Xiaomi को अलग-अलग सेगमेंट में दमदार फीचर व स्पेसिफिकेशन वाले हैंडसेट लाने के लिए जाना जाता है। इस वजह से कंपनी को ग्राहकों द्वारा खासा सराहा भी गया है। और शायद इसी कारण कंपनी कुछ सालों में ही मार्केट शेयर के मामले में पहले पायदान पर भी पहुंच गई। Xiaomi ने लोकप्रियता अपने हार्डवेयर और कस्टम मीयूआई एंड्रॉयड रॉम के दम पर हासिल की है। अब कंपनी ने किसी कारणवश एंट्री स्तर के फोन लाने का फैसला किया है। यह एंड्रॉयड गो ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाला फोन होगा।
कागज़ी तौर पर नया
Redmi Go फोन थोड़ा कमज़ोर लगता है। खासकर कंपनी द्वारा हाल ही में पेश किए गए
Redmi Note 7 (
रिव्यू) और
Redmi Note 7 Pro (
रिव्यू) स्मार्टफोन की तुलना में। लेकिन यह भी याद रहे कि फोन को 5,000 रुपये से कम कीमत में उतारा गया है। इस सेगमेंट के फोन की सबसे बड़ी कमी कम रिजॉल्यूशन वाली स्क्रीन है। इन प्रोसेसर में भी दम नहीं होता और कैमरे किसी काम के नहीं होते। इस रेंज के फोन बिल्ड क्वालिटी में भी बेहद कमज़ोर होते हैं।
क्या शाओमी अपने कमाल को एंट्री स्तर वाले स्मार्टफोन सेगमेंट में दोहरा सकती है? क्या
4,499 रुपये वाला Redmi Go फीचर फोन से स्मार्टफोन में अपग्रेड करने वाले यूज़र के लिए बना है? आइए जानते हैं...
Redmi Go डिज़ाइन
रेडमी गो बेहद ही साधारण दिखने वाला फोन है। लेकिन यह अपनी कीमत से ज़्यादा प्रीमियम लगता है। आप सिर्फ इसे देखकर यह अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि यह इतना किफायती है। बॉडी प्लास्टिक की है। पिछला हिस्सा कर्व्ड है। यह मुड़ता नहीं है। कमज़ोर होने का एहसास नहीं देता है।
Redmi Go के फ्रंट पैनल पर 16:9 की स्क्रीन है। यह कैपसिटिव एंड्रॉयड बटन से लैस है। लेकिन बॉर्डर बेहद ही चौड़े हैं। यह आपको पुराने फोन की याद दिलाएगा। क्योंकि आज की तारीख में बजट फोन 18:9 या उससे लंबी स्क्रीन पर अपग्रेड कर चुके हैं। हमें फोन के डिज़ाइन से कोई भी शिकायत नहीं है। लेकिन कैपसिटिव बटन बैकलिट नहीं हैं, इस वजह से इन्हें अंधेरे में खोज पाना आसान नहीं है।
स्क्रीन 5 इंच की है। चौड़े बॉर्डर होने के बावजूद Redmi Go बेहद ही कॉम्पेक्ट है और इसे एक हाथ से इस्तेमाल करना आसान नहीं है। 137 ग्राम के वज़न के कारण यह फोन हल्का है। यह उन यूज़र्स को भाएगा जिन्हें छोटा फोन पसंद है।
बायीं तरफ दो ट्रे हैं। एक में नैनो सिम और माइक्रोएसडी कार्ड और दूसरे में नैनो-सिम के लिए जगह है। यह मज़ेदार बात है कि शाओमी के महंगे फोन भी हाइब्रिड सिम स्लॉट के साथ आते हैं। लेकिन इस फोन में अलग माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट है। पावर और वॉल्यूम बटन दायीं तरफ हैं। निचले हिस्से पर माइक्रो-यूएसबी पोर्ट है। यहीं पर स्पीकर ग्रिल भी है। टॉप पर 3.5 एमएम हेडफोन जैक है। पिछले हिस्से पर एक कैमरे वाला सेटअप है। इस फोन में कोई नोटिफिकेशन एलईडी नहीं है।
Redmi Go को ब्लैक और वाइब्रेंट ब्लू फिनिश रंग में उतारा गया है। हमें रिव्यू के लिए ब्लैक यूनिट मिला है और इस पर उंगलियों के निशान आसानी से नहीं पड़ते। Xiaomi ने इस फोन में कीमत और डिज़ाइन के बीच बेहतरीन तालमेल हासिल किया है।
Redmi Go स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयर
