बहुत दिनों पहले की बात नहीं है जब सोनी को भारत में लोकप्रिय स्मार्टफोन निर्माता कंपनी के तौर पर जाना जाता था। ऐसा ही दुनिया भर के अन्य देशों के बारे में भी कहा जा सकता है। लेकिन, अब चीजें बदल चुकी हैं। स्मार्टफोन मार्केट में यह कंपनी अब हाशिये पर है। इसकी एक अहम वजह कंपनी द्वारा बजट सेगमेंट की रेस में शामिल नहीं होने का फैसला है। कंपनी अब चुनिंदा मार्केट में ही काम करती है, और प्रोडक्ट की संख्या भी कम हो चली है। इस रणनीति के नतीजे कुछ हद तक कंपनी के पक्ष में गए हैं। लेकिन लंबे समय में सोनी के मोबाइल बिजनेस के लिए यह कितना कारगर साबित होगा, यह तो आने वाले वक्त के गर्भ में छिपा है।
उदाहरण के तौर पर भारतीय मार्केट में 15,000 और 30,000 रुपये के रेंज में सबसे ज़्यादा प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। सोनी ने हाल फिलहाल में कोई भी ऐसा प्रोडक्ट नहीं पेश किया जो इन प्राइस रेंज का हो। महंगे वाले प्राइस रेंज में शाओमी और वनप्लस जैसी कंपनियों मजबूती के साथ अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। इन कंपनियों का दावा रहा है कि वे महंगे ब्रांड से आधी कीमत में पावरफुल स्पेसिफिकेशन वाले बेहतरीन प्रोडक्ट बेच रहे हैं। एचटीसी और सोनी जैसी कंपनियों को नुकसान वनप्लस 3 और शाओमी मी 5 जैसे फोन केदावे से मेल खाते परफॉर्मेंस की वजह से भी हुआ है। सोनी ने पहले ही साफ किया है कि वह बजट सेगमेंट में कोई प्रोडक्ट नहीं पेश करने वाली। ऐसे में साफ है कि एक्सपीरिया एक्सज़ेड पर प्रीमियम सेगमेंट में अपनी छाप छोड़ने की बड़ी ज़िम्मेदारी है। फोन को पिछले महीने ही भारत में 49,990 रुपये में लॉन्च किया गया था। क्या सोनी की नई एक्स सीरीज़ के पहले फोन में अपनी कीमत को वाजिब ठहराने वाली बात है? आइए रिव्यू के ज़रिए जानें।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड डिज़ाइन और डिस्प्लेपहली नज़र में सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड में कुछ भी अनोखा नज़र नहीं आता। डिज़ाइन आज के स्मार्टफोन से काफी मेल खाता है। फ्रंट पैनल पर गोरिल्ला ग्लास 4 की प्रोटेक्शन मौज़ूद है। इस पैनल पर 5.2 इंच के फुल-एचडी डिस्प्ले के अलावा ज्यादा कुछ नहीं है। डिस्प्ले के ऊपर सोनी का लोगो है। एक ईयरपीस जो वीडियो और म्यूज़िक चलने के दौरान स्पीकर का भी काम करता है। और डिस्प्ले के नीचे एक स्पीकर जो ऊपर वाले स्पीकर मिलकर स्टीरियो जैसा अनुभव देता है।
सोनी लोगो के बगल में कई किस्म के सेंसर हैं और बायीं तरफ एक फ्रंट कैमरा है। पिछला हिस्सा सोनी द्वारा डिज़ाइन किए गए कस्टम एलॉय अल्कालियेडो से बना है। एक्सपीरिया की ब्रांडिंग रियर हिस्से के बीच में मौजूद है। निचले हिस्से में यूएसबी टाइप-सी पोर्ट के साथ प्राइमरी माइक मौजूद है। टॉप पर 3.5 एमएम हेडफोन जैक को जगह मिली है।
