अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple को सितंबर में लॉन्च की गई iPhone 15 के लिए काफी डिमांड मिल रही है। इस सीरीज में iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max को कस्टमर्स अधिक पसंद कर रहे हैं। कैमरा और स्टोरेज अपग्रेड करने की वजह से कंपनी के इन दोनों मॉडल्स के प्राइसेज बढ़ाए थे।
मार्केट रिसर्च फर्म डिस्प्ले सप्लाई चेन कंसल्टेंट्स (DSCC) की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले महीने आईफोन 15 सीरीज के लिए डिस्प्ले की शिपमेंट्स में iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max की हिस्सेदारी 71 प्रतिशत की थी, जो इससे एक महीना पहले 65 प्रतिशत थी। आईफोन 15 सीरीज की लोकप्रियता पिछले वर्ष लॉन्च की गई आईफोन 14 सीरीज की तुलना में अधिक दिख रही है।
कंपनी के लिए पैनल्स की सबसे बड़ी सप्लायर दक्षिण कोरिया की Samsung Display है। इसके अलावा LG के भी आईफोन 15 प्रो मैक्स के डिस्प्ले बनाने की रिपोर्ट है। हाल ही में
एपल के चीफ एग्जिक्यूटिव, Tim Cook ने बताया था कि iPhone 15 सीरीज का चीन में प्रदर्शन अच्छा है। इससे वॉल स्ट्रीट की यह आशंका कम हो सकती है कि चीन में एपल को Huawei जैसी कंपनियों के कारण मार्केट शेयर गंवाना पड़ रहा है। हालांकि, सितंबर में समाप्त हुई चौथी तिमाही एपल का चीन से रेवेन्यू लगभग 2.5 प्रतिशत घटा था। कुक ने बताया था है कि इसमें फॉरेन एक्सचेंज रेट्स को शामिल करने पर बढ़ोतरी हुई है। एपल के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर, Luca Maestri ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में एनालिस्ट्स को बताया था कि मौजूदा तिमाही के लिए सेल्स पिछले वर्ष के समान रहने की संभावना है।
यह तिमाही
कंपनी के लिए महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इसमें क्रिसमस हॉलिडेज पड़ते हैं जब एपल के नए आईफोन्स की सबसे अधिक सेल्स होती है। हालांकि, एनालिस्ट्स को सेल्स में बढ़ोतरी के पूर्वानुमान की उम्मीद थी। एपल के चौथी तिमाही के नतीजे मार्केट के अनुमान से बेहतर रहे थे। कंपनी की आईफोन की सेल्स बढ़ी है और सर्विसेज से रेवेन्यू में लगभग एक अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। इससे iPad और Mac की सेल्स में बड़ी गिरावट का असर कम हो गया। कुक ने बताया था कि कंपनी को नई आईफोन सीरीज के प्रीमियम मॉडल्स के लिए सप्लाई में मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है।