कीमत को देखते हुए प्रोसेसर और स्क्रीन Redmi Go के पक्ष में जाते हैं। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 425 प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है, जो काफी पुराना है। हालिया दिनों में यह 7,000 रुपये से 10,000 रुपये के प्राइस रेंज के कई फोन का हिस्सा रहा है। जैसे कि Infinix Hot 6 Pro, 10.or D2 और Nokia 2.1। Samsung ने बीते साल Samsung Galaxy J6+ को 15,990 रुपये में लॉन्च किया था। हैंडसेट में दिए गए प्रोसेसर के क्लॉक स्पीड 1.4 गीगाहर्ट्ज़ है।
Redmi Go की स्क्रीन का रिजॉल्यूशन 720x1280 पिक्सल है। इस प्राइस रेंज में आम तौर पर आपको 480x854 पिक्सल या 540x960 पिक्सल रिजॉल्यूशन वाले डिस्प्ले को देखने मिलते हैं। 5 इंच की स्क्रीन बेहद ही शार्प है। कलर्स थोड़े म्यूटेड हैं। व्यूइंग एंगल बेहतरीन हैं।
दूसरी तरफ, 1 जीबी रैम और 8 जीबी इनबिल्ट स्टोरेज से निराशा होती है। कम रैम भले ही एंड्रॉयड गो यूआई के लिए ऑप्टिमाइज़्ड है। लेकिन कई ऐप्स को और रैम की ज़रूरत होती है। स्टोरेज की बात करें तो अलग माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट यह कमी दूर कर देती है। इसमें 128 जीबी स्टोरेज के लिए सपोर्ट है। 8 जीबी स्टोरेज खत्म होने में कोई वक्त नहीं लगता।
3000 एमएएच की बैटरी दी गई है। जो ठीक-ठाक साथ निभाएगी। क्योंकि हार्डवेयर बहुत ज़्यादा पावरफुल नहीं हैं। क्विक चार्जिंग के लिए सपोर्ट नहीं है। आप दो 4जी सिम कार्ड इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन एक वक्त पर एक ही सिम 4जी नेटवर्क पर चलेगा। इसमें वाई-फाई 802.11एन, ब्लूटूथ 4.1, एफएम रेडियो और जीपीएस के लिए सपोर्ट है।
पिछले हिस्से पर एफ/ 2.0 अपर्चर वाला 8 मेगापिक्सल का सेंसर है। फ्रंट पैनल पर एफ/ 2.2 अपर्चर वाला 5 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। आप दोनों ही कैमरे से 1080 पिक्सल तक के वीडियो रिकॉर्ड कर पाएंगे।
शाओमी ने फोन में एंबियंट लाइट, एक्सेलेरोमीटर और प्रॉक्सिमिटी सेंसर्स दिए हैं। लेकिन कोई जायरोस्कोप या कंपास नहीं है। फोन में कोई फिंगरप्रिंट सेंसर या फेस रिकग्निशन नहीं है।
Xiaomi ने इस फोन में एंड्रॉयड गो इस्तेमाल किया है, लेकिन वर्ज़न एंड्रॉयड 8.1 वाला है। इसका मतलब है कि यह कम रैम पर चल जाता है और फोन में स्टोरेज की भी खपत कम करता है। Google ने अपने कई ऐप्स को भी ऑप्टिमाइज़ किया है। आपको YouTube Go, Maps Go, Gmail Go और Assistant Go जैसे ऐप मिलेंगे। लेकिन आपको Chrome और Google Photos के आम वर्ज़न मिलेंगे।
Redmi Go परफॉर्मेंस, कैमरा और बैटरी
रेडमी गो का हार्डवेयर आम इस्तेमाल के लिए बेहद ही बेसिक है। प्रोसेसर ठीक-ठाक है, लेकिन सिर्फ 1 जीबी रैम बाधा है। कई बार किसी ऐप में मेन्यू खोलने या गूगल प्ले स्टोर में स्क्रॉल करने पर भी फोन कई बार पॉज़ होता है। कई बार ऐप को लोड होने में ज़रूरत से ज़्यादा समय लगता है। कुल मिलाकर इस फोन को इस्तेमाल करने का अनुभव 5,000 रुपये से कम में मिलने वाले अन्य हैंडसेट जैसा ही है।
गो ऐप्स में कई मज़ेदार फंक्शन हैं। YouTube Go में आपको बताया जाता है कि हर वीडियो को प्ले करने में कितना डेटा की खपत होगी। आप अपनी जरूरत के हिसाब से वीडियो की क्वालिटी चुन सकते हैं। आप कुछ वीडियो को सेव कर सकते हैं। जिन्हें बाद में बार-बार प्ले किया जा सकता है।
आउट ऑफ बॉक्स हमारे Redmi Go रिव्यू यूनिट में 8 जीबी स्टोरेज का सिर्फ 58 फीसदी हिस्सा इस्तेमाल के लिए उपलब्ध था। इसका मतलब है कि आप इस फोन में हैवी ग्राफिक्स वाले गेम नहीं स्टोर कर पाएंगे। वैसे, हम अपने सभी पाठकों को इस फोन में माइक्रोएसडी इस्तेमाल करने का सुझाव देंगे।
