आर्थिक अनिश्चितता ने हर सेक्टर पर असर डाला है। चीनी स्मार्टफोन ब्रैंड शाओमी (Xiaomi) भी इससे प्रभावित होता हुआ नजर आ रहा है। खबर है कि कंपनी ने 900 जॉब्स में कटौती की है। यानी कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी की है। जानकारी के अनुसार, छंटनी ने Xiaomi के लगभग 3 फीसदी कर्मचारियों को प्रभावित किया है। इस साल 30 जून तक शाओमी के पास 32,869 फुल-टाइम कर्मचारी थे। इनमें से 30,110 कर्मचारी कंपनी के होमग्राउंड चीन में और बाकी भारत और इंडोनेशिया में थे। उसी समय कंपनी के रिसर्च और डेवलपमेंट वर्टिकल में भी 14,700 कर्मचारी थे। कंपनी ने कुल 900 कर्मचारियों की छंटनी की है। हालांकि अभी यह पता नहीं है कि इससे कितने भारतीय कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, जून तिमाही के दौरान कंपनी के ग्लोबल रेवेन्यू में 20 फीसदी की गिरावट के कारण नौकरी में कटौती हुई है। दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट सिकुड़ने की वजह से Xiaomi ने दूसरी तिमाही के राजस्व में भारी गिरावट दर्ज की है। अनुमान है कि यह गिरावट चीन के अलावा बाकी मार्केट्स में भी हुई है।
Xiaomi के प्रेसिडेंट वांग जियांग ने त्रैमासिक आय की रिपोर्ट के बाद विश्लेषकों के साथ एक कॉल में कहा था कि इस तिमाही में हमारे उद्योग को बढ़ती वैश्विक मुद्रास्फीति, विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव (और) जटिल राजनीतिक वातावरण सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। इन चुनौतियों ने हमारे फाइनेंशियल रिजल्ट को प्रभावित किया।
बताया जाता है कि चीन में Xiaomi के स्मार्टफोन की बिक्री 29 फीसदी गिर गई। चीन से कंपनी के कुल राजस्व का आधे से ज्यादा हिस्सा आता है। कंपनी के स्मार्टफोन की बिक्री साल दर साल 20% गिरकर 10.31 अरब डॉलर हो गई। विश्लेषकों का अनुमान है कि कंपनी के नेट इनकम 67 फीसदी गिरकर 2.08 अरब युआन पर पहुंच गई है।
कंपनी भारत में भी मुश्किलों का सामना कर रही है। अप्रैल में ईडी ने बताया था कि उसने शाओमी इंडिया के बैंक खातों में पड़े 5,551.27 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। कंपनी के मनु कुमार जैन को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। कंपनी पर विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानून के उल्लंघन का आरोप है, जिसकी जांच की जा रही है।