वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस YouTube ने देश में YouTube Shopping को शुक्रवार को लॉन्च किया। यह सर्विस अमेरिका और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में पहले से उपलब्ध है। इसमें वीडियो क्रिएटर्स को अपने वीडियोज में ब्रांड्स को टैग करने का विकल्प मिलेगा। इसके लिए YouTube ने ई-कॉमर्स साइट्स Flipkart और Myntra के साथ टाई-अप किया है।
यह सर्विस हॉरिजॉन्टल वीडियोज, लाइवस्ट्रीम्स और शॉर्ट वीडियोज के लिए वेब,
मोबाइल ऐप्स और कनेक्टेड TV के लिए उपलब्ध होगी।
यूट्यूब ने बताया कि वीडियो क्रिएटर्स इस लिए साइन अप कर सकेंगे। एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम में शामिल होने की चैनल की एप्लिकेशन को अनुमति मिलने के बाद चैनल के वीडियोज में प्रोडक्ट्स और रिटेलर्स को टैग किया जा सकेगा। इसमें व्युअर्स वीडियो को छोड़े बिना प्रोडक्ट्स को ब्राउज कर सकेंगे। व्युअर्स के लिंक क्लिक करने पर रिटेलर की वेबसाइट पर खरीदारी जा सकेगी। विभिन्न प्रोडक्ट्स के लिए कमीशन का रेट टैगिंग प्रोसेस के दौरान दिखाया जाएगा। एक वीडियो में 30 प्रोडक्ट्स तक टैग किए जा सकेंगे।
हालांकि, इसके लिए क्रिएटर्स की पात्रता की कुछ शर्तें भी हैं। इसमें चैनल को YouTube Partner Program का हिस्सा बनने की जरूरत होगी। इसके साथ ही चैनल के 10,000 से अधिक सब्सक्राइबर्स होने चाहिए। हालांकि, बच्चों से जुड़े और म्यूजिक चैनल इसके लिए साइन अप नहीं कर सकेंगे। हाल ही में ने यूट्यूब ने अपने प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के प्राइस को कई देशों में बढ़ाया था। इस सब्सक्रिप्शन में विज्ञापन नहीं होते। यूट्यूब ने इटली, नीदरलैंड, सऊदी अरब और कई अन्य देशों में इसके प्राइस बढ़ा दिए हैं। यूरोप के कुछ देशों में इसके 'सिंगल' प्लान का प्राइस लगभग दो यूरो बढ़ाया गया है। इसके अलावा 'फैमिली' प्लान भी महंगा हो गया है।
इंटरनेट सर्च इंजन गूगल को चलाने वाली Alphabet के मालिकाना हक वाली यूट्यूब ने भारत में भी इस सब्सक्रिप्शन के प्राइस बढ़ाए हैं। आयरलैंड, बेल्जियम, इटली और नीदरलैंड में सिंगल प्लान का प्राइस 11.99 यूरो से बढ़ाकर 13.99 यूरो किया गया है। इसके साथ ही फैमिली प्लान का प्राइस लगभग 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 17.99 यूरो से 25.99 यूरो हो गया है। डेनमार्क, इंडोनेशिया, मलेशिया, नॉर्वे, स्वीडन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में भी इस सब्सक्रिप्शन को महंगा किया गया है। यूट्यूब का कहना है कि इसका कारण इस प्रीमियम सर्विस में सुधार करना और आर्टिस्ट्स और क्रिएटर्स को सहायता देना है।