हमने इस फोन में PUBG Mobile और Asphalt 9: Legends खेलने की कोशिश की है। ये दोनों ही गेम इस फोन के लिए नहीं बने। Asphalt 8: Airborne ज़रूर चला, लेकिन इफेक्ट्स डिसेबल थे। लेकिन गेम खेलने योग्य था। कम पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम फोन पर ठीक-ठाक चलते हैं।
आम तौर पर कम दाम वाले फोन के कैमरे में दम नहीं होता। Redmi Go भी अलग नहीं है। ऐप में ज़्यादा फीचर नहीं दिए गए हैं। एचडीआर और कुछ बेसिक कलर फिल्टर्स की सुविधा है। मैनुअल मोड में आप व्हाइट बैलेंस, आईएसओ, शटर स्पीड और फोकस को नियंत्रित कर पाएंगे। पनोरमा मोड भी नहीं है, पोर्ट्रेट मोड तो दूर की बात है।
दिन की रोशनी में हमारे द्वारा ली गई तस्वीरें ठीक-ठाक आईं, सिर्फ फोन की स्क्रीन पर। फोटो हमारी उम्मीद के मुताबिक वाइब्रेंट नहीं थीं। कंप्यूटर पर फुल-साइज़ में जांचने के बाद हमने पाया कि कलर्स थोड़े और पॉप-अप हुए। लेकिन क्वालिटी की कमी साफ झलक रही थी। टेक्सचर्स आर्टिफिशियल लगते हैं। ऑब्जेक्ट के किनारे हर बार पूरी तरह से डिफाइन्ड नहीं लगे। डिटेल की भी कमी थी। कैमरा लाइट के अगेंस्ट शूट करने में ठीक-ठाक काम करता है। लेकिन एचडीआर ऑटोमैटिक नहीं है और शटर लैग की शिकायत देखने को मिलती है। हाल के दिनों में लॉन्च हुए कम दाम वाले फोन भी क्लोज-अप शॉट में ठीक-ठाक काम करते हैं। लेकिन Redmi Go के साथ ऐसा नहीं है।
जहां तक अंधेरे में ली गई तस्वीरों की बात करें तो हमारे द्वारा लिए गए ज्यादातर शॉट नॉयज़ी और ग्रेनी आए। ऑब्जेक्ट ठीक से डिफाइन्ड नहीं थे और मोशन ब्लर की भी शिकायत थी। अच्छी बात यह है कि शॉट में ऑब्जेक्ट की पहचान आसानी से हो जाती है। भले ही वे दिखने में अच्छे नहीं लगते। आप रेडमी गो के कैमरे से ली गई तस्वीरों को सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप पर इस्तेमाल कर सकते हैं।
वीडियो जर्की रिकॉर्ड होते हैं और फोकस भी स्थिर नहीं रहता। 1080 पिक्सल में क्वालिटी संतोषजनक है। आप अपने जीवन के अहम पल कैमरे में कैद करने के लिए Redmi Go पर भरोसा ना करें। फ्रंट कैमरे में ब्यूटिफिकेशन मिलता है। लेकिन क्वालिटी बेहद ही बेसिक है।
3000 एमएएच की बैटरी आसानी से पूरे दिन तक चली। हमने फोन को अगली दिन सुबह ही चार्ज किया। हमारे एचडी वीडियो लूप टेस्ट में बैटरी 9 घंटे 50 मिनट तक चली।
हमारा फैसलारेडमी गो, शाओमी के थोड़े महंगे फोन जितना ध्यान नहीं खींचता। लेकिन कीमत को देखते हुए यह ठीक-ठाक हार्डवेयर के साथ आता है। यह उन लोगों के लिए अच्छी खबर है जिनका बजट बेहद ही कम है। हमारी चाहत है कि इसका ज्यादा रैम और स्टोरेज वाला वेरिएंट होना चाहिए था।
इस कीमत में फोन को बहुत ज़्यादा चुनौती नहीं मिलती। लेकिन
ZenFone Lite L1 को नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता। इसे लॉन्च तो 6,999 रुपये में किया गया था। लेकिन आम तौर पर यह सेल में 4,999 रुपये में फ्लिपकार्ट पर मिलता है। मात्र 500 रुपये ज़्यादा खर्चकर आपको Redmi Go की तुलना में पावरफुल स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर, 2 जीबी रैम, 16 जीबी स्टोरेज और कई अन्य फीचर मिलते हैं।
अंत में हम यही कहेंगे कि अगर आप और ज़्यादा खर्च सकते हैं तो Redmi 6A (रिव्यू) को खरीदें जो ज्यादा बेहतर परफॉर्मेंस देगा और ज्यादा वक्त तक साथ भी निभाएगा।