हाल ही में पेमेंट सर्विसेज कंपनी Paytm की बैंकिंग यूनिट को कम्प्लायंस के उल्लंघनों के कारण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कामकाज बंद करने का आदेश दिया था। इससे फिनटेक इंडस्ट्री की आशंकाएं बढ़ गई थी। इस इंडस्ट्री को लेकर RBI की ओर से आश्वासन दिया गया है।
RBI के गवर्नर, Shaktikanta Das ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) पर की गई कार्रवाई एक रेगुलेटेड एंटिटी के खिलाफ थी। उन्होंने बताया, "यह कार्रवाई एक रेगुलेटेड एंटिटी के खिलाफ की गई थी। यह किसी फिनटेक कंपनी के खिलाफ नहीं थी। मुझे यह समझ नहीं आता कि यह क्यों माना जा रहा है कि RBI ने एक फिनटेक कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की है। इस मामले में कार्रवाई पेमेंट्स बैंक के खिलाफ थी।" एक बिजनेस न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि
PPBL के कस्टमर्स को अपने एकाउंट और वॉलेट को अन्य बैंकों में शिफ्ट करने के लिए 15 मार्च की समयसीमा पर्याप्त है।
उन्होंने बताया, "अगर आपके पास पेमेंट पेमेंट का ऐप है तो इसे 15 मार्च तक किसी अन्य बैंक के साथ लिंक कर लें। अगर NPCI की ओर से पेटीएम को अनुमति देने का फैसला किया जाता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। हमारी कार्रवाई बैंक के खिलाफ थी, ऐप के नहीं।" इस महीने की शुरुआत में फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने PPBL पर पांच करोड़ रुपये से अधिक की पेनल्टी लगाई है। इसका कारण Paytm Payments Bank के एकाउंट्स के जरिए भेजी गई अवैध रकम की रिपोर्ट देने में हुए उल्लंघन हैं।
कुछ एंटिटीज के ऑनलाइन गैंबलिंग सहित अवैध गतिविधियों में शामिल होने और इससे मिलने वाली रकम को बैंक के जरिए भेजने को लेकर कानून प्रवर्तन एजेंसियों से सूचना मिलने के बाद फाइनेंस मिनिस्ट्री के तहत आने वाली
FIU ने Paytm Payments Bank की जांच शुरू की थी। इस बारे में फाइनेंस मिनिस्ट्री ने एक स्टेटमेंट में बताया था, "अवैध गतिविधियों से मिली रकम को इन एंटिटीज ने Paytm Payments Bank में अपने एकाउंट्स के जरिए भेजा था।" FIU के ऑर्डर में कहा गया था कि संदिग्ध ट्रांजैक्शंस के बारे में Paytm Payments Bank ने रिपोर्ट नहीं दी थी और इन एकाउंट्स का ड्यू डिलिजेंस नहीं किया गया था। इससे पहले पेटीएम ने बताया था कि उसे एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट सहित अथॉरिटीज से जानकारी और स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस दिए गए हैं।