दायीं तरफ पावर बटन है जिसमें फिंगरप्रिंट स्कैनर लगा हुआ है। इसके साथ वॉल्यूम रॉकर और एक कैमरा बटन मौजूद है। हाल के दिनों में सोनी के फोन में यही सेटअप देखने को मिला है। बायीं तरफ टॉप में सिम ट्रे है। यह हाइब्रिड सिम स्लॉट है जिनमें नैनो सिम कार्ड इस्तेमाल करना संभव है। अच्छी बात यह है कि सोनी ने ट्रे इजेक्टिंग मैकेनिज़्म को हटा दिया है। अब आप एक छोटी सी तकनीक के जरिए इसे हटा पाएंगे। और यह अपनी जगह पर इस्तेमाल के दौरान टिका भी रहता है।
मेटल बैक के कारण एक्सपीरिया एक्सज़ेड स्मूथ होने का एहसास देता है। यह हाथों से फिसलता नहीं है। यह कहा जा सकता है कि हाल के समय में यह हाथों में सबसे अच्छा एहसास दिलाने वाला फोन साबित हुआ है। बता दें कि जब हमें एक्सपीरिया एक्सज़ेड का यूनिट रिव्यू के लिए मिला इसी के आसपास स्पेस ब्लैक आईफोन 7 भी पहुंचा। हाथों में एहसास की बात करें तो हमने सोनी के फोन को हमेशा बेहतर पाया।
सोनी के दावों से उलट किनारे घुमावदार से ज्यादा सीधे हैं। और ये कई बार अटपटे लगते हैं, खासकर फोन को किसी खास पोज़ीशन में पकड़ने पर।
161 ग्राम वज़न और 8.1 मिलीमीटर की मोटाई के साथ सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड ज्याद वज़नदार व मोटा है। लेकिन यह बहुत ज़्यादा बड़ा होने का एहसास नहीं देता। यह ब्लू, प्लेटिनम और मिनरल ब्लैक कलर वेरिएंट में उपलब्ध है।
एक्सपीरिया एक्सज़ेड में 5.2 इंच का फुल-एचडी डिस्प्ले है जिसका साइज़ और रिज़ॉल्यूशन एक्सपीरिया ज़ेड5 जैसा ही है। हमारा मानना है कि इस साइज़ के स्क्रीन में 1080 पिक्सल रिज़ॉल्यूशन काफी होता है। इस डिपार्टमेंट में हमें एक्सपीरिया एक्सज़ेड से कोई शिकायत नहीं है।
बाहर की रोशनी में देखने में हमें कोई दिक्कत नहीं हुई। आप डिफॉल्ट सेटिंग्स में जाकर डिस्प्ले को नियंत्रित कर पाएंगे। एक्सपीरिया एक्सज़ेड में एक ग्लव मोड है जिसे आप स्विच ऑन करके हाथों में ग्लव पहन कर भी टचस्क्रीन पर काम कर सकते हैं।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड स्पेसिफिकेशन, सॉफ्टवेयर और परफॉर्मेंसएक्सपीरिया एक्सज़ेड, सोनी की नई एक्स सीरीज़ का पहला फ्लैगशिप फोन है। इसके स्पेसिफिकेशन पुराने जेनरेशन वाले एक्सपीरिया ज़ेड5 जैसे ही हैं। दोनों में वही डिस्प्ले साइज़ और रिज़ॉल्यूशन है। इसमें 3 जीबी रैम है। आप 200 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकेंगे। रियर कैमरे का सेंसर 23 मेगापिक्सल का है।
कुछ अंतर भी हैं। स्टोरेज को बढ़ाकर 64 जीबी कर दिया गया है। फ्रंट कैमरे का सेंसर 13 मेगापिक्सल का है। याद रहे कि एक्सपीरिया ज़ेड5 में 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है। स्नैपड्रैगन 820 प्रोसेसर को हैंडसेट का हिस्सा बनाया गया है। दोनों ही सिम स्लॉट 4जी और वीओएलटीई को सपोर्ट करते हैं। हमने एक्सपीरिया एक्सज़ेड के साथ रिलायंस जियो सिम का इस्तेमाल किया। हमें कोई दिक्कत नहीं हुई। कॉल क्वालिटी ज़्यादातर नेटवर्क पर अच्छी रही।
