बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors ने गुजरात के साणंद में मौजूद अपनी फैक्टरी में 10 लाख कारों की मैन्युफैक्चरिंग की उपलब्धि हासिल की है। इस फैक्टरी की शुरुआत लगभग 14 वर्ष पहले हुई थी। इसमें Tiago, Tiago AMT, Tiago.ev, Tiago iCNG, Tigor, Tigor AMT और Tigor EV जैसी कारें बनाई जाती हैं।
यह फैक्टरी लगभग 1,100 एकड़ में है। इसमें एक प्रेस लाइन, वेल्डिंग शॉप, पेंट शॉप, असेंबली लाइन और पावरट्रेन शॉप है। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर, Shailesh Chandra ने कहा, "हमें साणंद प्लांट में 10 लाख कारों की मैन्युफैक्चरिंग करने पर गर्व है। कंपनी की ग्रोथ को बढ़ाने में यह प्लांट महत्वपूर्ण रहा है। यह उपलब्धि हमारे उच्च मापदंडों और कस्टमर्स के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इससे हमारे प्रोडक्ट्स की कस्टमर्स के बीच लोकप्रियता का पता चलता है। हमें विश्वास है कि सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल मोबिलिटी सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने की रफ्तार को हम बरकरार रखेंगे। हमारे एंप्लॉयीज, सप्लायर्स, चैनल पार्टनर्स और सबसे महत्वपूर्ण गुजरात सरकार को हम उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।"
पिछले महीने टाटा मोटर्स ने अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के प्राइसेज 1.20 लाख रुपये तक घटाए थे। देश में कारों की कुल सेल्स में
EV की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत की है। टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के चीफ कमर्शियल ऑफिसर, Vivek Srivatsa ने बताया था, "बैटरी सेल के प्राइसेज में कमी होने के कारण हमने इसका फायदा सीधे कस्टमर्स को देने का फैसला किया है।" कंपनी की सबसे अधिक बिकने वाली Nexon EV का प्राइस लगभग 1.4 प्रतिशत घटकर लगभग 14.5 लाख रुपये हो गया है। इसकी स्मॉल कार Tiago का प्राइस 70,000 रुपये तक कम हुआ है। इसके बेस वेरिएंट का प्राइस 7.99 लाख रुपये से शुरू होगा। हाल ही में लॉन्च की गई Punch EV का प्राइस लगभग 12 लाख रुपये का है। पिछले कुछ महीनों में टाटा मोटर्स ने Harrier, Nexon और Safari के अपडेटेड वर्जन लॉन्च किए हैं।
हाल ही में कंपनी ने Punch का इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च किया था। इलेक्ट्रिक कार के सेगमेंट में लगभग 85 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ टाटा मोटर्स का पहला स्थान है।
कंपनी ने केंद्र सरकार से हाइब्रिड कारों पर टैक्स में छूट नहीं देने का निवेदन किया था। हाइब्रिड कारों के सेगमेंट की प्रमुख कंपनी Toyota ने हाइब्रिड व्हीकल्स पर टैक्स को घटाने की मांग की थी।