Google ने स्पष्ट किया है कि Pixel 6 फोन की वायर्ड चार्जर से पीक पावर 21 W की हो सकती है। Pixel 6 Pro को वायर्ड चार्जर से 23 W तक की पीक पावर मिल सकती है। यह इन दोनों फोन के लॉन्च पर बताई गई 30 W की पीक पावर से काफी कम है। Google ने अब बताया है कि नए Pixel फोन पर चार्जिंग कैसे काम करती है।
कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज के जरिए मिलने वाली वास्तविक पावर सिंगल चार्ज के दौरान अलग होती है। चार्जिंग रेट में बदलाव बैटरी को अधिक समय तक चलाने के लिए किया गया है।
Google ने
Pixel सपोर्ट फोरम पर Pixel 6 and
Pixel 6 Pro पर चार्जिंग के काम करने के तरीके के बारे में जानकारी दी है। कम्युनिटी मैनेजर कैमिल वी. ने बताया, "हमने बैटरी लेवल के लो होने पर लिथियम आयन बैटरी को अधिक चार्जिंग रेट्स के लिए ऑप्टिमाइज किया है।
Pixel 6 लगभग 30 मिनट में 50 प्रतिशत तक चार्ज (Google के 30 W USB-C पावर चार्जर के साथ) हो सकता है और लगभग एक घंटे में 80 प्रतिशत तक पहुंच जाता है। डिवाइस के इस्तेमाल और तापमान पर भी चार्जिंग निर्भर करती है।"
कैमिल ने बताया है कि बैटरी के फुल के निकट पहुंचने पर चार्जिंग पावर कम हो जाती है जिससे बैटरी अधिक समय तक चलती है।
इससे पहले ऐसी रिपोर्ट्स आई थी कि Pixel 6 and Pixel 6 Pro को वायर्ड चार्जर से मिलने वाली पीक पावर उम्मीद से कहीं कम है। हाल ही में हुए एक टेस्ट में Pixel 6 Pro की 5,000 mAh बैटरी को फुल चार्ज होने में लगभग 111 मिनट लगे थे। इसकी तुलना में
Samsung Galaxy S21 Ultra केवल 62 मिनट में फुल चार्ज हो जाता है।
Google ने चेतावनी दी है कि Pixel फोन में विशेष स्थितियों में 80 प्रतिशत से अधिक चार्जिंग रुक भी सकती है। कंपनी ने रात में कम स्पीड से चार्जिंग के लिए एडेप्टिव चार्जिंग को एनेबल करने की भी सलाह दी है।
इसके साथ ही Google ने यूजर्स को Pixel 6 and Pixel 6 Pro को जल्द चार्ज करने के लिए कंपनी का 30 W पावर एडेप्टर और हाल ही में लॉन्च किया गया Pixel स्टैंड इस्तेमाल करने का सुझाव भी दिया है।
Google की इन दोनों Pixel फोन को भारत में लॉन्च करने की अभी कोई योजना नहीं है। कंपनी के प्रवक्ता ने हाल ही में Gadgets 360 को बताया था कि डिमांड और सप्लाई की समस्याओं और कुछ अन्य कारणों से इन फोन को कई देशों में लॉन्च नहीं किया जा रहा।