दैनिक इस्तेमाल में हमें सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड से कोई शिकायत नहीं है। फोन बिना किसी रुकावट के चलता है। ऐप के बीच में स्विच करना बेहद ही आसान है। फिंगरप्रिंट स्कैनर भी बहुत ही तेजी से काम करता है। हमें इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर की पोज़ीशन पसंद आई। क्योंकि फोन को दायें हाथ में पकड़कर उसे अनलॉक करना बेहद ही आसान था, अगर आपने अंगूठे को पहचान के तौर पर स्टोर किया है।
रिकॉर्डिंग के दौरान हमें फोन की कमी के बारे में पता चला। 4के रिज़ॉल्यूशन में हम 3 मिनट तक ही वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे, क्योंकि फोन गर्म हो जाने के कारण कैमरा ऐप अपने आप बंद हो गया। फुल-एचडी रिज़ॉल्यूशन में परफॉर्मेंस थोड़ी बेहतर थी, लेकिन 15 मिनट की रिकॉर्डिंग के बाद ऐप खुद-ब-खुद बंद हो गया। दूसरी तरफ, एक्सपीरिया एक्सज़ेड ने ज्यादा पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम को आसानी से हैंडल किया। हमें फोन के ज्यादा गर्म होने की शिकायत भी नहीं हुई।
बेंचमार्क टेस्ट में इस फोन ने सॉलिड परफॉर्मेंस दी। ग्राफिक्स टेस्ट के बारे में भी ऐसा ही कहा जा सकता है। लेकिन ब्राउज़र पर आधारित टेस्ट में इसकी परफॉर्मेंस अन्य फ्लैगशिप फोन की तुलना में थोड़ी कमज़ोर थी।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड के बारे में एक परेशान करने वाली बात यह भी है कि फोन सिम/माइक्रोएसडी ट्रे बाहर निकालने पर अपने आप रीस्टार्ट हो जाता है। ज्यादातर एंड्रॉयड स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने इस कमी को दूर कर लिया है। लेकिन 2016 के फ्लैगशिप फोन में यह कमी निराश करने वाली है। वैसे, आम यूज़र बार-बार सिम कार्ड कभी-कभार ही बदलते हैं। इसलिए उन्हें दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड एंड्रॉयड 6.0.1 मार्शमैलो पर चलता है जिसके ऊपर कंपनी का अपना यूज़र इंटरफेस मौज़ूद है। एंड्रॉयड 6.0 के नए फ़ीचर को छोड़कर एक्सपीरिया ज़ेड5 में बहुत कुछ नया नहीं दिया गया है। पहले की तरह आप नीचे तरफ स्वाइप करके सर्च बॉक्स ला सकते हैं। इसके बाद अलग-अलग एप्लिकेशन में स्विच करना आसान हो जाता है। एक्सपीरिया एक्सज़ेड में आपको सजेस्टेड ऐप्स भी दिखाया जाता है जो आपके द्वारा हाल ही में इस्तेमाल किए गए और अक्सर इस्तेमाल किए गए ऐप का मिश्रण है। ऐप स्विचर में क्लोज़ ऑल का भी ऑप्शन है।
एक्सपीरिया एक्सज़ेड में फेसबुक, एवीजी प्रोटेक्शन, स्विफ्टकी, मॉडर्न कॉम्बाट 5, असफाल्ट नाइट्रो जैसे कई ऐप पहले से इंस्टॉल हैं।
