स्मार्टफोन बाज़ार में
वीवो वी5, ओप्पो एफ1एस और जियोनी एस6एस के बीच ‘सेल्फी वॉर’ छिड़ गया है। इन सभी स्मार्टफोन के स्पेसिफिकेशन की तुलना करने के बाद अब बारी है विजेता चुनने की। इन तीनों स्मार्टफोन का रिव्यू करने के बाद अब हम इन तीनों फोन को अलग-अलग स्पेसिफिकेशन और डिपार्टमेंट के तौर पर तुलना कर सकते हैं। और जानेंगे कि इनमें से कौन है एक परफेक्ट पैकेज।
वीवो वी5 (
रिव्यू) मिड रेंज सेगमेंट में नया सेल्फी स्मार्टफोन है जो
जियोनी एस6एस (
रिव्यू) और
ओप्पो एफ1एस (
रिव्यू) को टक्कर देगा। इन सभी स्मार्टफोन की कीमत 18,000 रुपये के करीब है। जानें, इनमें से आपको कौन सा फोन खरीदना चाहिए?
डिज़ाइनडिज़ाइन का यूं तो कोई पैमाना नहीं होता और काफी हद तक यह निज़ी पसंद पर निर्भर करता है। लेकिन इन तीनों फोन को इस्तेमाल करने के बाद हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि ओप्पो एफ1एस सबसे बेहतर है। और इसके वज़न, डिज़ाइन व ख़ूबसूरती में संतुलन है। वीवो वी5 यहां दौड़ से बाहर है। हालांकि, यह दिखने में अच्छा लगता है लेकिन इसकी प्लास्टिक बॉडी बाकी दो फोन में दिए गए मेटल से तुलना के लायक नहीं है। जियोनी एस6 और ओप्पो एफ1एस मेटल बॉडी के बने हैं और इनका वज़न क्रमशः 166 ग्राम व 160 ग्राम है। हालांकि, ओप्पो एफ1एस 7.3 एमएम मोटाई के साथ सबसे पतला है और दोनों फोन की अपेक्षा सबसे ज्यादा पॉलिश्ड होने का एहसास देता है। इसके अलावा इसके घुमावदार किनारों के चलते यह जियोनी एस6एस की तुलना में इस्तेमाल करने में ज्यादा आसान है।
(जानें:
वीवो वी5 बनाम जियोनी एस6एस बनाम ओप्पो एफ1एस)
विजेता- ओप्पो एफ1एस
डिस्प्लेडिस्प्ले किसी भी स्मार्टफोन का अहम हिस्सा होता है। और इसमें जियोनी एस6एस आसानी से विजेता बनकर सामने आता है। फुल-एचडी रिज़ॉल्यूशन होने के कारण इस फोन ने एचडी स्क्रीन वाले ओप्पो एफ1एस और वीवो वी5 को मात दे दी। कलर रिप्रोडक्शन भी काफी अच्छा है। हमें सूरज की रोशनी में भी स्क्रीन पर कुछ भी पढ़ने में दिक्कत नहीं हुई। तीनों ही फोन गोरिल्ला ग्लास सपोर्ट के साथ आते हैं। ऐसे में आपको स्क्रीन पर किसी किस्म के स्क्रैच के लिए परेशान नहीं होना होगा। डिस्प्ले परफॉर्मेंस के मामले में ओप्पो एफ1एस दूसरे स्थान पर रहा। भले ही इसका रिज़ॉल्यूशन कम हो, लेकिन कलर रिप्रोडक्शन बेहद ही सटीक था। वीवो वी5 का डिस्प्ले बेहद ही विविध है। कई बार ज्यादा सेचुरेटेड रहा जो हर किसी को पसंद नहीं आएगा।
विजेता- जियोनी एस6एस
सॉफ्टवेयरतीनों ही स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां एंड्रॉयड के अपने वर्ज़न को इस्तेमाल में लाती हैं। चौंकाने वाली बात है कि तीनों ही वर्ज़न किसी ना किसी तरह ऐप्पल के आईओएस की नकल करते हुए नज़र आते हैं। वीवो का फनटचओएस 2.6 एंड्रॉयड मार्शमैलो पर आधारित है जो अच्छी बात है। लेकिन इंटरफेस ज़रूरत से ज़्यादा जटिल है। ओप्पो का कलर ओएस 3.0 सबसे ज़्यादा पॉलिश्ड है लेकिन यह अब तक एंड्रॉयड लॉलीपॉप पर आधारित है। हम इसके लिए जियोनी एस6एस को चुनेंगे जो एंड्रॉयड मार्शमैलो पर चलता है और अमिगो 3.2 ओएस में कई कस्टमाइज़ेशन विकल्प भी हैं। परेशानी सिर्फ एक है, इस वर्ज़न में आपके फोन पर पहले से कई ऐप इंस्टॉल होते हैं। अफसोस की बात यह है कि आप उन्हें हटा भी नहीं सकते।
