अमेरिकी डिवाइसेज कंपनी Apple ने पिछले वर्ष iPhone सीरीज को लॉन्च किया था। इस सीरीज के iPhone 14 और iPhone 14 Plus को लाइटनिंग पोर्ट के बजाय USB Type-C पोर्ट के साथ रीलॉन्च किया जा सकता है। एपल के अगले महीने iPhone 15 लॉन्च करने की संभावना है।
टिप्सटर Aaron (@aaronp613) ने X (पहले Twitter) पर एक पोस्ट में बताया है कि iPhone 14 और iPhone 14 Plus को USB Type-C पोर्ट के साथ रीलॉन्च किया जा सकता है। EU और अमेरिका के कैलिफोर्निया में रेगुलेशंस के अनुसार, एपल अपने
स्मार्टफोन्स को अपडेट कर सकती है। कंपनी की आगामी iPhone 15 सीरीज में USB Type-C पोर्ट होंगे। पिछले वर्ष एपल में मार्केटिंग के सीनियर एग्जिक्यूटिव, Greg Joswiak ने बताया था कि EU के रेगुलेशंस का पालन करने के लिए आईफोन में USB Type-C पोर्ट दिया जाएगा।
iPhone 15 का भारत में प्रोडक्शन शुरू किया जा रहा है। इससे
एपल के चीन के मुख्य मैन्युफैक्चरिंग बेस और भारत में मैन्युफैक्चरिंग के बीच अंतर को घटाया जा सकेगा। एपल के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करने वाली Foxconn की तमिलनाडु के श्रीपेरुमबुदुर की फैक्टरी में नए स्मार्टफोन्स की सप्लाई चीन मे कंपनी की फैक्टरियों से इनकी डिलीवरी के कुछ सप्ताह बाद करने की तैयारी की जा रही है।
Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, एपल की योजना भारत में बनने वाले आईफोन्स की वॉल्यूम तेजी से बढ़ाने की है। अमेरिका और चीन के बीच तनाव की वजह से एपल चीन में मैन्युफैक्चरिंग पर अपनी निर्भरता घटाने पर विचार कर रही है। केंद्र सरकार की ओर से प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव जैसी कुछ योजनाओं के जरिए स्मार्टफोन्स सहित इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका फायदा एपल जैसी कंपनियों को मिल सकता है।
एपल के लिए आईफोन 14 से पहले भारत में आईफोन असेंबली की हिस्सेदारी इसके कुल प्रोडक्शन में बहुत कम थी। हालांकि, पिछले एक वर्ष में कंपनी ने देश में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाया है। एपल को मार्च के अंत तक आईफोन के कुल प्रोडक्शन का सात प्रतिशत भारत से मिला था। देश में आईफोन 15 का प्रोडक्शन कंपोनेंट्स की उपलब्धता पर निर्भर करेगा। इन कंपोनेंट्स में से अधिकार का इम्पोर्ट किया जाता है। सूत्रों ने बताया कि एपल के भारत में अन्य सप्लायर्स — Pegatron और Wistron भी जल्द आईफोन 15 की असेंबलिंग शुरू कर सकते हैं।