सोनी एक्सपीरिया ज़ेड5 की तरह एक्सपीरिया एक्सज़ेड भी मल्टीपल प्रोफाइल को सपोर्ट करता है। हालांकि, हम चाहते हैं कि अलग-अलग फिंगरप्रिंट को किसी खास प्रोफाइल के लिए इस्तेमाल कर पाते।
स्टीरियो स्पीकर तो मौज़ूद हैं लेकिन वो एक्सपीरिया ज़ेड5 जितनी आवाज़ नहीं देते। कुल मिलाकर स्पीकर उम्मीद से कमज़ोर निकले। सोनी के अन्य फोन की तरह यह भी आईपी68 सर्टिफिकेशन के साथ आता है, यानी इसे डस्ट और वाटर से नुकसान होने की संभावना कम है।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड कैमरा और बैटरी लाइफसोनी ने एक्सपीरिया एक्सज़ेड के कैमरे को मुख्य ख़ासियत बताई है। इस दावे को दम देने के लिए सोनी ने कई फ़ीचर भी दिए हैं। रियर कैमरे में तीन अलग सेंसर हैं- सीएमओएस सेंसर फ्रेम किसी भी ऑब्जेक्ट के मूवमेंट को ट्रैक और प्रिडिक्ट कर सकता है जिससे शॉट ब्लर होने की संभावना कम हो जाती है। लेज़र ऑटोफोकस सेंसर के दम पर किसी भी ऑब्जेक्ट पर ज़्यादा बेहतर फोकस करता है, ख़ासकर कम रोशनी में। आरजीबीसी-आईआर सेंसर का लक्ष्य सटीक कलर रिप्रोडक्शन देना है।
इसमें 6 एलीमेंट वाला सोनी जी लेंस है जो एफ/2.0 अपर्चर और वीडियो के लिए फाइव-एक्सिस स्टेबलाइज़ेशन से लैस है।
कैमरा ऐप पहले जैसा ही है। इससे हम पहले भी सोनी के अन्य फोन से रूबरू हो चुके हैं। आपको फोकस और शटर स्पीड का मैनुअल कंट्रोल भी मिलेगा। इसका मतलब है कि सोनी के फोन में हमें जो दिक्कतें आई थीं वो अब भी मौजूद हैं। एचडीआर मोड को खोज पाना बेहद ही मुश्किल हो सकता है। 4के और पनोरमा विकल्प कैमरा ऐप्स के किसी कोने में छिपे हुए हैं। और तस्वीरों को स्टोरेज में सेव में होने में बहुत वक्त लगता है।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड में 23 मेगापिक्सल का सेंसर है। डिफॉल्ट मोड में यह 8 मेगापिक्सल की तस्वीरें ले सकता है। जिसे आसानी से कैमरा ऐप में जाकर बदलना संभव है। वीडियो रिकॉर्डिंग रिज़ॉल्यूशन 4के तक जाता है। जहां तक एक्चुअल इमेज क्वालिटी का सवाल है तो बाहर की प्राकृतिक रोशनी में ली गई तस्वीरें बेहतरीन आईं। डिटेल की बात करें तो ये तस्वीरें सबसे बेहतरीन कैमरा फोन से ली गई फोटो चुनौती देने में सक्षम थे।
रात को ली गई तस्वीरें ठीक-ठाक आईं। लेकिन उनमें डिटेल की कमी थी। कम रोशनी में भी हम अच्छे शॉट लेने में कामयाब रहे। कुल मिलाकर परफॉर्मेंस को 'कभी खुशी कभी गम' ही कहा जाएगा।
13 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे में वाइड-एंगल लेंस है। आपको इससे सेल्फी लेना पसंद आएगा। वीडियो स्टेबलाइज़ेशन फ़ीचर वीडियो रिकॉर्ड करने के दौरान हाथ हिल जाने की समस्या को बखूबी दूर करने का काम करता है।
