दुनिया भर में लोकप्रिय iPhone बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Apple की मार्केट वैल्यू पिछले वर्ष जनवरी के बाद से पहली बार तीन लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गई है। कंपनी के वर्चुअल रिएलिटी जैसे नए मार्केट्स में जाने की संभावना से इनवेस्टर्स का एपल के बिजनेस में ग्रोथ को लेकर भरोसा बढ़ा है।
एपल का शेयर शुक्रवार को 1.3 प्रतिशत की तेजी के साथ 191 डॉलर से अधिक पर कारोबार कर रहा था। अमेरिका के फेडरल रिजर्व की ओर से इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी की गति धीमी करने की संभावना और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बढ़ते मौकों के कारण टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयर्स में तेजी आई है। दूसरी तिमाही में
एपल के आईफोन की अनुमान से बेहतर बिक्री और Vision Pro कहे जाने वाले ऑग्मेंटेड रिएलिटी हेडसेट जैसे नए प्रोडक्ट को पेश करने से भी कंपनी की ग्रोथ बढ़ सकती है। Google को चलाने वाली Alphabet, और सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft सहित अमेरिका की चार अन्य कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन एक लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है।
इस वर्ष एपल के शेयर में लगभग 46 प्रतिशत की तेजी आई है, जबकि इलेक्ट्रिक कार मेकर Tesla और सोशल मीडिया साइट Facebook को चलाने वाली Meta Platforms के शेयर दोगुने से अधिक बढ़े हैं। एपल के
iPhone की नई सीरीज इस वर्ष के अंत में लॉन्च होने की संभावना है। इस सीरीज में iPhone 15, iPhone 15 Plus, iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max शामिल हो सकते हैं। ये स्मार्टफोन्स Apple के मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के अगले वर्जन iOS 17 पर चलेंगे। कंपनी को आईफोन की नई सीरीज के लिए डिमांड मजबूत होने की उम्मीद है। इसका संकेत एपल की ओर से दिए गए पैनल के ऑर्डर्स से मिल रहा है।
Display Supply Chain Consultants (DSCC) ने हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया था कि पिछले वर्ष जून में आईफोन 14 के लिए दिए गए पैनल ऑर्डर्स की तुलना में आईफोन 15 के लिए ये ऑर्डर्स लगभग 100 गुना अधिक हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पैनल की शिपमेंट्स में आईफोन 15 प्रो और आईफोन 14 प्रो के डिस्प्ले की हिस्सेदारी क्रमशः 58 प्रतिशत और 43 प्रतिशत की थी। इससे यह संकेत मिल रहा है कि एपल को आईफोन 15 प्रो के लिए मजबूत डिमांड मिलने की उम्मीद है।