आखिरकार गूगल ब्रांड के पिक्सल और पिक्सल एक्सएल स्मार्टफोन लॉन्च कर दिए गए। सेन फ्रांसिसको में आयोजित लॉन्च इवेंट से साफ हो गया कि पिक्सल स्मार्टफोन को ऐप्पल के आईफोन के प्रतिद्वंद्वी के तौर पर पेश किया गया है। हालांकि, कई जानकारों का मानना है कि इस फोन से ज्यादा नुकसान सैमसंग जैसे ब्रांड को होना है। हमने लॉन्च इवेंट के दौरान कुछ वक्त
गूगल पिक्सल और
पिक्सल एक्सएल स्मार्टफोन के साथ बिताया था। पहली झलक हमें ये फोन कैसे लगे? आइए आपको बताएं।
डिज़ाइन के मामले में पिक्सल फोन के साथ कुछ भी क्रांतिकारी नहीं किया गया है। हालांकि, कई यूज़र इसकी फ़िक्र भी नहीं करेंगे। पहली नज़र में बनावट आईफोन से मेल खाती है। लेकिन ज्यादा एंड्रॉयड फोन की तरह पिक्सल एक्सएल के स्क्रीन और बॉडी का अनुपात आईफोन 7 प्लस की तुलना में बेहतर है। ऐसे में बड़ा स्क्रीन होने के बावजूद इसे इस्तेमाल करने में ज्यादा दिक्त नहीं होती।
ब्लू कलर को लेकर अजीब सा उत्साह देखने को मिल रहा है। लेकिन हमें यह कलर वेरिएंट बिल्कुल ही पसंद नहीं आया। ब्लैक कलर वेरिएंट हमारी पसंद के साथ जाता है। और सिल्वर कलर वेरिएंट भी ठीक-ठाक है। हालांकि, यह हमारी पसंद है। आपकी पसंद कुछ और भी सकती है। वैसे भी भारत में ब्लू कलर वेरिएंट को नहीं लॉन्च किया जाना है। ऐसे में पसंद-नापसंद का सवाल नहीं उठता।
जैसा कि गैजेट्स 360 ने अगस्त महीने में ही कहा था कि गूगल असिस्टेंट नए पिक्सल स्मार्टफोन का सबसे अहम फ़ीचर होगा। गूगल असिस्टेंट को ऐसे समझिए... यह नाउट ऑन टैप और ऐप्पल के सिरी का मिश्रण है जिसके पास गूगल के नॉलेज ग्राफ द्वारा जमा किए गए जानकारियों का अंबार है। गूगल ने प्रजेंटेशन में असिस्टेंट में नाउ ऑन टैप जैसी क्षमता होने की जानकारी दी। आप असिस्टेंट से लंच के लिए रेस्टोरेंट का सुझाव भी मांग सकते हैं। हमने इस फ़ीचर के साथ कुछ वक्त बिताया। आप वॉयस पर आधारित असिस्टेंट को होम बटन को थोड़े देर तक दबाकर एक्टिवेट कर सकते हैं। उम्मीद के मुताबिक, गूगल का वॉयस रिकॉग्निशन बेहतरीन है और इसने बिना किसी दिक्कत के काम किया। और ज्यादातर मौकों पर हमारे सवालों के सही जवाब भी मिले।
गूगल ने इवेंट में जिस किस्म के हार्डवेयर प्रोडक्ट पेश किए हैं, उससे साफ है कि कंपनी की चाहत हमें अपने डिवाइस से बात करने में सहज बनाने की है।
गूगल पिक्सल और गूगल पिक्सल एक्सएल में कुछ एक्सक्लूसिव फ़ीचर भी दिए गए हैं जो आने वाले समय में अन्य कंपनियों के साथ तकरार की वजह बन सकती है। अभी यह भी साफ नहीं है कि गूगल असिस्टेंट जैसे फ़ीचर को मुख्य एंड्रॉयड प्रोजेक्ट में कब पेश किया जाएगा।
इवेंट के दौरान गूगल ने असिस्टेंट के अलावा हैंडसेट के कैमरे के बारे में भी बढ़-चढ़कर बताया। गौर करने वाली बात है कि ऐप्पल व शाओमी की रणनीति से उलट गूगल ने दोनों ही फोन में एक ही कैमरा सेटअप का इस्तेमाल किया है। गूगल का कहना है कि पिक्सल और पिक्सल एक्सएल में अंतर सिर्फ डिस्प्ले व बैटरी क्षमता का है। कंपनी का दावा है कि पिक्सल फोन को 89 डीएक्सओमार्क रेटिंग वाला कैमरा मिला है जो किसी भी स्मार्टफोन के लिए सबसे ज्यादा है। हम कैमरे की परफॉर्मेंस के बारे अभी कुछ नहीं कहना चाहते। इसके लिए रिव्यू का इंतज़ार करना सही होगा। लेकिन हम यह ज़रूर कहेंगे कि नया कैमरा ऐप काफी तेज है।