बैटरी लाइफ की बात करें तो सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड वीडियो लूप टेस्ट में 10 घंटे 21 मिनट तक चला। यह एक्सपीरिया ज़ेड5 की बैटरी परफॉर्मेंस से थोड़ा कम है। आम इस्तेमाल में यह एक दिन तक चल जाती है। सोनी के स्टेमिना और अल्ट्रा स्टेमिना मोड की मदद से आप 2900 एमएएच की बैटरी की लाइफ बढ़ा पाएंगे।
सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड एडिप्टिव चार्जिंग के साथ आता है। इसके बारे में बैटरी लाइफ को दोगुना करने का दावा किया गया है। हालांकि, इसकी परफॉर्मेंस का खुलासा तो फोन को लंबे समय तक इस्तेमाल करने के बाद ही हो पाएगा।
एक्सपीरिया एक्सज़ेड फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करता है। सोनी का दावा है कि आप मात्र 10 मिनट की चार्ज़िंग में 5.5 घंटे तक की टॉक टाइम पा सकते हैं। अफसोस की बात यह है कि हम इस फ़ीचर को टेस्ट नहीं कर सके, क्योंकि हमारे रिव्यू यूनिट में क्विक चार्जर नहीं मौज़ूद था।
हमारा फैसलारिव्यू को पढ़ने के बाद अब तक आपने अनुमान लगा लिया होगा कि इसमें कमियां बेहद ही कम हैं। यह दिखने में अच्छा फोन है जिसे प्रीमियम मेटेरियल से बनाया गया है। डिस्प्ले अच्छा है। और सभी टास्क को आसानी से परफॉर्म करता है। तस्वीरें निराश नहीं करतीं और बैटरी लाइफ से भी समझौता करने की ज़रूरत नहीं होगी। लेकिन पिछले दो साल में स्मार्टफोन टेक्नोलॉजी की दुनिया में जिस किस्म के बदलाव हुए हैं, हमारे लिए आपको इस फोन पर 49,990 रुपये खर्चने का सुझाव दे पाना आसान नहीं होगा।
इस कीमत में मजबूत दावेदारी पेश करने के लिए सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड में कोई ऐसा फ़ीचर होना ज़रूरी था जो इसे प्रतिद्वंद्वियों से बहुत आगे ले जाता। अफसोस कि सोनी के इस फोन में ऐसा कुछ भी नहीं है। सोनी कैमरे को लेकर ग्राहकों के बीच यही अवधारणा बनाना चाहती है। लेकिन रिव्यू के बाद हम यह ज़रूर कहेंगे कि एक्सपीरिया एक्सज़ेड का कैमरा सक्षम तो है लेकिन सर्वश्रेष्ठ नहीं।
स्मार्टफोन में स्पेसिफिकेशन के अलावा भी बहुत कुछ होते हैं। ऐसे में इस फोन की आधी कीमत में मिलने वाले
वनप्लस 3 और
शाओमी मी 5 जैसे विकल्प रहते हुए किसी को सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड खरीदने के लिए समझा पाना आसान नहीं होगा। हम यह भी मानते हैं कि सोनी के प्रोडक्ट इन चीनी कंपनियों के प्रोडक्ट से ज़्यादा भरोसेमंद होते हैं। लेकिन कीमत को वाज़िब नहीं ठहराया जा सकता।
आप सोनी एक्सपीरिया एक्सज़ेड खरीदते हैं तो आपको थोड़ी निराशा होगी, अगर आप बहुत ज़्यादा वीडियो शूट नहीं करते। ज़्यादातर लोगों के लिए वनप्लस और शाओमी के फ्लैगशिप ज़्यादा बेहतर विकल्प साबित होंगे। ये फोन परफेक्ट तो नहीं है, लेकिन पिछले जेनरेशन वाले डिवाइस की तुलना में बहुत सुधार हुआ है। अगर आपके पास खर्चने के लिए 50 हजार रुपये हैं तो
सैमसंग गैलेक्सी एस7 या
गैलेक्सी एस7 एज के बारे में विचार करें। और साथ में कुछ पैसे भी बच जाएंगे।