क्विक टॉगल है। दिन की रोशनी में ली गई तस्वीरों में डिटेल की कोई कमी नहीं थी और कलर्स भी काफी सटीक थे। कम रोशनी में कैमरे की परफॉर्मेंस बहुत अच्छी नहीं है। फोन नॉयज के स्तर को तो कम रखने में कामयाब होता है, लेकिन तस्वीरें अच्छी नहीं आतीं। इस्तेमाल करने योग्य फोटो लेने के लिए आपको स्थिर हाथों की ज़रूरत पड़ेगी।
कंपनी की इस नई सीरीज़ की सबसे अहम खासियत सेल्फी है। हमने फ्रंट कैमरे को अलग-अलग परिस्थितियों में टेस्ट किया। दिन की रोशनी में तस्वीरें शार्प आईं, लेकिन इन्हें ज़ूम इन करने पर बहुत ग्रेन नज़र आते हैं। कम रोशनी में सेल्फी फ्लैश कारगर साबित होता है। पोर्ट्रेट शॉट अच्छे आते हैं, लेकिन बैकग्राउंड में ग्रेन तब भी दिखते हैं। ब्यूटीफाई मोड के कारण तस्वीरें बेहतर हो जाती हैं। लेकिन फ्रंट कैमरे में वाह... वाली बात नहीं है।
हमारा फैसला
देखा जाए तो रेडमी वाई1, शाओमी द्वारा सेल्फी केंद्रित फोन बनाने की पहली कोशिश है। हार्डवेयर भरोसेमंद है और यह ज़्यादातर टास्क के लिए पूरी तरह से सक्षम है। मीयूआई 9 काफी स्मूथ है और यूज़र जल्द ही इसके आदी हो जाएंगे। दिन की रोशनी में कैमरा परफॉर्मेंस अच्छी है, लेकिन कम रोशनी में औसत है। सेल्फी की बात करें तो फ्लैश मददगार साबित होता है और ब्यूटीफाई मोड भी कुछ हद तक काम करता है। लेकिन आउटपुट हमेशा अच्छा नहीं होता।
शाओमी रेडमी वाई1 के लिए सबसे बड़ी चुनौती कंपनी का अपना शाओमी रेडमी 4 हैंडसेट है। रेडमी वाई1 और रेडमी 4 की कीमत लगभग बराबर है और ज़्यादातर हार्डवेयर फीचर भी एक जैसे हैं। रेडमी 4 में मेटल बॉडी है और ज़्यादा कॉम्पेक्ट बॉडी में बड़ी बैटरी मिलती है। लेकिन रेडमी वाई1 में बड़ी स्क्रीन है और फ्रंट फ्लैश भी। अगर आपके लिए सेल्फी सबसे ज़्यादा ज़रूरी है तो रेडमी वाई1 को खरीदा जा सकता है। अगर नहीं तो इस कीमत में रेडमी 4 अब भी सबसे आगे है।