दक्षिण कोरिया की Samsung Electronics का पहली तिमाही में प्रॉफिट 92 प्रतिशत घट सकता है। यह पिछले 14 वर्षों में कंपनी का सबसे कम प्रॉफिट हो सकता है। इकोनॉमिक स्लोडाउन का कंपनी पर बड़ा असर पड़ा है। डेटा सेंटर्स और कंप्यूटर बनाने वाली कंपनियों के मेमोरी चिप्स की खरीदारी घटाने से सैमसंग को ज्यादा नुकसान हुआ है। दुनिया की सबसे बड़ी मेमोरी चिप मेकर सैमसंग की चिप डिविजन को तीन लाख करोड़ KRW (लगभग 18,903 करोड़ रुपये) का तिमाही लॉस हो सकता है।
कंपनी के नए फ्लैगशिप स्मार्टफोन के लॉन्च से इसकी मोबाइल डिविजन के प्रॉफिट को सहारा मिलने की उम्मीद है। हालांकि, मेमोरी चिप के प्राइसेज घटने और इनवेंटरी में बढ़ोतरी से सैमसंग के लिए आगामी तिमाहियां चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं। कंपनी के शुक्रवार को पहली तिमाही का रिजल्ट घोषित करने की संभावना है। Refinitiv के 27 एनालिस्ट्स से लिए गए अनुमान के अनुसार, मार्च में समाप्त हुई तिमाही में
सैमसंग का ऑपरेटिंग प्रॉफिट घटकर 1.08 लाख करोड़ KRW (लगभग 6,769 करोड़ रुपये) रह सकता है। यह 2009 में इस तिमाही में 598 अरब KRW (लगभग 3,700 करोड़ रुपये) के प्रॉफिट के बाद से सबसे कम प्रॉफिट होगा।
स्मार्टफोन्स, PC और सर्वर्स में इस्तेमाल होने वाले DRAM मेमोरी चिप्स के प्राइस पिछली तिमाही में लगभग 20 प्रतिशत घटे हैं। इसके अलावा डेटा स्टोरेज में इस्तेमाल किए जाने वाले NAND फ्लैश चिप्स के प्राइसेज में 15 प्रतिशत तक की कमी हुई है। इन्फ्लेशन बढ़ने के कारण टेक डिवाइसेज की डिमांड कमजोर होने से स्मार्टफोन और पर्सनल कंप्यूटर बनाने वाली कंपनियों ने नए चिप्स की खरीदारी घटा दी है और वे इनवेंटरी का इस्तेमाल कर रही हैं।
चिप बनाने वाली कंपनियों ने इंटरेस्ट रेट्स बढ़ने के कारण नए इनवेस्टमेंट को भी रोक दिया है। इनमें Micron Technology और SK Hynix जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों का मौजूदा वर्ष की दूसरी छमाही तक चिप के मार्केट में मंदी बरकरार रहने का अनुमान है। हालांकि, सैमसंग ने इनवेस्टमेंट की अपनी योजना में बदलाव नहीं किया है। एनालिस्ट्स का कहना है कि कंपनी इस स्थिति का इस्तेमाल अपना मार्केट शेयर बढ़ाने और बाद में डिमांड में दोबारा तेजी आने का फायदा उठाने के लिए कर रही है। सैमसंग को फरवरी में नए
स्मार्टफोन Galaxy S23 की भारत में प्री-बुकिंग के पहले दिन लगभग 1,400 करोड़ रुपये के ऑर्डर्स मिले थे। Samsung Galaxy S23 की प्री-बुकिंग इस स्मार्टफोन के पिछले वर्जन Galaxy S22 की तुलना में लगभग दोगुनी थी।