दुनिया भर में लोकप्रिय iPhone बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Apple को स्मार्टफोन में रेडिएशन लेवल लेकर फ्रांस में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी ने बताया है कि वह iPhone 12 में रेडिएशन लेवल को लेकर विवाद को निपटाने के लिए सॉफ्टवेयर को अपडेट करेगी। इस स्मार्टफोन में रेडिएशन लेवल के लिमिट से अधिक होने को लेकर अन्य यूरोपियन देशों में अभी आशंकाएं जताई गई हैं। एपल को इन देशों में भी इसी तरह का कदम उठाना पड़ सकता है।
इस सप्ताह की शुरुआत में फ्रांस ने iPhone 12 की बिक्री पर रोक लगा दी थी। फ्रांस का कहना था कि इस स्मार्टफोन में रेडिएशन का लेवल वैध लिमिट से अधिक पाया गया है। हालांकि,
एपल ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि iPhone 12 को कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की ओर से ग्लोबल रेडिएशन स्टैंडर्ड्स का पालन करने के लिए प्रमाणित किया गया है। फ्रांस के रेडिएशन रेगुलेटर ANFR ने बताया था कि आईफोन 12 में रेडिएशन का लेवल वैध लिमिट से अधिक है। इस वजह से कंपनी को फ्रांस में इस स्मार्टफोन की बिक्री को रोकने का ऑर्डर दिया गया था।
ANFR की ओर से किए गए टेस्ट में
iPhone 12 में स्पेसिफिक एब्जॉर्प्शन रेट (SAR) वैध लिमिट से कुछ अधिक पाया गया था। समाचार पत्र Le Parisien को दिए इंटरव्यू में फ्रांस के डिजिटल इकोनॉमी के उप मंत्री Jean Noel Barrot ने यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि रेडिएशन की समस्या को दूर करने के लिए एक सॉफ्टवेयर अपडेट करना होगा। एपल इस स्मार्टफोन की पिछले लगभग तीन वर्ष से बिक्री कर रही है। उन्होंने कहा था, "एपल से दो सप्ताह के अंदर जवाब मिलने की उम्मीद है। अगर वह ऐसा करने में नाकाम रहती तो मैं सभी आईफोन 12 को रिकॉल करने का ऑर्डर देने के लिए तैयार हूं। बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों सहित सभी के लिए नियम समान है।"
बेल्जियम में डिजिटलाइजेशन के स्टेट सेक्रेटरी ने एपल से यूरोपियन यूनियन (EU) के सभी देशों में आईफोन 12 के सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने के लिए कहा है। जर्मनी ने कहा कि वह इस समस्या का पूरे यूरोप के लिए हल खोजने को लेकर फ्रांस की अथॉरिटीज के संपर्क में है। एपल को जल्द ही इटली की ओर से भी iPhone 12 के सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने के लिए कहा जा सकता है।