परफॉर्मेंसतीनों ही स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है। तीनों के बेंचमार्क नतीजे भी लगभग एक जैसे हैं। जियोनी एस6एस मेंएमटी6753 चिपसेट का इस्तेमाल हुआ है,जबकि ओप्पो एफ1एस और वीवो वी5 में एमटी6750 चिपसेट का। बेंचमार्क नतीजों पर गौर करें तो जियोनी एस6एस सबसे कमज़ोर साबित होता है, लेकिन अंतर बहुत ज़्यादा नहीं है। हालांकि, ग्राफिक्स टेस्ट में यह बहुत ज़्यादा पिछड़ जाता है।
वीवो वी5 और ओप्पो एफ1एस में हम वीवो के साथ जाएंगे, क्योंकि इसमें बाकी दो के 3 जीबी रैम की तुलना में 4 जीबी रैम है। शुरुआत में इसका अंतर नहीं दिखेगा, लेकिन एक साल बाद जब आपके फोन में ज़्यादा ऐप होंगे तो 4 जीबी रैम कारगर साबित होंगे। आम इस्तेमाल में भी फोन ने निराश नहीं किया। वैसे, आपको बता दें कि मार्केट में ओप्पो एफ1एस का 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाला वेरिएंट 18,990 रुपये में मिलना शुरू हो गया है।
विजेता – वीवो वी5
बैटरी लाइफतीनों ही फोन की बैटरी आसानी से एक दिन तक चल गई। लेकिन जियोनी एस6एस ने बाकियों को बहुत हद तक पछाड़ दिया। इसमें बाकी दोनों फोन की तुलना में ज़्यादा बड़ी 3150 एमएएच की बैटरी है। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में यह 13 घंटे 10 मिनट तक चली। और यह करीब दो घंटे में शून्य से 100 फीसदी चार्ज भी हो गई। यह फायदा आपको वीवो वी5 और ओप्पो एफ1एस से नहीं मिलेगा।
विजेता – जियोनी एस6एसकैमराकैमरा इन फोन का सबसे अहम हिस्सा है, ख़ासकर सेल्फी कैमरा। टेस्टिंग के दौरान हमने पाया कि ओप्पो एफ1एस में बाकियों के ज़्यादा बेहतर कैमरा है। 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा बेहद ही डिटेल वाली तस्वीरें लेता है। और यह कम रोशनी में भी निराश नहीं करता। एफ1एस की तुलना में ओप्पो एफ1एस का स्क्रीन फ्लैश फ़ीचर ज्यादा बेहतर है। ऐसा ज़्यादा ब्राइट डिस्प्ले से संभव हो पाया है, लेकिन यह अंधेरे के लिए पूरी तरह से कारगर नहीं है। इस परिस्थिति में वीवो वी5 का मूनलाइट ग्लो सबसे कारगर है।
हमने इस कैटेगरी में ओप्पो एफ1एस को इसके सक्षम रियर कैमरे के कारण चुना है। इस विभाग में जियोनी और वीवो के फोन पिछड़ जाते हैं। 13 मेगापिक्सल के सेंसर के बूते ओप्पो एफ1एस शार्प और डिटेल के साथ तस्वीरें लेता है। कम रोशनी में तस्वीरों में नॉयज़ है, लेकिन फोटो की क्वालिटी पर बहुत असर नहीं पड़ता।
विजेता-ओप्पो एफ1एसहमारा फैसलास्कोर पर नज़र डालें तो हम किसी एक फोन को विजेता नहीं बता सकते। वैसे, जियोनी एस6एस को 17,999 रुपये में लॉन्च किया गया था, लेकिन यह मार्केट में 14,800 रुपये में मिल जाएगा। 17990 रुपये वाला ओप्पो एफ1एस 16,400 रुपये में आपका हो जाएगा। हालांकि, वीवो वी5 की कीमत 17,980 रुपये बनी हुई है।
जियोनी एस6एस बैटरी, सॉफ्टवेयर और डिस्प्ले के मामले में बेहतर है। और यह सबसे सस्ता भी है। ऐसे में इसे खरीदने का फैसला सबसे सही होगा। अगर आपकी प्राथमिकता कैमरा है और डिज़ाइन भी आपके लिए अहमियत रखती है, तो ओप्पो एफ1एस के बारे में विचार करें।
वीवो वी5 इन तीनों में सबसे महंगा फोन है। परफॉर्मेंस के मामले में यह बाकी दोनों से बेहतर है। हालांकि, बाकी डिपार्टमेंट में यह पिछड़ जाता है।
उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको शॉपिंग करने में दिक्कत नहीं होगी।